चौधरी ब्रह्म प्रकाश से आतिशी तक... अब तक इन लोगों ने संभाली दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की कमान
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चौधरी ब्रह्म प्रकाश से आतिशी तक... अब तक इन लोगों ने संभाली दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की कमान

List of Chief Ministers of Delhi: आम आदमी पार्टी के सीएम अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है और उन्ही की पार्टी की मेंबर अतिशी मार्लेना को दिल्ली का नया सीएम बनाया गया है. ऐसे में आप हमारी इस खबर में आजादी से लेकर अब तक दिल्ली के सभी मुख्यमंत्री की लिस्ट देख सकते हैं.

चौधरी ब्रह्म प्रकाश से आतिशी तक... अब तक इन लोगों ने संभाली दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की कमान

Chief Ministers of Delhi Since Independence: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. अब उनकी जगह आम आदमी पार्टी की आतिशी मार्लेना (Atishi Marlena) को सीएम बनाया गया है. वह जल्द ही दिल्ली की सीएम के तौर पर नजर आएंगी. लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि आखिर आजादी के बाद से दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की कमान किन-किन नेताओं के हाथ में रही है. आइए आज हम आपको दिल्ली के अब तक के मुख्यमंत्रियों के बारे में बताते हैं.

विमान दुर्घटना के कारण मिला मुख्यमंत्री बनने का मौका
दिल्ली के पहले सीएम कांग्रेस के चौधरी ब्रह्म प्रकाश थे. दिल्ली में पहली बार 1952 में चुनाव हुए थे. हालांकि, चुनाव के बाद देशबंधु गुप्ता (Deshbandhu Gupta) को मुख्यमंत्री बनाने की घोषणा की गई थी, लेकिन विमान दुर्घटना में उनकी मौत हो गई. इसके बाद चौधरी ब्रह्म प्रकाश (Chaudhary Brahm Prakash) दिल्ली के सीएम बने. वह स्वतंत्रता सेनानी भी थे और स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान कई बार जेल भी गए थे.

चौधरी ब्रह्म प्रकाश का जन्म 16 जून 1918 को हुआ था और वह 17 मार्च 1952 से 12 फरवरी 1955 तक दिल्ली के सीएम पद पर रहे. वह दिल्ली के शकूरपुर के रहने वाले थे.

गुरुमुख निहाल सिंह बनें दिल्ली के दूसरे सीएम
गुरुमुख निहाल सिंह (Gurumukh Nihal Singh) दिल्ली के दूसरे सीएम बने. 1952 के आम चुनाव में सरदार गुरुमुख निहाल सिंह दिल्ली विधानसभा के सदस्य चुने गए थे. 7 मई 1952 को वे विधानसभा के अध्यक्ष भी बने. गुरुमुख निहाल सिंह 12 फरवरी 1955 से 1 नवंबर 1956 तक दिल्ली के सीएम पद पर रहे. उन्होंने लंदन विश्वविद्यालय से बीएससी (इकोनॉमिक्स) की पढ़ाई की थी. इसके बाद 1920 में वे बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में प्रोफेसर नियुक्त हुए. बाद में वे 1950 में दिल्ली के श्रीराम कॉलेज के प्रिंसिपल भी बने. 

1956 में भंग कर दी गई दिल्ली विधानसभा
1956 में दिल्ली के मुख्यमंत्री का पद समाप्त कर दिया गया. 1956 में दिल्ली विधानसभा भंग कर दी गई और इसे केंद्र शासित प्रदेश घोषित कर दिया गया. 1966 में दिल्ली को महानगर निगम का दर्जा दिया गया. 1991 में संविधान में संशोधन कर इसे नेशनल कैपिटल टेरिटरी (National Capital Territory) घोषित कर दिया गया. इसके बाद विधानसभा का पुनर्गठन किया गया. 1991 में 69वें संविधान संशोधन के तहत दिल्ली के लिए 70 सदस्यीय विधानसभा के गठन को मंजूरी दी गई. इसमें 12 सीटें अनुसूचित जाति (Scheduled Castes) के लिए आरक्षित की गईं.

37 साल बाद हुए दिल्ली में सीएम पद के चुनाव
इसके बाद जब चुनाव हुए तो 2 दिसंबर 1993 को मदन लाल खुराना (Madan Lal Khurana) दिल्ली के मुख्यमंत्री बने. वह 26 फरवरी 1996 तक इस पद पर रहे. मदन लाल खुराना के बाद भाजपा के साहिब सिंह वर्मा (Sahib Singh Verma) मुख्यमंत्री बने. वह 26 फरवरी 1996 से 12 अक्टूबर 1998 तक दिल्ली के सीएम रहे. इसके बाद भाजपा की सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) को सीएम बनाया गया और वह 3 दिसंबर 1998 तक इस पद पर रहीं. इसके बाद हुए चुनाव में कांग्रेस की शीला दीक्षित (Sheila Dixit) को दिल्ली की कमान मिली. वह 28 दिसंबर 2013 तक यहां सीएम रहीं. 

केजरिवाल बने सबसे कम कार्यकाल वाले सीएम 
शीला दीक्षित के बाद अन्ना आंदोलन से निकली अरविंद केजरीवाल की पार्टी 'आम आदमी पार्टी' सत्ता में आई और अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) दिल्ली के नए मुख्यमंत्री बने. 2013 के चुनाव में केजरीवाल की पार्टी ने 70 में से 28 सीटें जीतीं और कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाई, लेकिन महज 49 दिन में ही उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. इसके साथ ही वे अब तक के सबसे कम कार्यकाल वाले सीएम भी बन गए. 

अब आतिशी के हाथ में दिल्ली की कमान
हालांकि फरवरी 2015 के चुनाव में उन्होंने 67 सीटें जीतीं और फिर से सीएम बने. 2020 के अगले चुनाव में भी उन्होंने चुनाव जीता और अब तक मुख्यमंत्री के पद पर थे, लेकिन अब उन्होंने इस पद से इस्तीफा दे दिया है और उनकी पार्टी की ही मेंबर आतिशी (Atishi) को दिल्ली की कमान सौंपी गई है.

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