Nirmala Sitharaman: मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि इस बार सरकार करीब 35 चीजों के आयात पर टैक्स बढ़ाने की तैयारी कर रही है. सरकार का मकसद आयात कम इन चीजों के लिए देश में ही ज्यादा से ज्यादा मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देना है.
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Union Budget 2023: यूनियन बजट पेश होने में 17 दिन बाकी हैं. 1 फरवरी 2023 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) अगले वित्तीय वर्ष का आम बजट संसद में पेश करेंगी. बजट में तमाम चीजों को लेकर बदलाव किए जाएंगे. कुछ सामानों पर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाई जाएगी तो कुछ पर इसमें कटौती की जाएगी. कुछ मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि इस बार सरकार करीब 35 चीजों के आयात पर टैक्स बढ़ाने की तैयारी कर रही है.
मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने का लक्ष्य
जिन चीजों पर टैक्स बढ़ाने की बात कही जा रही है उनमें इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम्स, प्लास्टिक का सामान, ज्वेलरी, हाई-ग्लॉस पेपर, विटामिन हेलीकॉप्टर और प्राइवेट जेट आदि हैं. दरअसल, सरकार का मकसद आयात कम इन चीजों के लिए देश में ही ज्यादा से ज्यादा मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देना है. इम्पोर्ट ड्यूटी बढ़ने से चीजों के आयात में कमी आएगी और सरकार के 'आत्मनिर्भर भारत मिशन' को मजबूती मिलेगी.
2022 में कई चीजों पर बढ़ाया था आयात शुल्क
इससे पहले साल 2022 में पेश किए गए बजट में भी सरकार की तरफ से कई चीजों पर आयात शुल्क बढ़ाने की घोषणा की गई थी. सूत्रों का यह भी दावा है कि दिसंबर में कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मिनिस्ट्री ने अलग-अलग मंत्रालयों से ऐसे सामानों की सूची मांगी थी, जिन पर इम्पोर्ट ड्यूटी बढ़ाकर आयात कम किया जा सके. सितंबर में खत्म हुई तिमाही में चालू खाता घाटा बढ़कर 4.4 प्रतिशत पर पहुंच गया है. यह नौ साल के उच्च स्तर पर है.
भारत पर भी पड़ सकता है मंदी का असर
सरकार को उम्मीद है कि इम्पोर्ट ड्यूटी बढ़ाने से चालू खाता घाटा कम करने में मदद मिलेगी. इससे आने वाले समय में अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी. दरअसल, आईएफएम (IMF) की तरफ से पहले ही चेताया जा चुका है कि इस साल दुनिया के एक तिहाई देश मंदी की चपेट में आ सकते हैं. आईएमएफ की तरफ से यह भी कहा गया कि मंदी का असर भारत पर भी पड़ता सकता है.
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