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नयी दिल्ली: रत्न आभूषण, हथकरघा, चर्म और वाहन उद्योग समेत देश के 8 प्रमुख श्रम गहन उद्योगों में पिछले साल (2015) रोजगार सृजन 7 साल के न्यूनतम स्तर पर रहा। यह जानकारी एक सर्वे में दी गई है।
श्रम ब्यूरो के सर्वे के अनुसार-
2015 में इन क्षेत्रों में 1,35,000 रोजगार के अवसर सृजित हुए।
2014 में 4.21 लाख रोजगार के अवसरों का सृजन किया गया था।
2013 में 4.19 लाख रोजगार के अवसरों का सृजन किया गया था।
2012 में 3.21 लाख रोजगार के अवसरों का सृजन किया गया था।
2011 में 9.29 लाख रोजगार के अवसरों का सृजन किया गया था।
2010 में 8.7 लाख रोजगार के अवसरों का सृजन किया गया था।
2009 में 12.8 लाख रोजगार के अवसरों का सृजन किया गया था।
सर्वे के अनुसार पिछले वर्ष की अक्टूबर दिसंबर की तिमाही में इन 8 महत्वपूर्ण क्षेत्रों में उससे पहले तिमाही की तुलना में रोजगार के 20,000 अवसरों की हानि हुई। जुलाई से सितंबर की अवधि में उससे पिछली तिमाही की तुलना में इन क्षेत्रों में 1.34 लाख रोजगार के अवसर बढ़े थे।
ब्यूरो जनवरी 2009 से इन तरह का सर्वे कर रहा है जिसका उद्देश्य वैश्विक अर्थव्यवस्था में बदलाव का इन 8 क्षेत्रों में रोजगार के अवसरों के प्रभाव का आकलन करना है। इन क्षेत्रों में वस्त्र एवं परिधान, चमड़ा, धातु, वाहन, रत्नाभूषण, परिवहन, सूचना प्रौद्योगिकी, बीपीओ और हैंडलूम, पावरलूम जैसे चुनिंदा क्षेत्र शामिल हैं।