Etah Lok Sabha Chunav Result 2024: यूपी की एटा लोकसभा सीट पर इस बार कांटे की लड़ाई की चर्चाएं चल रही हैं. बीजेपी ने अपने मौजूदा सांसद राजवीर सिंह को फिर मैदान में उतारा है तो सपा उम्मीदवार भी कमतर नहीं है.
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Etah Lok Sabha Election 2024: एटा लोकसभा सीट को कभी यादव लैंड कहा जाता था. इसे यह उपाधि यूं हीं नहीं मिली थी. इस सीट में यादव मतदाताओं की बहुलता थी, जिसके चलते वे असेंबली से लेकर लोकसभा तक, सभी चुनावों में किंगमेकर की भूमिका निभाते थे. हालांकि उनका यह दबदबा 2008 में तब खत्म हो गया, जब परिसीमन के बाद यादव बहुल कई असेंबली सीटें दूसरी लोकसभा सीटों के साथ जुड़ गई और एटा के साथ लोध राजपूत बहुल सीटें आ गई हैं. इसके बाद से यादव लैंड की उपाधि और दबदबा दोनों जाते रहे. अब यह यादव बहुल सीट नहीं रही है.
एटा लोकसभा सीट को कभी यादव लैंड कहा जाता था. हालांकि उनका यह दबदबा 2008 में तब खत्म हो गया, जब परिसीमन के बाद यादव बहुल कई असेंबली सीटें दूसरी लोकसभा सीटों के साथ जुड़ गई और एटा के साथ लोध राजपूत बहुल सीटें आ गई हैं.
कुल 5 असेंबली सीटें शामिल
एटा लोकसभा सीट में इस वक्त कुल 5 असेंबली सीटें शामिल हैं. इनमें एटा जिले की मारहरा, एटा और कासगंज जिले की अमांपुर, पटियाली व कासगंज सीटें शामिल हैं. इनमें से 4 सीटों पर बीजेपी और एक पर सपा काबिज है. पूर्व सीएम कल्याण सिंह के बेटे और बीजेपी नेता राजवीर सिंह फिलहाल एटा से सांसद हैं.
एटा सीट का जातीय समीकरण
इस सीट के जातीय समीकरणों की बात की जाए तो यहां पर लोधी राजपूतों की संख्या करीब 2 लाख 90 हजार, यादव लगभग ढाई लाख, शाक्य करीब 2 लाख, ब्राह्मण 90 हजार, वैश्य 90 हजार, मतदाता, जाटव 2 लाख मतदाता है. बाकी बिरादरियां भी इस सीट पर हैं लेकिन वे कम मात्रा में है. इनमें से मुस्लिम और यादव सपा का कोर वोट बैंक रहा है. इन दोनों वोट बैंक में वह बाकी जातियों के वोट मिलाकर सीट निकालती रही है लेकिन कल्याण सिंह की लोकप्रियता की वजह से अब कामयाबी सपा से दूर हो गई है.
बीजेपी ने बना लिया अपना गढ़
एटा लोकसभा सीट 3 बार कांग्रेस ने कब्जा जमाया है तो एक- एक बार हिंदू महासभा, जनता पार्टी, लोकदल, जनक्रांति पार्टी और समाजवादी पार्टी ने जीत हासिल की है. बीजेपी यहां पर लंबे अर्से से ताकतवर रही है. उसने वर्ष 1991 से 98 तक यहां पर राज किया और उसके बाद अब 2014 से लगातार कब्जा बनाए हुए है.
बीजेपी ने फिर जताया राजवीर पर भरोसा
बीजेपी ने इस सीट पर एक बार फिर राजवीर सिंह को मैदान में उतारा है. वहीं सपा ने इस सीट से देवेश शाक्य को टिकट दिया है. इसके साथ ही चुनावी तस्वीर भी कुछ हद तक साफ होने लगी है. एक और जहां सपा- कांग्रेस का गठबंधन है, तो दूसरी ओर बीजेपी, आरएलडी और अपना दल का गठबंधन है. देखने वाली बात ये होगी कि क्या राजवीर सिंह को अपने पिता के नाम का फिर साथ मिलेगा या इस बार बाजी पलट भी सकती है.
एटा लोकसभा क्षेत्र का चुनावी इतिहास
वर्ष | विजेता | पार्टी |
2019 | राजवीर सिंह | बीजेपी |
2014 | राजवीर सिंह | बीजेपी |
2009 | कल्याण सिंह | जनक्रांति पार्टी |
2004 | देवेंद्र सिंह यादव | सपा |
1999 | देवेंद्र सिंह यादव | सपा |
एटा लोकसभा चुनाव 2024
पार्टी | उम्मीदवार | मिले वोट | रिजल्ट |
बीजेपी | राजवीर सिंह | ||
सपा | देवेश शाक्य | ||
बसपा | |||
अन्य |