Anantnag Chunav: ये दिल्ली की घबराहट है... अनंतनाग में चुनाव की तारीख बदलने पर क्यों भड़की महबूबा मुफ्ती की पार्टी
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Anantnag Chunav: ये दिल्ली की घबराहट है... अनंतनाग में चुनाव की तारीख बदलने पर क्यों भड़की महबूबा मुफ्ती की पार्टी

Jammu Kashmir Lok Sabha Chunav: महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला ने अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट पर चुनाव स्थगित करने के फैसले का विरोध किया है. एक वीडियो शेयर करते हुए भाजपा पर निशाना साधा गया है. उस क्षेत्र में सड़कों की स्थिति, मौसम के हालात और कनेक्टिविटी को लेकर आयोग से अपील की गई थी. इस सीट पर मतदान अब 25 मई को होगा.

Anantnag Chunav: ये दिल्ली की घबराहट है... अनंतनाग में चुनाव की तारीख बदलने पर क्यों भड़की महबूबा मुफ्ती की पार्टी

Lok Sabha Election 2024: जम्मू-कश्मीर की अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट पर 7 मई नहीं, अब 25 मई को मतदान होगा. BJP समेत कई राजनीतिक दलों और नेताओं ने निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर खराब मौसम के आधार पर अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट पर चुनाव स्थगित करने की मांग की थी. हालांकि पीडीपी प्रवक्ता मोहित भान ने चुनाव स्थगित होने पर कहा कि हमारे दल को रोकने के लिए वे एकजुट हुए हैं. महबूबा मुफ्ती के प्रति लोगों के भारी समर्थन को देखकर दिल्ली की घबराहट ने चुनाव की तारीख बदलने पर मजबूर किया. 

एक वीडियो पर मचा बवाल

मोहित भान ने कहा, 'दिल्ली की घबराहट ने उन्हें चुनाव की तारीख बदलने और भाजपा की समर्थक पार्टियों को चुनावी प्रक्रिया में गड़बड़ी करने की सुविधा देने के लिए मजबूर किया है... हमने एक वीडियो में देखा (जिसे हमने चुनाव आयोग को शिकायत के साथ प्रस्तुत किया) कि कैसे पहाड़ी समुदाय के मतदाताओं को मुफ्ती को वोट न देने की धमकी दी गई. उनसे कहा गया कि अगर उन्होंने ऐसा किया तो उन्हें 1947 की तरह के हालात का सामना करना पड़ेगा.'

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भान ने कहा कि 1987 की यादें अभी ताजा हैं जब लोकप्रिय जनादेश को दबा दिया गया था और जम्मू-कश्मीर सहित देश को मौत और विनाश के एक अंधेरे युग में धकेल दिया गया था, जिससे लोकतांत्रिक ढांचा कमजोर हो गया. आगे जम्मू-कश्मीर में अस्थिर माहौल बन गया था. 

पहले 7 मई को होना था मतदान

चुनाव आयोग ने पहले मतदान की तारीख 7 मई निर्धारित की थी, जिसे बदलकर 25 मई कर दिया गया. चुनाव आयोग के मंगलवार को एक बयान में कहा, 'जम्मू-कश्मीर के विभिन्न राजनीतिक दलों से अनंतनाग-राजौरी संसदीय क्षेत्र में चुनाव की तारीख बदलने के आवेदन मिले... क्योंकि संचार और कनेक्टिविटी की प्राकृतिक बाधाएं प्रचार में बाधा बन रही हैं... ये चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों के लिए उचित अवसर की कमी के समान है जो चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित कर सकती है.' 

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्रियों उमर अब्दुल्ला (नेशनल कॉन्फ्रेंस) और महबूबा मुफ्ती (पीडीपी) ने आयोग से चुनाव स्थगित नहीं करने का आग्रह किया था. कुछ घंटे पहले महबूबा मुफ़्ती ने एक वीडियो शेयर करते हुए आरोप लगाया कि क्या इसीलिए अनंतनाग-राजौरी चुनाव को भाजपा टालना चाहती है जिससे उसके नेता खुलेआम पहाड़ियों को अपनी पार्टी के लिए वोट देने को मजबूर कर सकें?'

नेशनल कॉन्फ्रेंस ने भी चुनाव की तारीख़ बदलने का विरोध किया है. उमर अब्दुल्ला ने कहा कि यह कुछ पार्टियों को मदद करने किया गया है. हमारे पास सब विकल्प हैं, हम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाएंगे. 

उधर, भाजपा नेता के वीडियो पर शिकायत कर दी गई है. पीडीपी नेता की ओर से की गई शिकायत में कहा गया है कि पहाड़ी मुसलमानों को डराने-धमकाने और उनके मतदान विकल्पों को प्रभावित करने के उद्देश्य से उन्हें निशाना बनाने की कोशिश हो रही है. आरोप लगाया गया कि भाजपा के प्रतिनिधि पहाड़ी मुसलमानों को खुलेआम धमका रहे हैं.

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