Trending Photos
नई दिल्ली: त्योहारी सीजन से पहले सार्वजनिक क्षेत्र की कोल इंडिया लि. (Coal India Limited) ने वित्त वर्ष 2020-21 के लिए अपने सभी गैर-कार्यकारी कैडर वर्कफोर्स के लिए 72,500 रुपये का प्रदर्शन आधारित प्रोत्साहन यानी PLR (Performance-linked reward) देने का ऐलान किया है. महारत्न कंपनी ने कहा कि PLR का भुगतान 11 अक्टूबर, 2021 तक या उससे पहले किया जाएगा. यानी कर्मचारियों को दशहरा के पहले इनाम मिल जाएगा.
कंपनी ने बताया, 'कोल इंडिया और उसकी सब्सिडियरी सिंगरेनी कोलियरीज कंपनी लि. (Singareni Collieries Company Ltd- SCCL) के गैर-कार्यकारी कैडर कर्मचारियों को वित्त वर्ष 2020-21 के लिए 72,500 रुपये का पीएलआर दिया जाएगा.' सेंट्रल ट्रेड यूनियनों के प्रतिनिधियों तथा कोल इंडिया और एससीसीएल के प्रबंधन के बीच द्विपक्षीय बैठक में यह फैसला किया गया.
ये भी पढ़ें- फेस्टिव सीजन से पहले महंगाई का तगड़ा झटका! एलपीजी सिलेंडर के दाम फिर बढ़े, यहां चेक करें नए रेट्स
जून तिमाही में कंपनी को बहुत फायदा हुआ. कोल इंडिया का प्रॉफिट चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 52.4 फीसदी बढ़कर 3,169.85 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. दरअसल, परिचालन आय बढ़ने से कंपनी का मुनाफा जबरदस्त बढ़ा है. आपको बता दें कि पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी ने 2,079.60 करोड़ रुपये का प्रॉफिट कमाया.
आपको बता दें कि कंपनी का कच्चे कोयले का उठाव एक साल पहले समान तिमाही में 12.08 करोड़ टन था, जो बढ़कर 16.04 करोड़ टन पर पहुंच गया. यानी देश के कोयले उत्पादन में कोल इंडिया की हिस्सेदारी 80% से अधिक है. कोल इंडिया ने 2023-24 तक एक अरब टन के कोयला उत्पादन लक्ष्य को हासिल करने के लिए कोयले खदान की खोज, निकास और स्वच्छ कोयला प्रौद्योगिकियों में 1.22 लाख करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बनाई है.
ये भी पढ़ें- पीएम आवास योजना में मिल सकती है एक और बड़ी सुविधा, फटाफट उठाएं फायदा
इसी बीच कर्मचारी और वर्कर्स की मांग कंपनी से लगातार बढ़ती ही जा रही है. आपको बता दें कि पहले कंपनी के वर्कर्स डेली वेज में 50 फीसदी की बढ़ोतरी की मांग कर रहे थे. लेकिन अब ट्रेड यूनियन कंपनी से ये मांग कर रही है कि वहां काम करने वाले कर्मचारियों की रिटायरमेंट की उम्र सीमा 60 साल बढ़ाकर 62 साल कर दी जाए. आपको बता दें कि कोल इंडिया के साथ करीब 2 लाख 56 हजार वर्कर्स काम करते हैं. हर साल करीब 5 फीसदी एंप्लॉयी रिटायर हो रहे हैं. कंपनी ने वित्त वर्ष 2020-21 में एंप्लॉयी की सैलरी पर कुल 38 हजार 700 करोड़ रुपए (5.2 बिलियन डॉलर) खर्च किए.