'इकोनॉमी ऑफ लव': इंडिया है ऑनलाइन डेटिंग कंपनियों का बड़ा बाजार, दिल टूटने पर बरसता है पैसा
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'इकोनॉमी ऑफ लव': इंडिया है ऑनलाइन डेटिंग कंपनियों का बड़ा बाजार, दिल टूटने पर बरसता है पैसा

अभी तक अमेरिका ऑनलाइन डेटिंग कंपनियों का बड़ा बाजार है. लेकिन, भारत में संभावनाएं हैं. कंपनी एग्रेसिवली इस मौके को भुनाने में लगी हैं. 

ऑनलाइन डेटिंग कंपनियों के लिए भारत बड़ा बाजार है.

कभी खतों के जरिए शुरू हुआ प्यार, फोन के एसएमएस से वॉट्सऐप की चैट तक पहुंचा, लेकिन अब नया दौर है. नए पार्टनर की तलाश अब एक-दूसरे को देखकर नहीं होती. न ही जान-पहचान बढ़ाने के लिए खतों या फोन का इस्तेमाल होता है. बल्कि ग्लोबलाइजेशन के दौर पर प्यार भी ग्लोबलाइज हो रहा है. जमाना ऑनलाइन डेटिंग का है. विदेशों में कारोबार कर रही कंपनियों के लिए अब भारत इसका बड़ा बाजार बन गया है. 8 करोड़ अविवाहित लोगों के लिए पार्टनर ढूंढने का इरादा लिए कई ऑनलाइन डेटिंग कंपनियां न सिर्फ भारत में इन्वेस्ट कर रही हैं, बल्कि इनकी कमाई भी मोटी है. यह है 'इकोनॉमी ऑफ लव'.

ऐसे ग्राहक तलाश रही हैं कंपनियां
अभी तक अमेरिका ऑनलाइन डेटिंग कंपनियों का बड़ा बाजार है. लेकिन, भारत में संभावनाएं हैं. कंपनी एग्रेसिवली इस मौके को भुनाने में लगी हैं. बात 2011 की जनगणना से करते हैं. भारत में 8 करोड़ से ज्यादा अविवाहित लोग हैं. इन लोगों को पार्टनर की तलाश है. कंपनियां इन्हीं लोगों में अपने ग्राहक तलाश रही हैं. एक अनुमान के मुताबिक, कंपनियों ने ऐसे ही लोगों की एक टारगेट लिस्ट तैयार की है.

टिंडर, ओकेक्यूपिड जैसे स्टार्टअप ने पहचाना बाजार
ऑनलाइन डेटिंग की सुविधा उपलब्ध करवाने वाली कंपनियों को 2011 से ही अमेरिका और बाकी पश्चिमी देशों में ऑनलाइन डेटिंग की सुविधा दे रही हैं. टिंडर, ओकेक्यूपिड और मैच डॉट कॉम जैसे स्टार्टअप्स ने भारत में सबसे पहले अपनी सेवाएं शुरू कीं और जमकर पैसा बनाया. खास बात यह है कि इन ऐप्स का इस्तेमाल करने वाले की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है. ऐप के जरिए लोगों अपना हमसफर तलाश रहे हैं. हालांकि, शुरुआत में भारतीय बाजार में इन कंपनियों को ज्यादा फायदा नहीं हुआ. लेकिन, अब इन कंपनियों ने रेस पकड़ ली है. पहले चुनिंदा कंपनियां इस कारोबार में थीं. अब कई स्टार्टअप्स ने इसमें हाथ आजमाया है. पिछले 5 सालों में इन कंपनियों ने न सिर्फ यूजर्स जोड़े बल्कि कमाई भी की.

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इस रेस में कौन-कौन शामिल
आज देश में टिंडर, ट्रूलीमैडली, आईक्रशआईफ्लश, आय्ल, ओकेक्यूपिड जैसे स्टार्टअप्स अपनी सर्विस दे रहे हैं. इन कंपनियों ने भारतीय जनगणना के आंकड़े के लिहाज से ही अपना टारगेट तैयार किया है. 8 करोड़ से ज्यादा लोगों इन कंपनियों के संभावित ग्राहक हैं. इस संख्या को ध्यान में रखकर ही ऑनलाइन डेटिंग कंपनियों ने अपना बिजनेस मॉडल तैयार किया है.

करीब 1 अरब रुपये का बाजार
इकोनॉमिक टाइम्स की खबर में मार्केच रिसर्चर स्टैटिस्टा के आकंड़ों का हवाला दिया गया है. इसके मुताबिक भारत में अभी ऑनलाइन डेटिंग कंपनियों की कमाई 2018 के अंत तक 94 करोड़ से ज्यादा होने का अनुमान है. अनुमान लगाया गया है कि 2022 तक करीब आधी अविवाहित आबादी यानी 4 करोड़ से ज्यादा यूजर्स इन कंपनियों के उपभोक्ता होंगे. स्टैटिस्टा के मुताबिक, अगले 4 साल में कंपनियों के रेवेन्यू में 10.3 फीसदी से अधिक इजाफे की उम्मीद है. 2022 तक यह कारोबार 145 करोड़ रुपये के होने का अनुमान लगाया गया है. हालांकि, अमेरिका में ऑनलाइन डेटिंग का बाजार लगभग 60 करोड़ डॉलर यानी 43 अरब रुपए का है.

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टिंडर है सबसे लोकप्रिय
भारत में अब भी लोग फ्री ऑनलाइन प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने में सहज महसूस करते हैं. वहीं, पेमेंट मॉडल पर ऑनलाइन प्रोडक्ट का इस्तेमाल करने से कतराते हैं. हालांकि, कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो बेझिझक पार्टनर ढूंढने के लिए ऑनलाइन डेटिंग का सहारा लेते हैं. भारतीय बाजार में सबसे प्रचलित ऐप टिंडर है, जो भारत में एंड्रॉयड प्लेटफॉर्म पर तीसरी सबसे बड़ी ऐप है. भारत में इसका एक महीने का रेवेन्यू 1-2 करोड़ रुपए है.

छोटे शहरों पर फोकस
कंपनी के फाउंडर्स का कहना है कि अभी बिजनेस का सबसे बेहतर समय आना बाकी है. खासतौर पर स्थानीय भाषाओं में इस कारोबार की संभावनाएं ज्यादा हैं. ट्रूलीमैडली का दावा है कि उसके 40 फीसदी यूजर्स टॉप 10 शहरों से हैं. इनमें गुवाहाटी, विशाखापट्टनम और रायपुर के अलावा टियर-II और टियर-III शहर शामिल हैं. ज्यादातर यूजर्स स्टूडेंट्स हैं. कंपनियों का अगला फोकस छोटे शहरों पर है, जहां से उन्हें कारोबार के दोगुना होने की उम्मीद है. आईक्रशआईफ्लश का ज्यादातर ट्रैफिक छोटे शहरों यानी लुधियाना, सूरत और इंदौर से है. वहीं, Happn का फोकस हैदराबाद, पुणे, जयपुर और लखनऊ जैसे शहरों पर है. 

लड़कियों से ज्यादा लड़के यूजर्स
ऑनलाइन डेटिंग ऐप का कारोबार शुरुआती फेज में फ्री रहता है, लेकिन लंबे समय तक एंगेजमेंट न होने पर यूजर को इसके लिए भुगतान करना होता है. ट्रूलीमैडली के कोफाउंडर सचिन भाटिया के मुताबिक, उनके प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल लड़कियों के मुकाबले लड़के ज्यादा करते हैं. वहीं, टिंडर का भी दावा है कि उसके 90 फीसदी यूजर्स लड़के हैं.

दिल टूटने पर ज्यादा फायदा
कंपनियों का बिजनेस ज्यादा दिल टूटने पर निर्भर रहता है. डेटिंग बिजनेस में दिल टूटने से मतलब है कि यूजर को कोई पार्टनर नहीं मिला. हालांकि, पार्टनर कहीं न गया. इसमें दोनों ही बाते हैं, यह कंपनी के लिए मौका भी है और रेवेन्यू का नुकसान भी. क्योंकि, यूजर या तो पेमेंट मोड से दोबारा पार्टनर की तलाश करेगा या फिर दूसरे प्लेटफॉर्म को ट्राई करेगा. ज्यादा संभावनाएं रहती हैं कि यूजर दोबारा ऐप को इस्तेमाल करेगा. कंपनियों को इससे ही फायदा होता है. क्योंकि, एक बार पार्टनर मिलने पर यूजर ऐप का इस्तेमाल बंद कर सकता है. 

रिस्क पर टिका है पूरा बाजार
यूजर के ऐप का इस्तेमाल बंद करने से कंपनी को घाटा होता है, लेकिन एक संभावना रहती है कि यूजर दोबारा लौटेगा. हालांकि, यह एक तरह का रिस्क है. इसी रिस्क पर पर पूरा ऑनलाइन डेटिंग का बाजार टिका हुआ है. 

किसके पास कितने यूजर
AppAnnie के आंकड़ों के मुताबिक, टिंडर के पास 2016 तक भारत में 7.1 मिलियन एक्टिव यूजर्स थे. वहीं, ट्रूलीमैडली के पास 1 मिलियन यूजर्स थे. वहीं, 2018 में टिंडर के पास हर महीने 6.3 मिलियन एक्टिव यूजर्स हैं. 

किस ऐप पर कितना चार्ज
ज्यादातर ऐप फ्री में इस्तेमाल की जा सकती हैं. लेकिन, कंपनियों ने बिजनेस मॉडल के तौर पर Add-on फीचर दिया है. इसमें यूजर्स पेमेंट मोड के जरिए ऐप पर बने रह सकते हैं. 

Tinder- टिंडर पर 1099 रुपए में महीने और 6099 रुपए पूरे साल का सब्सक्रिप्शन है. इसके अलावा सिंगल बूस्ट के लिए 299 रुपए चार्ज किए जाते हैं. वहीं, 10 बूस्ट के लिए 1940 रुपए चार्ज किए जाते हैं. 

Aisle.co- यह ऐप सिर्फ पुरुषों के लिए है. कंपनी का स्पेशल फीचर (Askout) के नाम से काम करता है. इसमें एक व्यक्ति 3 आस्कआउट(Askout) के लिए 1797 रुपए चुकाने होते हैं. वहीं, 7 आस्कआउट(Askout) के लिए 2793 रुपए चुकाने होते हैं.

Bumble- इस ऐप का मंथली सब्सक्रिप्शन या बूस्ट फीचर 1699 रुपए में है. वहीं, 3 महीने के लिए यह सब्सक्रिप्शन 3399 रुपए में उपलब्ध है.

CoffeeMeetsBagel- प्रीमियम मॉडल का मंथली सब्सक्रिप्शन 2749 रुपए में है. वहीं, 6 महीने का सब्सक्रिप्शन 8898 रुपए में है.

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