Trending Photos
नई दिल्ली : सब्सिडी युक्त एलपीजी तथा केरोसीन पर होने वाले नुकसान में 30 प्रतिशत से ज्यादा कमी आई है। इसका कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल के दाम कई साल के न्यूनतम स्तर पर पहुंचना है।
यहां जारी एक सरकारी बयान के अनुसार सार्वजनिक क्षेत्र की खुदरा तेल कंपनियों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के जरिये केरोसीन बेचने पर 13.32 रुपए प्रति लीटर और सब्सिडी युक्त 14.2 किलो के घरेलू रसोई गैस पर 161.81 रुपए प्रति सिलेंडर का नुकसान हो रहा है। वहीं पिछले महीने तेल कंपनियों को केरोसीन पर 19.46 रुपए प्रति लीटर तथा एलपीजी सिलेंडर पर 235.91 रुपए प्रति सिलेंडर का नुकसान हो रहा था।
पिछले साल 18 अक्तूबर में डीजल को नियंत्रणमुक्त किये जाने के बाद से अब केवल केरोसीन और रसोई गैस सिलेंडर पर ही सरकार सब्सिडी दे रही है। बयान के अनुसार लागत से कम भाव पर ईंधन बेचने से चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीने में कंपनियों को 67,091 करोड़ रुपए का घाटा हुआ। पूरे वित्त वर्ष 2013-14 में यह 139,869 करोड़ रुपए रहा था।
तीन तेल वितरण कंपनियों इंडियन ऑयल कारपोरेशन (आईओसी), भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन लि. (बीपीसीएल) तथा हिंदुस्तान पेट्रोलियम कारपोरेशन लि. (एचपीसीएल) को वित्त वर्ष 2014-15 की पहली छमाही में बाजार दर से कम पर पेट्रोलियम उत्पादों की बिक्री से 51,109.53 करोड़ रुपए का घाटा हुआ है।