Bahraich Lok Sabha Election 2024 News: यूपी के मैप में जब आप लखनऊ से गोंडा, अयोध्या की तरफ नजर दौड़ाएंगे तो नेपाल बॉर्डर से लगा जिला बहराइच दिखाई देगा. इस प्राकृतिक सुंदरता वाले क्षेत्र का पौराणिक महत्व भी है. इसे 'ब्रह्माच' कहा जाता है. लोकसभा चुनाव में इसबार भाजपा के पास हैट्रिक लगाने का चांस है.
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Bahraich Lok Sabha Election 2024: घने जंगल और तेज बहने वाली नदियां बहराइच जिले की खासियत हैं. पौराणिक कथा के अनुसार यूपी के बहराइच क्षेत्र को भगवान ब्रह्मा की राजधानी कहा गया है. इसका नाम पहले 'ब्रह्माइच' था. कथा है कि सृष्टि की शुरुआत में ब्रह्मा जी ने यहीं पर ऋषियों का सम्मेलन किया था. कहा जाता है कि ब्रह्मा जी ने यहां के वन क्षेत्र को ऋषियों और साधुओं की पूजा के स्थान के रूप में विकसित किया था. आज भी जिले का 100 वर्ग किमी का इलाका जंगल से ढका है. बहराइच जिले में दो लोकसभा सीटें आती हैं- बहराइच और कैसरगंज. बहराइच एससी सीट है.
बहराइच लोकसभा चुनाव 2024 रिजल्ट
बहराइच सीट पर चौथे चरण में 13 मई को चुनाव कराए गए. कुल 57.42 प्रतिशत लोगों ने वोट डाले. नतीजे 4 जून को आएंगे.
सपा ने बहराइच सीट से रमेश गौतम को टिकट दिया है. वह पहले बसपा में थे. 2020 में सपा में आ गए. सपा इस सीट से सिर्फ 2004 में जीती है. मोदी लहर में भाजपा पिछले दोनों चुनाव जीतती रही है. हालांकि बहराइच लोकसभा सीट का इतिहास देखें तो यहां की जनता ने कांग्रेस, भाजपा, सपा और बसपा सभी को बारी-बारी से मौका दिया है. पिछले चुनाव में अक्षयवर लाल गोंड भाजपा से जीते थे.
इस लोकसभा सीट में पांच विधानसभाएं आती हैं जिसमें बाल्हा और नानपारा भारत-नेपाल सीमा से सटा इलाका है. बहराइच लोकसभा क्षेत्र में 17 लाख के करीब मतदाता हैं. इसमें 8 लाख महिलाएं हैं.
बहराइच लोकसभा सीट का जातीय समीकरण
- यह मुस्लिम बहुल इलाका है जिसमें 35 फीसदी से अधिक मुसलमान रहते हैं.
- 16 फीसदी दलित मतदाता और पिछड़ी जाति के लोगों की भी अच्छी खासी आबादी है. सुरक्षित सीट होने के कारण दलित वोट पर सबकी नजर होती है.
- कई चुनावों तक मुस्लिम आबादी से ही जीत हार का फैसला होता था. हालांकि समय के साथ बीजेपी ने बड़ी सेंधमारी की. 2014 और 2019 के बाद भाजपा इस बार 2024 के लोकसभा चुनाव में हैट्रिक लगाने की कोशिश कर रही है.
- बीजेपी ने पिछले चुनाव में सवा लाख वोटों के अंतर से सपा-बसपा गठबंधन को हराया था.
1952 | रफी अहमद किदवई | कांग्रेस |
1957 | जोगिन्दर सिंह | कांग्रेस |
1962 | कुंवर राम सिंह | स्वतंत्र पार्टी |
1967 | के.के. नायर | भारतीय जनसंघ |
1971 | बदलू राम शुक्ला | कांग्रेस |
1977 | ओम प्रकाश त्यागी | भारतीय लोकदल |
1980 | मौलाना सैय्यद मुजफ्फर हुसैन | कांग्रेस (आई) |
1984 | आरिफ मोहम्मद खान | कांग्रेस |
1989 | आरिफ मोहम्मद खान | जनता दल |
1991 | रुद्रसेन चौधरी | भाजपा |
1996 | पद्मसेन चौधरी | भाजपा |
1998 | आरिफ मोहम्मद खान | बसपा |
1999 | पद्मसेन चौधरी | भाजपा |
2004 | रुबाब सईदा | सपा |
2009 | कमल किशोर | कांग्रेस |
2014 | सावित्री बाई फुले | भाजपा (बाद में कांग्रेस में शामिल) |
2019 | अक्षयवर लाल | भाजपा |