Kheri Lok Sabha Election/Chunav 2024 News: खीरी में बीजेपी ने इस बार भी अजय मिश्रा टेनी पर दांव लगाया है. उनकी नाव को बीच भंवर में डुबोने के लिए अखिलेश यादव जी जान से जुटे हैं.
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Kheri Lok Sabha Election 2024: खीरी लोकसभा सीट कांग्रेस, सपा और बीजेपी के बीच घूमती रही है. इस सीट पर पहली बार चुनाव वर्ष 1957 में हुए थे, जिसमें प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के कुशवक्त राय ने जीत दर्ज की थी. इसके बाद 1962 से लेकर 1971 तक कांग्रेस का इस सीट पर शासन रहा. फिर 1980,1984 और 1989 सीट भी कांग्रेस जीती. 1991 में हुए राम मंदिर आंदोलन ने बीजेपी का भाग्य उदय किया और उसने 1991 में पहली बार इस सीट पर जीत हासिल की. कांग्रेस की ऊषा वर्मा और सपा के रवि प्रकाश वर्मा इस सीट पर सबसे ज्यादा 3-3 बार जीत हासिल करने वाले सांसद रहे हैं. बसपा को यहां के लोगों ने कभी गले नहीं लगाया और वह आज तक इस सीट पर जीत से महरूम है.
खीरी लोकसभा सीट कांग्रेस, सपा और बीजेपी के बीच घूमती रही है. इस सीट पर पहली बार चुनाव वर्ष 1957 में हुए थे, जिसमें प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के कुशवक्त राय ने जीत दर्ज की थी. इसके बाद 1962 से लेकर 1971 तक कांग्रेस का इस सीट पर शासन रहा.यहां पर पिछड़े, दलित वोटर्स की संख्या काफी है. इसके साथ ही ब्राह्मण, राजपूत और वैश्यों की आबादी भी ठीक ठाक है.
सांसद के बेटे पर किसानों को कुचलने का आरोप
खीरी सीट से बीजेपी नेता अजय मिश्र टेनी मौजूदा समय में सांसद हैं. वही टेनी, जिनके बेटे आशीष मिश्रा पर आंदोलन कर रहे किसानों पर गाड़ी चढ़ाकर मारने का आरोप है. आशीष मिश्रा फिलहाल जेल में बंद है और उसके खिलाफ कोर्ट में मुकदमा चल रहा है. किसान आंदोलनकारियों की बड़ी मांगों में एक अजय मिश्र टेनी को केंद्रीय मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की भी है लेकिन मोदी सरकार ने इसे कभी मंजूर नहीं किया.
बीजेपी ने फिर से टेनी पर लगाया दांव
बीजेपी ने एक बार फिर अजय मिश्रा टेनी को मैदान में उतारा है, जबकि सपा ने उत्कर्ष वर्मा को टिकट दिया है. ऐसे में यह जंग पार्टी से ज्यादा अजय मिश्रा टेनी के राजनीतिक अस्तित्व से ज्यादा जुड़ी नजर आती है. टेनी पिछले 10 साल से खीरी के सांसद हैं. उन्हें एंटी इनकंबेंसी से जूझने के साथ ही आंदोलनकारी किसानों के गुस्से से भी निपटना होगा. ऐसे में देखने लायक बात होगी कि वे इस जंग में सफल हो पाते हैं या नहीं.
खीरी लोकसभा में शामिल असेंबली सीटें
खीरी लोकसभा सीट में कुल 5 असेंबली सीटें शामिल हैं. इनके नाम लखीमपुर, पलिया, निघासन, गोला गोकर्णनाथ और श्रीनगर (एससी) है. इन सभी सीटों पर बीजेपी के विधायक हैं. इस लिहाज से कागजों में अजय मिश्रा टेनी की स्थिति मजबूत नजर आती है लेकिन वे इसका कितना फायदा उठा पाते हैं, यह देखने लायक बात होगी.
खीरी लोकसभा सीट का सामाजिक समीकरण
खीरी लोकसभा सीट पर करीब 18 लाख वोटर्स हैं. इनमें से करीब 80 फीसदी हिंदू और 20 फीसदी मुस्लिम मतदाता हैं. यहां पर पिछड़े, दलित वोटर्स की संख्या काफी है. इसके साथ ही ब्राह्मण, राजपूत और वैश्यों की आबादी भी ठीक ठाक है. इस जिले की बड़ी आबादी खेतीबाड़ी के काम में जुटी हुई है. इसलिए किसानों से जुड़े मुद्दे यहां अक्सर चर्चा में रहते हैं.
खीरी लोकसभा क्षेत्र का चुनावी इतिहास
वर्ष | विजेता | पार्टी |
2019 | अजय मिश्रा टेनी | बीजेपी |
2014 | अजय मिश्रा टेनी | बीजेपी |
2009 | जफर अली नकवी | कांग्रेस |
2004 | रवि प्रकाश वर्मा | सपा |
1999 | रवि प्रकाश वर्मा | सपा |
खीरी लोकसभा चुनाव 2024
पार्टी | उम्मीदवार | मिले वोट | रिजल्ट |
बीजेपी | अजय मिश्रा टेनी | ||
सपा | उत्कर्ष वर्मा | ||
बसपा | |||
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