बदल जाएगा विमान में सफर करने का तरीका, कोरोना वायरस से बचाव की प्लानिंग यहां जानें
Advertisement

बदल जाएगा विमान में सफर करने का तरीका, कोरोना वायरस से बचाव की प्लानिंग यहां जानें

बैठने का तरीका पूरी तरह से बदल जाएगा. 

फाइल फोटो

नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirus) पर Lockdown के खत्म होने का समय लगभग पास है. भले कुछ शहरों से अभी लॉकडाउन हटने की संभावना कम नजर आ रही है. इसके बावजूद विभिन्न एयरलाइंस अब यात्रियों को कोरोना वायरस संक्रमण से बचाने के लिए प्लानिंग शुरू कर चुकी है.

  1. Lockdown के बाद पूरी तरह बदल जाएगा प्लेन में यात्रा
  2. एक मीटर के फासले को सख्ती से लागू करेंगी एयरलाइंस
  3. एक लाइन में एक या दो ही यात्री करेंगे सफर

ये होगा विमान में बैठने की व्यवस्था
लॉकडाउन के बाद विमान में बैठने का तरीका पूरी तरह से बदल जाएगा. सीटों में क्रॉस के निशान बनाए जा रहे हैं. एक लाइन में एक मीटर का फासला रखने के लिए यात्रियों को अलग- अलग बैठने की व्यवस्था की जा रही है. स्पाइसजेट ने विशेष पहचान के लिए कोच और विमान सीटों को 'एक्स' निशान के साथ चिह्न्ति किया है. यहां तक कि विमान में चढ़ने वाली सीढ़ी को भी विशेष स्याही से ठीक प्रकार से चिह्न्ति किया गया है, जो कि रात को चमकेगी, जिससे रात में यात्रियों के बीच एक मीटर तक की दूरी बनाए रखने में आसानी होगी.

ये भी पढ़ें: सिर्फ एक मिस कॉल बता सकता है जनधन खाते का बैलेंस, यहां जानें आसान तरीका

स्पाइसजेट नए प्रोटोकॉल के साथ एक बार फिर उड़ान सेवाओं को शुरू करने के लिए तैयारी कर रही है, ताकि जब परिचालन शुरू हो तो इन प्रोटोकॉल नियमों को बेहतर तरीके से निभाया जा सके. यह खाका (ब्लूप्रिंट) सामाजिक दूरी जैसे मानदंडों पर खरा उतरने के लिए तैयार किया जा रहा है. इसके तहत चेक-इन काउंटरों से लेकर टर्मिनल पर चलने वाली बसों और विमान पर सवार होने तक की प्रक्रिया के लिए विशेष तौर पर बरती जाने वाली हिदायतों पर जोर दिया जा रहा है.

बहुत ज्यादा महंगे हो सकते है फ्लाइट टिकट
जानकारों का कहना है कि एयरलाइंस की टिकटे आने वाले कुछ दिनों में बहुत महंगे हो सकते हैं. दरअसल पिछले महीने विमानन नियामक डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) ने विमान के अंदर यात्रियों को एक दूसरे के बगल में नहीं बैठने और दो यात्रियों के बीच एक सीट छोड़ने के लिए सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था. ऐसे में हर विमान को कम यात्रियों के साथ उड़ना होगा. ऐसे में एयरलाइंस खर्च उठाने के लिए यात्रियों पर महंगे टिकटों का भार डाल सकती है.

Trending news