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Infosys Share Buyback: देश की दिग्गज IT कंपनी इंफोसिस (Infosys)आज से 9200 करोड़ रुपये शेयरों का बायबैक करेगी. इंफोसिस अधिकतम 1750 रुपये के भाव पर शेयरों का बायबैक करेगी, कंपनी ने शेयर बायबैक को लेकर वित्त वर्ष 2021 की चौथी तिमाही के नतीजों के दौरान इसकी जानकारी दी थी.
बायबैक को लेकर बोर्ड की मंजूरी 14 अप्रैल को ही मिल गई थी, जबकि शेयरहोल्डर्स की मंजूरी 19 अप्रैल को मिल गई थी. ये जानकारी इंफोसिस ने अपनी 40वीं सालाना जनरल मीटिंग में दी थी. इस शेयर बायबैक के लिए Infosys ने कोटक महिंद्रा कैपिटल को मैनेजर नियुक्त किया गया है. शेयर बायबैक से पहले ही Infosys के शेयर ऑल टाइम हाई पर पहुंच गए हैं. गुरुवार को इंफोसिसे के शेयरों ने 1,556.75 रुपये की ऊंचाई को छुआ. इंफोसिस का शेयर बीते एक साल में 117 परसेंट से ज्यादा रिटर्न दे चुका है. जबकि इस साल की शुरुआत से अबतक ये करीब 24 परसेंट चढ़ चुका है.
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बायबैक की आखिरी तारीख (जो भी पहले हो) 24 दिसंबर, 2021 होगी (बायबैक शुरू होने के 6 महीने बाद) या फिर जब कंपनी अधिकतम बायबैक साइज के लिए अमाउंट देकर बायबैक को पूरा कर लेती है. कंपनी अधिकतम 5,25,71,428 इक्विटी शेयरों का बायबैक करेगी, जिसमें कंपनी के 31 मार्च 2021 तक पेड अप इक्विटी शेयर कैपिटल का करीब 1.23 परसेंट शामिल होगा.
इंफोसिस ने बताया कि अगर शेयरों को अधिकतम बायबैक प्राइस से कम प्राइस पर खरीदा जाता है तो बायबैक किए जाने वाले शेयरों की वास्तविक संख्या अधिकतम बायबैक शेयर्स से अधिक हो सकती है, लेकिन यह अधिकतम बायबैक साइज का विषय होगी.
जब कोई कंपनी शेयर बाजार में आती है तो IPO के जरिए शेयर बेचती है, लेकिन जब कोई कंपनी बाजार से अपने ही शेयरों को वापस खरीदती है तो उसे बायबैक कहते हैं. बायबैक वही कंपनी लाती है जिसके पास अतिरिक्त कैश इकट्ठा हो जाता है, कंपनी की बैलेंसशीट में ज्यादा कैश होना सही नहीं माना जाता है इसलिए कंपनियां उन पैसों से अपनी ही कंपनी के शेयर खरीद लेती हैं.
शेयर बायबैक से ओपन मार्केट में कंपनी के शेयरों की संख्या कम होती है. कंपनी बायबैक इसलिए करती है क्योंकि ओपन मार्केट में शेयरों की संख्या कम होने से बाजार में मौजूद शेयर के रेट भी बढ़ते हैं. जिसका फायदा शेयरधारकों को होता है क्योंकि उन्हें ज्यादा रिटर्न मिलता है. शेयरधारकों को यह फायदा मिलता है कि कंपनियां ज्यादा भाव पर बायबैक करती हैं.
आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनियों जैसे TCS ने भी पिछले साल 16 हजार करोड़ रुपये का शेयर बायबैक किया था, Wipro ने 9500 करोड़ के शेयर बायबैक का ऐलान किया था. इससे पहले 2018 में भी TCS ने 16 हजार करोड़ के शेयर बायबैक का एलान किया था.
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