Gautam Buddh Nagar Lok Sabha Chunav Result 2024: दिल्ली से सटा गौतमबुद्धनगर जिला बसपा मुखिया मायावती का गृह जनपद है. लेकिन उन्होंने एक ऐसी गलती की कि यह जिला हमेशा के लिए उनके हाथ से निकल गया.
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Gautam Budh Nagar Lok Sabha Chunav Result 2024: नोएडा को यूपी का शो विंडो भी कहा जाता है. देश- विदेश जहां पर भी यूपी सरकार की ओर से राज्य के विकास को शोकेस करना होता है, वहां पर नोएडा की चमचमाती सड़कों, बड़ी- बड़ी कंपनियों और स्कूल- कॉलेजों का ही प्रेजेंटेशन किया जाता है. चूंकि नोएडा जिला गौतमबुद्ध नगर का ही अहम और दिल्ली से सटा यूपी का पहला शहर है. इसलिए गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट अपने आप में हाई प्रोफाइल बन जाती है.
गौतमबुद्धनगर लोकसभा चुनाव रिजल्ट
गौतमबुद्धनगर लोकसभा सीट पर इस बार भी एकतरफा नतीजा आने की संभावना जताई जा रही है. यह एक शहरीकृत सीट है, जिस पर बीजेपी और पीएम मोदी को पसंद करने वाले लोगों की भारी संख्या है.
केवल 15 साल पुराना है इतिहास
गौतमबुद्धनगर लोकसभा सीट यूपी की नई- नवेली सीट है, जिसका इतिहास केवल 15 साल पुराना है. भारत के परिसीमन आयोग की सिफारिशों के आधार पर वर्ष 2008 में इस सीट का गठन किया गया था. इससे पहले यह खुर्जा लोकसभा सीट का हिस्सा थी. गौतमबुद्ध नगर सीट पर पहली बार चुनाव वर्ष 2009 में हुए, जिसमें बीएसपी के तत्कालीन उम्मीदवार सुरेंद्र नागर ने बीजेपी उम्मीदवार डॉक्टर महेश शर्मा को हराकर जीत हासिल की थी.
सुरेंद्र नागर ने हासिल की थी पहली जीत
इसके बाद वर्ष 2014 में हुए आम चुनाव में बसपा ने सुरेंद्र नागर का टिकट काटकर सतीश अवाना को दे दिया. जबकि बीजेपी की ओर से फिर डॉक्टर महेश शर्मा को चुनाव मैदान में उतारा गया. उन्होंने 'कमजोर' उम्मीदवार सतीश अवाना को इकतरफा तरीके से हरा दिया. वर्ष 2019 में भी डॉक्टर महेश शर्मा ने सपा के बेहद कमजोर उम्मीदवार नरेंद्र भाटी को एकतरफा तरीके से हराकर जीत हासिल कर ली. राजनीतिक पंडितों ने इसे बसपा मुखिया मायावती की बड़ी गलती माना. इसके बाद से बीएसपी जिले में लगातार सिमटती चली गई.
क्या तीसरी बार जीत पाएंगे महेश शर्मा?
अब डॉक्टर महेश अपनी हैट्रिक पूरी करने के लिए फिर से मैदान में हैं. बीजेपी की पहली लिस्ट में गौतमबुद्धनगर सीट से उन्हें फिर उम्मीदवार बनाया गया है. परिस्थितियां पूरी तरह उनके फेवर में होते हुए भी जनता के एक हिस्से में उनके खिलाफ नाराजगी का भाव नजर आता है.
विपक्षी पार्टियों के गंभीर आरोप
विपक्षी पार्टियों का आरोप है कि भाजपा सांसद ने पिछले 10 साल में राजनीतिक ताकत का इस्तेमाल अपने कारोबार को बढ़ाने में किया. उन्होंने जहां अपने प्राइवेट अस्पतालों और संस्थानों की संख्या डेढ़ दर्जन तक कर ली. वहीं जिले की जनता आज भी एक मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल के लिए तरस रही है, जहां पर कार्डियेक, न्यूरो, किडनी, लीवर का इलाज हो सके.
टॉप लीडरशिप से नजदीकी बनी फायदेमंद
डॉक्टर महेश शर्मा के विरोधी केवल विपक्षी पार्टियों में ही नहीं बल्कि उनकी पार्टी में भी हैं. हालांकि वे इन सब आलोचनाओं से बेपरवाह नजर आते हैं. इसकी वजह उनकी पार्टी के टॉप नेताओं से नजदीक है, जिसकी वजह से हर बार उन्हें टिकट आसानी से मिल जाता है. उनकी जीत की दूसरी बड़ी वजह गौतमबुद्ध नगर सीट पर शहरी मतदाताओं की बड़ी संख्या है, जो क्षेत्रीय पार्टियों के मुकाबले राष्ट्रीय पार्टी को ज्यादा पसंद करती हैं और पिछले 10 सालों से उनके वोट बीजेपी को मिल रहे हैं.
गौतमबुद्ध नगर क्षेत्र में 5 असेंबली सीटें शामिल
अगर गौतमबुद्धनगर लोकसभा क्षेत्र में शामिल असेंबली सीटों की बात की जाए तो इसमें कुल 5 सीटें शामिल हैं. इनमें गौतमबुद्धनगर जिले की नोएडा, दादरी और जेवर की सीटें शामिल हैं. वहीं बुलंदशहर जिले की सीटें सिकंदराबाद और खुर्जा हैं.
बसपा मुखिया मायावती का गृह जनपद
गौतमबुद्ध नगर जिला बीएसपी मुखिया मायावती का गृह जनपद है. जिले के बादलपुर गांव में उनका पैतृक घर है. यही वजह है कि जिले के लोग उन्हें उन्हें बेटी की तरह देखते रहे हैं और चुनावों में खूब आशीर्वाद देते रहे हैं. लेकिन जब से जिले में उनका आना- जाना कम हुआ है, तब से पार्टी का ग्राफ भी लगातार कम होता चला गया है.
गुर्जर- ठाकुरों के हाथ में जीत की चाभी
गौतमबुद्धनगर लोकसभा सीट पर करीब 25 लाख वोटर हैं. जिनमें गुर्जर और ठाकुर वोटर की संख्या करीब 5-5 लाख है. इसके बाद करीब 4 लाख ब्राह्मण, 3.5 लाख दलित और अन्य वोटर की संख्या करीब 4 लाख है. मुस्लिम मतदाताओं की संख्या करीब 3.5 लाख है.
गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट का चुनावी इतिहास
वर्ष | विजेता |
पार्टी |
2019 | डॉक्टर महेश शर्मा | बीजेपी |
2014 | डॉक्टर महेश शर्मा | बीजेपी |
2009 | सुरेंद्र नागर | बसपा |
गौतमबुद्धनगर लोकसभा चुनाव 2024
पार्टी | उम्मीदवार | मिले वोट | रिजल्ट |
बीजेपी | डॉक्टर महेश शर्मा | ||
सपा | |||
बसपा | |||
अन्य |