Haridwar Lok Sabha Election 2024: हरिद्वार लोकसभा सीट से वर्तमान सांसद रमेश पोखरियाल निशंक का टिकट काटकर बीजेपी ने पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को उम्मीदवार घोषित किया है.
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Haridwar Lok Sabha Chunav 2024: उत्तराखंड की हरिद्वार लोकसभा सीट पर बीजेपी और कांग्रेस में कांटे की लड़ाई देखने को मिल सकती है. 2014 और 2019 में बीजेपी ने यहां बड़े अंतर से जीत दर्ज की थी. लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी ने यहां से सिटिंग एमपी और पूर्व केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक का टिकट काट दिया है. हरिद्वार सीट से बीजेपी ने इस बार पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को मैदान में उतारा है. कांग्रेस ने उम्मीदवार की घोषणा नहीं है. बहुजन समाज पार्टी ने भी अब तक पत्ते नहीं खोले हैं. हरिद्वार लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र 1977 में अस्तित्व में आया. तब से, इस सीट पर 13 आम चुनाव और एक उपचुनाव हुआ है. बीजेपी ने सबसे ज्यादा छह बार यह सीट जीती है, उसके बाद कांग्रेस (5), दो बार लोक दल और एक बार समाजवादी पार्टी ने जीत हासिल की है. इस क्षेत्र में किसानों और अल्पसंख्यकों की ठीक-ठाक आबादी बसती है. हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र के बारे में विस्तार से आगे जानिए.
हरिद्वार सीट पर लोकसभा चुनाव के पहले चरण में, 19 अप्रैल को वोटिंग हुई थी. चुनाव आयोग 04 जून 2024 को हरिद्वार लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित करेगा.
हरिद्वार उत्तराखंड की पांच लोकसभा सीटों में से एक है. यह लोकसभा क्षेत्र हरिद्वार की 11 और देहरादून की तीन विधानसभा सीटों से मिलकर बना है. 2022 के विधानसभा चुनावों में, हरिद्वार सीट की 14 विधानसभाओं में बीजेपी ने छह, कांग्रेस ने पांच, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने दो और एक निर्दलीय ने जीती थी. हालांकि, बसपा विधायक सरवत करीम अंसारी के निधन के बाद मंगलौर सीट खाली हो गई.
हरिद्वार लोकसभा : अभी तक के सांसदों की सूची
साल | सांसद (पार्टी) |
2019, 2014 | रमेश पोखरियाल (बीजेपी) |
2009 | हरीश रावत (कांग्रेस) |
2004 | राजेंद्र कुमार बाड़ी (समाजवादी पार्टी) |
1999, 1998, 1996 | हरपाल सिंह साथी (बीजेपी) |
1991 | राम सिंह सैनी (बीजेपी) |
1989 | जगपाल सिंह (कांग्रेस) |
1987 उपचुनाव | राम सिंह सैनी (कांग्रेस) |
1984 | सुंदर लाल (कांग्रेस) |
1980 | जगपाल सिंह (जनता पार्टी (सेक्युलर)) |
1977 | भगवान दास राठौड़ (जनता पार्टी) |
हरिद्वार लोकसभा सीट का इतिहास
1977 में हरिद्वार लोकसभा सीट अस्तित्व में आई. पहली बार जनता पार्टी के भगवान दास राठौड़ सांसद बने. 1980 में जनता पार्टी (सेक्युलर) के जगपाल सिंह जीते. फिर इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा हो गया. 1991 में बीजेपी ने सीट पर पहली बार जीत दर्ज की तो 1999 तक जीतती रही. 2004 में समाजवादी पार्टी और 2009 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस जीती. उसके बाद से इस सीट पर बीजेपी का कब्जा है. हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र में 20 लाख वोटर्स हैं जिनमें 10.5 लाख पुरुष और 9.5 लाख महिलाएं हैं.
यहां के चुनाव में बसपा को कभी जीत नहीं मिली लेकिन वह वोट काटने में माहिर है. बसपा के उम्मीदवार को 2019 में 1.7 लाख वोट और 2014 में 1.1 लाख वोट मिले, जिससे कांग्रेस के वोटों पर असर पड़ा. बसपा प्रत्याशी इस सीट की भगवानपुर, मंगलौर, हरिद्वार ग्रामीण, पिरान कलियर और झबरेड़ा विधानसभा क्षेत्रों के वोट बैंक में बड़ी सेंध लगा सकते हैं.