सरकारी और निजी बैंक्स आपके बचत खाते (Saving Bank Account) पर कितना ब्याज देते हैं, हम में से ज्यादातर लोग इस पर ध्यान नहीं देते हैं. BankBazaar के आंकड़ों के मुताबिक सरकारी बैंक्स जैसे IDBI Bank और Canara Bank बचत खातों पर 3.5 परसेंट और 3.2 परसेंट ब्याज देते हैं. जबकि देश के दो बड़े निजी बैंक HDFC Bank और ICICI Bank बचत खातों पर 3 परसेंट और 3.5 परसेंट ब्याज देते हैं.
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नई दिल्ली: आमतौर पर सैलरीड क्लास (Salaried class) के पास एक से ज्यादा सेविंग्स अकाउंट्स (Saving Accounts) होते हैं. एक सेविंग अकाउंट में सैलरी आती है और निवेश (Investments) के लिए इस्तेमाल होता है. दूसरा अकाउंट EMI चुकाने, क्रेडिट कार्ड का बिल भरने और महीने के खर्चों को मैनेज करने के काम आता है. सेविंग अकाउंट्स में इमरजेंसी फंड (Emergency Funds) का पैसा भी रखा जाता है.
सेविंग अकाउंट्स (Savings bank accounts) आम तौर पर फिक्स्ड डिपॉजिट (fixed deposit) के मुकाबले कम ब्याज देते हैं. इसमें भी सरकार बैंक्स सेविंग अकाउंटस पर नए निजी बैंकों और कुछ स्मॉल फाइनेंस बैंकों के मुकाबले कम ब्याज देते हैं. इसलिए ये जानना जरूरी हो जाता है कि आपके बचत खाते में रखे पैसों पर बैंक कितना ब्याज दे रहे हैं.
BankBazaar के आंकड़ों के मुताबिक सरकारी बैंक्स जैसे IDBI Bank और Canara Bank बचत खातों पर 3.5 परसेंट और 3.2 परसेंट ब्याज देते हैं. जबकि देश के दो बड़े निजी बैंक HDFC Bank और ICICI Bank बचत खातों पर 3 परसेंट और 3.5 परसेंट ब्याज देते हैं.
ऐसे में ब्याज दरों को लेकर ये कंपटीशन काफी रोचक हो जाता है. हालांकि ज्यादातर सरकारी बैंक्स बचत खातों पर इससे कहीं ज्यादा कम ब्याज देते हैं. जैसे स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) और बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) सिर्फ 2.70 परसेंट और 2.75 परसेंट ही ब्याज देते हैं.
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सरकारी बैंकों के मुकाबले स्मॉल फाइनेंस बैंक्स (small finance banks) ज्यादा ब्याज ऑफर करते हैं. जैसे AU Small Finance Bank 7 परसेंट और Ujjivan Small Finance Bank बचत खाताधारकों को 6.5 परसेंट ब्याज देता है.
बचत खातों में मिनिमम बैलेंस (Minimum balance) के मामले में सरकारी बैंक्स ज्यादा बेहतर है. सरकारी बैंकों में ज्यादा से ज्यादा 250 रुपये मिनिमम बैलेंस की शर्त होती है, SBI में मिनिमम बैलेंस शून्य है. सरकारी बैंकों को सरकार का संरक्षण मिलता है इसलिए मिनिमम बैलेंस नहीं के बराबर होता है, सरकारी बैंक समाज के गरीब तबकों तक अपनी सेवाएं पहुंचाते हैं.
जहां तक निजी बैंकों की बात है तो उनकी मिनिमम बैलेंस की शर्तें ज्यादा कड़ी होती है. जैसे Axis Bank में मिनिमम बैलेंस 2500 रुपये है, HDFC Bank में 10,000 रुपये है और ICICI Bank में ये 1000 रुपये से लेकर 10,000 रुपये तक है.
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