मार्कशीट में फेल और कंपार्टमेंट जैसे शब्द देख बच्चों पर आता है प्रेशर, जानिए क्या है CBSE में Essential Repeat
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मार्कशीट में फेल और कंपार्टमेंट जैसे शब्द देख बच्चों पर आता है प्रेशर, जानिए क्या है CBSE में Essential Repeat

Essential Repeat Meaning in CBSE: सीबीएसई ने 2020 की मार्कशीट में 'फेल' और 'कम्पार्टमेंटल' शब्दों का उपयोग नहीं करने का फैसला किया था. ताकि स्टूडेंट्स पर बोर्ड परीक्षा के नतीजों का नकारात्मक प्रभाव न पड़े. जानिए एसेंशियल रिपीट का मतलब क्या है...

मार्कशीट में फेल और कंपार्टमेंट जैसे शब्द देख बच्चों पर आता है प्रेशर, जानिए क्या है CBSE में Essential Repeat

Essential Repeat In CBSE Board: सीबीएसई कक्षा 12 में 'एसेंशियल रिपीट' उन स्टूडेंट्स के लिए है, जो सीबीएसई कक्षा 12 परीक्षा में उपस्थित होने में असफल रहे हैं या 3 से अधिक विषयों में असफल रहे हैं. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने स्टूडेंट्स को कंपार्टमेंट परीक्षा में बैठने की परमिशन देने के लिए यह सुविधा बनाई है. 'एसेंशियल रिपीट' का मुख्य उद्देश्य सीबीएसई कक्षा 12 की मार्कशीट में असफल शब्द का जिक्र करने से बचना है.

इन शब्दों का यूज नहीं करने का फैसला
मीडिया  रिपोर्ट्स के मुताबिक सीबीएसई ने 2020 के परिणाम की मार्कशीट में 'फेल' और 'कम्पार्टमेंटल' शब्दों का इस्तेमाल न करने का फैसला किया था. सीबीएसई बोर्ड ने तब कहा था कि 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए स्टूडेंट्स पर बहुत प्रेशर होता है. फरवरी 2020 में सीबीएसई ने 10वीं, 12वीं के परिणाम 2022 की स्कोरकार्ड में इस बड़े बदलाव की ऐलान किया था. बोर्ड ने 2022 में भी मार्कशीट में 'फेल' शब्द को हटाकर इसे 'एसेंशियल रिपीट' से बदला था. इन रूल के तहत जिस सब्जेक्ट में कंपार्टमेंट आई थी, उसके आगे RT (Repeat In Theory)  लिखा था. स्टूडेंट्स पर बोर्ड एग्जाम के नतीजों के नेगेटिव इफेक्ट से बचाने के लिए यह फैसला लिया गया था.

न्यूनतम पासिंग मार्क्स
सीबीएसई बोर्ड ऑफिसर उन स्टूडेंट्स के लिए परीक्षा आयोजित करेंगे, जिनके रिपोर्ट कार्ड में 'एसेंशियल रिपीट' प्राप्त हुए हैं. इसके अलावा स्टूडेंट्स को परीक्षा में पास होने के लिए प्रैक्टिकल, आंतरिक मूल्यांकन और मुख्य परीक्षा में कम से कम 33 प्रतिशत मार्क्स हासिल करने होंगे. 

'एसेंशियल रिपीट' क्या है?
जो उम्मीदवार सीबीएसई बोर्ड द्वारा निर्धारित उत्तीर्ण मानदंडों को पूरा नहीं कर सके, उनकी मार्कशीट में 'एसेंशियल रिपीट' का उल्लेख किया जाएगा. हालांकि, सीबीएसई स्टूडेंट्स के बीच घबराहट से बचने के लिए असफल होने के बजाय 'एसेंशियल रिपीट'  वोकैबलरी का यूज करता है. बोर्ड के मुताबिक जब रिजल्ट की बात आती है तो स्टूडेंट्स अपनी बोर्ड की मार्कशीट में फेल या कंपार्टमेंटल जैसे शब्दों को देखकर टेंशन में आते हैं. इसी प्रेशर से बचाने के लिए बोर्ड ने ऐसे शब्दों को  बदलने का निर्णय लिया था. 

दोबारा सुधार सकेंगे अपना स्कोर
सीबीएसई 12वीं के नतीजों के बाद जिन अभ्यर्थियों की मार्कशीट को 'एसेंशियल रिपीट' घोषित किया गया है, उन्हें परीक्षा में दोबारा शामिल होना होगा. सीबीएसई 12वीं रिजल्ट 2024 के बाद एसेंशियल रिपीट उन स्टूडेंट्स के लिए है, जिन्होंने 3 से ज्यादा सब्जेक्ट के लिए जरूरी पासिंग मार्क्स नहीं किए हैं.
अगर उनके रिजल्ट में एक एसेंशियल रिपीट लिखा गया है तो सीबीएसई बोर्ड उन उम्मीदवारों को पासिंग मार्क्स हासिल करने के लिए दोबारा परीक्षा दोबारा देने की परमिशन देगा.

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