Saving: अगर लोग सेविंग कर पाते हैं तो जिंदगी में काफी कुछ हासिल भी कर लेंगे. ऐसे में कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो कि सेविंग नहीं कर पाते हैं तो आज हम उन लोगों को सेविंग करने के कुछ तरीकों के बारे में बताने वाले हैं, जिनसे पैसा बचाया जा सकता है.
Saving From Salary: कमाई तो कोई भी कर ले, लेकिन सवाल उठता है कि आखिर उस कमाई में से सेविंग कौन कर पाता और कितनी कर पाता है. आज के वक्त में कमाया हुआ पैसा बचा लेना काफी बड़ी चुनौती है. अगर लोग सेविंग कर पाते हैं तो जिंदगी में काफी कुछ हासिल भी कर लेंगे. ऐसे में कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो कि सेविंग नहीं कर पाते हैं तो आज हम उन लोगों को सेविंग करने के कुछ तरीकों के बारे में बताने वाले हैं, जिनसे पैसा बचाया जा सकता है.
केवल पैसा ही नहीं बचाएं बल्कि अपने भविष्य के लिए भी बचत करें. किसी उद्देश्य के लिए बचत करें, जैसे कि कॉलेज का खर्च, रिटायरमेंट या आपात स्थिति के लिए पैसा बचाएं. आपको किस चीज के लिए बचत करनी है उसको पहले जानें फिर पैसा बचाएं.
ऑटोमैटिक रूप से बचत करें. सैलरी अकाउंट से अलग एक सेविंग बैंक अकाउंट खोलें. अब आपके जिस बैंक खाते में सैलरी आती है, उसमें ऑटोमैटिक तरीके से एक अकाउंट सेट कर दें ताकी वो सैलरी आते ही सेविंग अकाउंट में चली जाए. ऐसा करने से आपकी हर महीने सैलरी आते ही एक निश्चित अमाउंट बचती रहेगी. ऑटोमैटिक बचत का मतलब है कि आपके पास नियमित अंतराल पर बचत करने की एक प्रक्रिया है.
एक छोटी अवधि के लिए बचत करें. एक छोटी अवधि का लक्ष्य निर्धारित करते हैं तो वे अधिक सफलतापूर्वक बचत करते हैं. उदाहरण के लिए ये डिसाइड कर लें कि आपको 6 महीने में 50000 रुपये बचाने हैं. अब इसी तरीके से आप अमाउंट को एक महीने या 15 दिनों में डिवाइड कर दें और छोटी-छोटी बचत करके आप 6 महीने में 50 हजार बचाने की तरफ कदम बढ़ाएं. एक बार जब आप छोटी अवधि के लिए डिसाइड की गई अमाउंट बचा लेते हैं तो फिर आप बचत करने की आदत बना लेते हैं.
जितनी जल्दी हो सके रिटायरमेंट के लिए बचाना शुरू कर दें. इससे साल दर साल एक निश्चित अमाउंट बचा लेंगे और उस अमाउंट को किसी ऐसी जगह भी लगाते रहें, जहां से उस पर ब्याज हासिल होता रहे. ऐसे में रिटायरमेंट तक अच्छी-खासी अमाउंट बचाई जा सकती है.
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