मई 2022 के बाद से आरबीआई ने रेपो रेट में तेजी से बढ़ोतरी की. पिछले तीन बार से एमपीसी में रेपो रेट में किसी प्रकार का बदलाव नहीं करने का फैसला किया गया. पिछले साल से केंद्रीय बैंक ने रेपो रेट 250 बेसिस प्वाइंट तक बढ़ा दिया है.
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Interest Rate on Savings Accounts: आरबीआई ने मई 2022 से लेकर जिस तेजी से रेपो रेट बढ़ाया, उसी हिसाब से बैंकों ने ब्याज दर भी बढ़ाई. एफडी पर मिलने वाला ब्याज भी रिकॉर्ड लेवल पर चल रहा है. इन सबके बीच नहीं बढ़ा तो सेविंग अकाउंट पर मिलने वाला ब्याज. इसी को लेकर रिजर्व बैंक ने देश के सभी बैंकों से सेविंग अकाउंट पर ब्याज दर बढ़ाने के लिए कहा है. लेकिन इस पर बिल्कुल भी तैयार नहीं दिख रहे. रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि बैंक अपने फायदे के कम होने का खतरा भांपकर सेविंग अकाउंट पर ब्याज दरें बढ़ाने के इच्छुक नहीं हैं.
रेपो रेट 250 बेसिस प्वाइंट का इजाफा
मई 2022 के बाद से आरबीआई ने रेपो रेट (Repo Rate) में तेजी से बढ़ोतरी की. पिछले तीन बार से एमपीसी में रेपो रेट में किसी प्रकार का बदलाव नहीं करने का फैसला किया गया. पिछले साल से केंद्रीय बैंक ने रेपो रेट 250 बेसिस प्वाइंट तक बढ़ा दिया है. जिससे रेपो रेट चार प्रतिशत से बढ़कर 6.50 परसेंट पर पहुंच गया. एक्सपर्ट के अनुसार आरबीआई के रेपो रेट बढ़ाने के साथ बैंकों ने लोन की ब्याज दर में इजाफा किया. लेकिन सेविंग अकाउंट पर ब्याज नहीं बढ़ाया.
क्यों नहीं बढ़ रही ब्याज दर
रेपो रेट बढ़ने के बाद से बैंकों ने जिस तेजी से एफडी पर ब्याज दर में इजाफा किया है. उससे उम्मीद तो यह भी की गई कि बैंक सेविंग अकाउंट पर ब्याज बढ़ाएंगे. लेकिन ऐसा हुआ नहीं. दरअसल, जानकारों का मानना है कि एफडी पर ब्याज दर बढ़ाने के बाद सेविंग अकाउंट पर ब्याज दर बढ़ाने के इच्छुक कम हैं. इससे बैंकों तिमाही नतीजों पर असर पड़ सकता है. दूसरी तरफ से बैंकों की लोन और जमा में भी अंतर बढ़ रहा है. यह करीब 6 परसेंट तक पहुंच गया है. बैंकों में जमा राशि 12% की दर से बढ़ रही है तो लोन 15% की दर से बढ़ रहा है.
किस बैंक के सेविंग अकाउंट पर कितना ब्याज
पब्लिक सेक्टर के बैंकों की तरफ से सेविंग अकाउंट पर 2.70 परसेंट से लेकर 4 परसेंट तक का ब्याज दिया जा रहा है. दूसरी तरफ प्राइवेट बैंक 3 परसेंट से लेकर 4.50 परसेंट तक की ब्याज दर ऑफर कर रहे हैं. आइए जानते हैं प्रमुख बैंकों की ब्याज दर के बारे में-
एसबीआई- 2.70 से 3 प्रतिशत तक
पीएनबी- 2.70 से 3 प्रतिशत तक
कैनरा बैंक- 2.9 से 4 प्रतिशत तक
एचडीएफसी बैंक-3 से 4.50 प्रतिशत तक
आईसीआईसीआई बैंक- 3 से 3.50 प्रतिशत तक
एक्सिस बैंक-3 से 3.50 प्रतिशत तक
आरबीएल-4 से 7.50 प्रतिशत तक
यस बैंक-3.50 से 7.00 प्रतिशत तक
बंधन बैंक-3 से 6.25 प्रतिशत तक