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नई दिल्ली : संकटग्रस्त बजट एयरलाइन स्पाइसजेट ने संस्थापक प्रवर्तक अजय सिंह और अमेरिका स्थित जेपी मार्गन चेज द्वारा किए गए 20 करोड़ डालर के निवेश प्रस्ताव के आधार पर सरकार को एक पुनरद्धार योजना सौंपी।
सूत्रों ने कहा कि हालांकि कलानिधि मारन की कंपनी द्वारा अगले सप्ताह एक व्यापक योजना सौंपने की संभावना है जिसमें प्रस्तावित निवेश का और ब्योरा होगा। उन्होंने कहा, ‘स्पाइसजेट के कार्यकारी अगले सप्ताह की शुरुआत में फिर नागर विमानन मंत्रालय के अधिकारियों से मिलेंगे और प्रस्तावित निवेश एवं परिचालन के ब्योरे के साथ एक व्यापक योजना सौंपेंगे।’
इससे पहले आज दिन में कंपनी के मुख्य परिचालन अधिकारी संजीव कपूर ने कार्यवाहक मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) किरण कोटेश्वर व संस्थापक प्रवर्तक अजय सिंह के साथ नागर विमानन सचिव वी. सोमसुंदरन से यहां मंत्रालय के मुख्यालय में मुलाकात की और उन्हें पुनरद्धार योजना सौंपी।
इसके बाद कपूर ने संवाददाताओं को बताया, ‘यह एक रचनात्मक बैठक रही।’ नागर विमानन सचिव के साथ बैठक करीब डेढ़ घंटे चली। कपूर ने कहा कि किसी भी तेल कंपनी का स्पाइसजेट पर कोई बकाया नहीं है और कंपनी 18 बोइंग विमानों के साथ वर्तमान में प्रतिदिन 230 उड़ानों का परिचालन कर रही है। उन्होंने कहा, ‘बोइंग के कई शुभचिंतक हैं जिनमें अजय सिंह भी शामिल हैं।’
सूत्रों के मुताबिक, संभावित निवेशक एक महीने के भीतर 20 करोड़ डालर की पूंजी लगा कर कंपनी के मौजूदा प्रवर्तक कलानिधि मारन की हिस्सेदारी खरीद सकते हैं जिससे विमानन कंपनी को डूबने से बचाने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि एयरलाइन को निवेशकों से 17 करोड़ रुपये पहले ही प्राप्त हो चुके हैं। ‘इससे तेल कंपनियों के सभी बकाए निपटा दिए गए हैं।’ कंपनी द्वारा नागर विमानन मंत्रालय को उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के मुताबिक, 24 नवंबर और 10 दिसंबर के बीच विदेशी व भारतीय वेंडरों, हवाई अड्डा संचालकों एवं तेल कंपनियों का कंपनी पर बकाया 990 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,230 करोड़ रुपये पहुंच गया है।