कोटा में एक और सुसाइड: बिहार के छात्र ने फांसी के फंदे से लटककर दी जान, कर रहा था JEE की तैयारी
Advertisement
trendingNow12321825

कोटा में एक और सुसाइड: बिहार के छात्र ने फांसी के फंदे से लटककर दी जान, कर रहा था JEE की तैयारी

Suicide in Kota: बिहार के रहने वाले संदिप कुमार, जो कोटा में रहकर जेईई परीक्षा की तैयारी कर रहे थे, उन्होंने पंखे से लटक कर आत्महत्या कर ली है. अधिकारियों ने उसके शव को न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सुरक्षित रख दिया है.

कोटा में एक और सुसाइड: बिहार के छात्र ने फांसी के फंदे से लटककर दी जान, कर रहा था JEE की तैयारी

JEE Aspirant Suicide in Kota: राजस्थान के कोटा से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. JEE परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्र संदीप कुमार ने दुखद रूप से अपनी जान ले ली है. युवा छात्र का शव उसके कमरे में लटका हुआ पाया गया. पीजी में रहने वाले उसके साथी छात्रों ने जब उसके शव को कमरे में लटका पाया, तो उन्होंने तुरंत अधिकारियों को इसकी सूचना दी. पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए घटनास्थल पर पहुंचकर दरवाजा तोड़ा. मूल रूप से बिहार के नालंदा का रहने वाला संदीप कुमार दो साल से कोटा में रहकर JEE परीक्षा की तैयारी कर रहा था. 

संदीप को देर रात उसके कमरे में पंखे से लटका हुआ पाया गया. अधिकारियों ने उसके शव को न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सुरक्षित रख दिया है. चौंकाने वाली बात यह है कि घटना से ठीक एक दिन पहले संदीप के चाचा ने उसके खाते में पैसे जमा किए थे. 

अधिकारियों ने बताया कि संदीप के माता-पिता का चार साल पहले निधन हो गया था और उसके चाचा उसकी पढ़ाई का खर्च उठा रहे थे. उन्होंने ही संदीप का कोटा के एक इंस्टीट्यूट में जेईई परीक्षा की तैयारी के लिए एडमिशन कराया था. उन्होंने कहा कि आगे की जांच जारी है. 

इससे पहले, जून में कोटा शहर में IIT-JEE प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे 17 वर्षीय एक युवक ने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. बिहार के मोतिहारी निवासी आयुष जायसवाल प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए महावीर नगर इलाके में सम्राट चौक के पास एक पेइंग गेस्ट हाउस में रह रहा था. पुलिस ने बताया कि शनिवार रात तक जब वह अपने कमरे से बाहर नहीं आया तो उसके दोस्तों ने पेइंग गेस्ट हाउस मालिक को इसकी सूचना दी.

Disclaimer: जीवन अनमोल है. जी भरकर जिएं. इसका पूरी तरह सम्‍मान करें. हर पल का आनंद लें. अगर किसी बात-विषय-घटना के कारण व्‍यथित हों तो जीवन से हार मानने की कोई जरूरत नहीं. अच्‍छे और बुरे दौर आते-जाते रहते हैं. लेकिन कभी जब किसी कारण गहन हताशा, निराशा, डिप्रेशन महसूस करें तो सरकार द्वारा प्रदत्‍त हेल्‍पलाइन नंबर 9152987821 पर संपर्क करें

Trending news