JM Financial Share Price: इधर RBI का चला डंडा और उधर 16% फिसला शेयर, अब कंपनी ने दी सफाई
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JM Financial Share Price: इधर RBI का चला डंडा और उधर 16% फिसला शेयर, अब कंपनी ने दी सफाई

JM Financial Shares: कल शाम को लिए गए एक्शन के बाद में आज कंपनी के शेयर्स मार्केट में बुरी तरह लुढ़क गए हैं. बाजार खुलते ही कंपनी का स्टॉक 16 प्रतिशत से ज्यादा फिसल गया है. रिजर्व बैंक ने कंपनी पर शेयर और डिबेंचर के खिलाफ लोन देने पर रोक लगा दी है.

JM Financial Share Price: इधर RBI का चला डंडा और उधर 16% फिसला शेयर, अब कंपनी ने दी सफाई

JM Financial Share Price: रिजर्व बैंक (Reserve Bank) की तरफ से जेएम फाइनेंशिल प्रोडक्ट्स (JM Financial) पर बड़ा एक्शन लिया गया है. कल शाम को लिए गए एक्शन के बाद में आज कंपनी के शेयर्स मार्केट में बुरी तरह लुढ़क गए हैं. बाजार खुलते ही कंपनी का स्टॉक 16 प्रतिशत से ज्यादा फिसल गया है. रिजर्व बैंक ने कंपनी पर शेयर और डिबेंचर के खिलाफ लोन देने पर रोक लगा दी है. ये रोक तुरंत प्रभाव से लगा दी गई है.

बुधवार को कंपनी का स्टॉक 16.13 फीसदी की गिरावट के साथ 80.05 रुपये के लेवल पर ट्रेड कर रहा है. वहीं, पिछले 6 महीनों में जेएम फाइनेंशियल का स्टॉक 14.75 फीसदी फिसला है. 

रिजर्व बैंक ने क्यों लगाई रोक?

आरबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स के लोन देने के प्रोसेस में कई प्रकार की खामियां पाई गई है. आरबीआई ने ऑडिट रिपोर्ट में पाया कि रेग्यूलेटरी नियमों की अनदेखी की गई. इसके अलावा गवर्नेंस का भी गंभीर मुद्दा है. आरबीआई ने कहा कि ये बंदिशें लगाने के साथ ही स्पेशल ऑडिट की जाएगी उसके बाद रिव्यू किया जाएगा. 

कंपनी ने जारी किया बयान

आरबीआई की तरफ से लिए गए एक्शन के बाद में जेएम फाइनेंशियल की तरफ से सफाई पेश की गई है. इसमें कंपनी ने कहा है कि आरबीआई की तरफ से लिए गए एक्शन विस्तृत समीक्षा के बाद, हम दृढ़ता से मानते हैं कि हमारी लोन मंजूरी प्रक्रिया में कोई भौतिक कमी नहीं हुई है. इसके अलावा, कंपनी ने लागू नियमों का उल्लंघन नहीं किया है. हम यह भी पुष्टि करना चाहते हैं कि शासन संबंधी कोई भी समस्या नहीं है और हम अपने सभी व्यावसायिक और परिचालन मामलों को वास्तविक तरीके से संचालित करते हैं. कंपनी सलाह के अनुसार अपने मौजूदा ग्राहकों को सेवा देना जारी रखेगी.

आरबीआई ने कहा है कि कंपनी पर लगाए गए प्रतिबंधों के बाद में एक स्पेशल ऑडिट किया जा रहा है और उसके पूरा होने के बाद ही आगे प्रोसेस किया जाएगा. कमियों में सुधार के बाद ही प्रतिबंधों को हटाया जाएगा. 

 

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