EPFO Fund Transfer: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) अपने मेंबर्स के लिए समय समय पर नियमों में बदलाव करता रहता है ताकि उनके लिए चीजें आसान हो सकें. अक्सर देखा गया है कि कई बार नौकरियां बदलते बदलते हम अपना PF अकाउंट ट्रांसफर करना भूल जाते हैं.
Trending Photos
नई दिल्ली: EPFO Fund Transfer: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) अपने मेंबर्स के लिए समय समय पर नियमों में बदलाव करता रहता है ताकि उनके लिए चीजें आसान हो सकें. अक्सर देखा गया है कि कई बार नौकरियां बदलते बदलते हम अपना PF अकाउंट ट्रांसफर करना भूल जाते हैं. इसमें भी कई बार ऐसा होता है कि हमारी पुरानी कंपनी EPFO सिस्टम में नौकरी छोड़ने की तारीख (Date of Exit) डालना भूल जाती है, जिससे बाद में कर्मचारी को PF बैलेंस ट्रांसफर करने में दिक्कत आती है.
पहले केवल एम्प्लॉयर के पास ही कर्मचारी के कंपनी ज्वॉइन करने (Date of Joining) और छोड़ने की तारीख (Date of Exit) डालने या अपडेट करने का अधिकार था. किसी वजह से एम्प्लॉयर की ओर से कर्मचारी ये दोनों तारीखें अपडेट नहीं होने के चलते EPF (Employee Provident Fund) से फंड निकालना या ट्रांसफर करना मुश्किल होता था.
ये भी पढ़ें- भगोड़े Vijay Mallya को बड़ा झटका, लंदन हाई कोर्ट में याचिका खारिज, कर्ज वसूली के लिए बैंकों का रास्ता साफ!
अब EPFO अपने मेंबर्स को ये सुविधा देता है कि वो नौकरी छोड़ने की तारीख EPFO सिस्टम में खुद दर्ज कर सकते हैं. अब उन्हें कंपनी पर निर्भर नहीं रहना होगा. इस नई सुविधा के चलते फंड से पैसे निकालने या ट्रांसफर करना और आसान हो गया है. अगर आप भी अपने PF खाते में Date of Exit दर्ज करना चाहते हैं तो इसकी प्रक्रिया बेहद आसान है, ये आप घर बैठे ऑनलाइन कर सकते हैं.
1. https://unifiedportal-mem.epfindia.gov.in/memberinterface/ पर जाएं.
2. UAN, पासवर्ड और कैप्चा कोड डालकर log in
3. एक नया पेज खुलेगा, सबसे ऊपर 'Manage' पर क्लिक करें
4. इसके बाद Mark Exit पर क्लिक करें
5. ड्रॉपडाउन में आपको Select Employment दिखेगा, इसमें पुराना PF अकाउंट नंबर चुनें जो आपके UAN से लिंक है
6. आपको उस अकाउंट और नौकरी से जुड़ी डिटेल्स दिखेंगी,
7. इसमें नौकरी छोड़ने की तारीख और कारण डालें. नौकरी छोड़ने के कारणों में रिटायरमेंट, शॉर्ट सर्विस जैसे विकल्प रहेंगे.
8. इसके बाद ‘Request OTP’ पर क्लिक करें.
9. ओटीपी डालकर चेक बॉक्स को क्लिक करें
10. Update और फिर OK पर क्लिक करें, बस आपका काम हो गया.
VIDEO
ये अपडेट करते समय बेहद सावधानी की जरूरत है, क्योंकि एक बार आपने जो तारीख भर दी वो बाद में एडिट नहीं की जा सकती. अगर आपने कुछ दिन पहले ही नौकरी छोड़ी है तो एग्जिट डेट दर्ज करने के लिए आपको 2 महीने का इंतजार करना होगा क्योंकि यह PF में एंप्लॉयर के आखिरी योगदान के 2 महीने बाद ही अपडेट हो सकेगी.
ये भी पढ़ें- RBI ने महाराष्ट्र के एक और बैंक पर लगाया जुर्माना, रेगुलेटरी नियमों का किया था उल्लंघन, ग्राहकों पर ये होगा असर
LIVE TV