Jammu Kashmir Election: जम्मू-कश्मीर में जितना बड़ा नेता उतनी महंगी माला.. अंतिम चरण के मतदान से पहले बिके लाखों के फूल
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Jammu Kashmir Election: जम्मू-कश्मीर में जितना बड़ा नेता उतनी महंगी माला.. अंतिम चरण के मतदान से पहले बिके लाखों के फूल

Jammu Kashmir Election 2024: कश्मीर में विधानसभा चुनाव उत्सव के मौसम में तबदील हो गए हैं. राजनीतिक दलों में शामिल होने से लेकर प्रचार तक हर जगह रंग-बिरंगी मालाएं देखने को मिल रही हैं.

Jammu Kashmir Election: जम्मू-कश्मीर में जितना बड़ा नेता उतनी महंगी माला.. अंतिम चरण के मतदान से पहले बिके लाखों के फूल

Jammu Kashmir Election 2024: कश्मीर में विधानसभा चुनाव उत्सव के मौसम में तबदील हो गए हैं. राजनीतिक दलों में शामिल होने से लेकर प्रचार तक हर जगह रंग-बिरंगी मालाएं देखने को मिल रही हैं. जिससे मालाओं की बिक्री में उछाल आया है और श्रीनगर के बाजारों में कारोबार में तेजी आई है. 

इन दिनों महाराजा बाजार, बोहरी कदल, हब्बा कदल और कोकर बाजार जैसे श्रीनगर के प्रसिद्ध और पारंपरिक बाजारों में मालाओं की बंपर बिक्री हो रही है. क्योंकि राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता अपने नेताओं के स्वागत के लिए पार्टी कार्यालयों और प्रचार स्थलों पर रंग-बिरंगी मालाएं लगाने के लिए मालाएं खरीदने में व्यस्त हैं. स्थानीय विक्रेताओं ने बताया कि चुनाव प्रक्रिया शुरू होने के बाद से मालाओं की मांग बढ़ गई है और इससे उनके कारोबार को भी फायदा हो रहा है. 

कोकर बाजार में मालाओं के थोक विक्रेता तारिक अली सोफी ने बताया, "मालाओं की बिक्री बढ़ गई है. लोग गांव और दूसरे जिलों से आकर मालाएं खरीदते हैं. आजकल चुनाव प्रक्रिया चल रही है, इसलिए वे मालाएं खरीदते हैं और मंत्रियों और विधायकों के लिए इस्तेमाल की जाने वाली मालाएं खरीदते हैं. हमारी बिक्री 75 फीसदी तक बढ़ गई है. जाहिर है, मेरी बिक्री बढ़ी है और मुझे इसका फायदा मिला है." 

तारिक की तरह श्रीनगर में कई थोक दुकानें और कश्मीर भर में खुदरा दुकानें हैं जो इन मालाओं को बेच रही हैं. बाज़ार में कई तरह की मालाएं हैं, जिनकी कीमत 100 रुपये से लेकर 10,000 रुपये तक है. राजनीतिक कार्यकर्ता और नेता सामान्य माला खरीदते हैं, यह इस बात पर निर्भर करता है कि नेता कितना बड़ा है.

जम्मू कश्मीर में दुकानदारों ने लाखों रुपये की मालाएं बेची हैं, क्योंकि हाई प्रोफाइल नेताओं के लिए महंगी मालाएं खरीदी गई थीं. उन दुकानदारों को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में मांग बढ़ेगी. जब चुनाव परिणाम घोषित होंगे और विजयी दलों के कार्यकर्ता और सफल उम्मीदवार पूरे जोश के साथ जश्न मनाएंगे. अब देखना यह है कि 8 अक्टूबर को ये मालाएं किस प्रत्याशी और किस राजनीतिक दल के लिए सौभाग्य लेकर आती हैं.

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