त्रिपुरा के एक अध्यापक ने खुद को वैलंटाइन्स डे (Valentines Day) पर चांद पर एक एकड़ की जमीन (Land on Moon) तोहफे में देने का दावा किया है. इस व्यक्ति का कहना है कि वह बॉलीवुड स्टार्स से प्रेरित है, जिन्होंने भी चांद पर खुद की प्रॉपर्टी (Property) खरीद रखी है.
Trending Photos
नई दिल्ली: चांद पर जाना और वहां जमीन खरीदना भले सुनने मे आसान नहीं लगता है लेकिन त्रिपुरा के एक अध्यापक ने खुद को वैलंटाइन्स डे (Valentines Day) पर चांद पर एक एकड़ की जमीन (Land on Moon) तोहफे में देने का दावा किया है. इस व्यक्ति का कहना है कि वह बॉलीवुड स्टार्स से प्रेरित है, जिन्होंने भी चांद पर खुद की प्रॉपर्टी (Property) खरीद रखी है.
मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि त्रिपुरा के एक अध्यापक सुमन देबनाथ ने इंटरनेशनल लूनर सोसायटी से करीब 6,000 रुपये में चांद पर जमीन खरीदी है. इस रिपोर्ट के अनुसार, देबनाथ का कहना है कि बॉलीवुड स्टार्स (Bollywood Stars) के पास चांद पर अपनी जमीन होती है और वे उनसे प्रेरित थे. हालांकि, देबनाथ का कहना है कि उन्हें लगता था कि ये आसान काम नहीं है और चांद पर जमीन की कीमत बहुत ज्यादा होगी.
देबनाथ ने बताया कि अपने सपने को साकार करने के लिए उन्होंने इंटरनेट पर ऑप्शन्स को सर्च किया और पता किया कि ये कीमत उतनी ज्यादा भी नहीं हैं, जितनी वे उम्मीद कर रहे थे.
ये भी पढ़ें- राशन कार्ड लाभार्थियों के लिए अच्छी खबर! सरकार ने किया बड़ा ऐलान, फटाफट उठाएं फायदा
देबनाथ अपने अनुभव को शेयर करते हुए बताते हैं कि उन्हें कुल छह हजार रुपये खर्च करने पड़े जिसमें चांद की एक एकड़ जमीन का शिपिंग और पीडीएफ चार्ज शामिल है. वे बताते हैं कि एक इंटरनेशनल लूनर सोसायटी है, जो चांद पर जमीन को लेकर डील करती है, उन्होंने उससे खरीदी है. देबनाथ केअनुसार, उन्हें नहीं लगता कि उनके राज्य में से किसी व्यक्ति ने इससे पहले यह किया है. वे खुश हैं कि यह एक ओवर-द-मून एक्सपीरियंस है.
आपको बता दें कि सुमन देबनाथ गणित में पोस्ट-ग्रेजुएट हैं और एक प्राइवेट अकादमी में पढ़ाते हैं. देबनाथ ने दावा किया है कि जमीन को रजिस्टर किया गया है और दस्तावेजों की हार्ड कॉपी जल्द उनके पास पहुंच जाएगी. बहरहाल, चांद पार जमीन को लेकर देबनाथ बहुत उत्साहित हैं.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, देबनाथ बताते हैं कि इस डील में उन्हें यह पता चला है कि चांद पर जमीन की कीमतें पृथ्वी पर प्लॉट की कीमत से ज्यादा सस्ती हैं. चांद पर जमीन प्लॉट में बंटी होती है और जब उन्होंने खोजा, तो वहां सीमित प्लॉट ही बचे थे. उन्होंने कहा कि चांद पर घर बनाने और रहने की उनकी कोई योजना नहीं है. लेकिन चांद पर खुद की जमीन होना अच्छा लगता है और इससे उनके माता-पिता भी बेहद खुश हैं.