Suvendu Adhikari on TMC: लोकसभा चुनाव में नेता बहुत फूंक-फूंक कर कदम रखते हैं. उनके मुंह से निकली बात पार्टी के लिए मुसीबत बढ़ा सकती है. हाल में ऐसा हुआ भी. अब ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस पर भाजपा ने हमला बोला है. टीएमसी नेता ने पीएम को 'तेली का बेटा' कहा तो सुवेंदु अधिकारी ने ओबीसी समाज का मुद्दा उठा दिया. साथ ही ओबीसी लिस्ट की चुभने वाली बात कह दी.
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West Bengal Lok Sabha Election: जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव करीब आ रहे हैं, नेताओं की तीखी और अमर्यादित बयानबाजी बढ़ती जा रही है. अब पश्चिम बंगाल में भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने तृणमूल कांग्रेस के नेता पीयूष पांडा के खिलाफ कार्रवाई की मांग ही है. टीएमसी नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कथित तौर पर जातिवादी टिप्पणी की. पांडा ने पीएम की जाति का हवाला देते हुए अयोध्या में उनके राम मंदिर का उद्घाटन करने को लेकर सवाल खड़े किए. बंगाल में विपक्ष के नेता सुवेंदु ने इसे ओबीसी समाज का अपमान बताते हुए मामले को गरमा दिया है. चुनाव के समय ओबीसी विवाद ममता बनर्जी की टेंशन बढ़ा सकता है क्योंकि बंगाल में ओबीसी समुदाय की हिस्सेदारी करीब 16 फीसदी है. वैसे भी, सुवेंदु ने तुष्टीकरण का आरोप लगाते हुए ओबीसी लिस्ट की चर्चा भी छेड़ दी है.
तेली, जूते पॉलिश, ओबीसी
सुवेंदु ने सोशल मीडिया एक्स पर लंबा पोस्ट लिखा. उन्होंने कहा कि टीएमसी की क्षेत्रीय इकाई के अध्यक्ष पीयूष पांडा (President of TMC Contai Organizational District) अगर कुछ बोलें तो उसे उनकी पार्टी का आधिकारिक रुख माना जाना चाहिए. उन्होंने कहा, 'पांडा ने न केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो को 'तेली का बेटा' कहकर नीचा दिखाने की कोशिश की है बल्कि पूरे ओबीसी समाज का अपमान किया. उन्होंने इशारों में यह भी कह दिया कि जूते पॉलिश करना ओबीसी समाज के सदस्यों के लिए उपयुक्त काम है.'
सुवेंदु ने गरमाया ओबीसी मुद्दा
सुवेंदु अधिकारी यहीं पर नहीं रुके. उन्होंने ट्वीट में कहा कि पांडा के नेता (ममता बनर्जी) ने पहले ही पिछड़े वर्गों की पहचान के लिए मंडल आयोग के मानदंडों को कमजोर कर दिया है. पश्चिम बंगाल में असली ओबीसी समाज को वंचित करते हुए उन्होंने अपने पसंदीदा वोट बैंक को गलत तरीके से आरक्षण का लाभ दिया है. दरअसल, भाजपा मुस्लिम तुष्टिकरण को लेकर ममता सरकार पर हमले करती रही है. राज्य की ओबीसी लिस्ट में शामिल 179 जातियों में 118 मुस्लिम समुदाय से संबंधित हैं. पिछले साल की एक रिपोर्ट के मुताबिक 2011 के बाद राज्य सरकार ने 65 मुस्लिम और 6 हिंदू जातियों को इसमें शामिल किया.
सुवेंदु ने आगे कहा कि अब ऐसा लगता है कि ममता बनर्जी ने ओबीसी समाज को गाली देने का अधिकार अपने जूनियर नेताओं को दे दिया है. अगर ऐसा नहीं होता तो ऐसे निम्न स्तर के नेता की माननीय प्रधानमंत्री की जाति और पवित्र राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में उनकी उपस्थिति पर सवाल खड़ा करने की हिम्मत नहीं होती.
Though I don't give two hoots about a lower level TMC leader - Pijush Panda, but when the foul mouthed creep is the President of the regional TMC Party's Contai Organizational District, his words have to be considered as his Party's Official stance.
He has not only tried to… pic.twitter.com/4pO8LrBTDH
— Suvendu Adhikari (Modi Ka Parivar) (@SuvenduWB) March 31, 2024
सुवेंदु अधिकारी ने राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष हंसराज गंगाराम अहीर से इस मामले का संज्ञान लेने का आग्रह किया है. साथ ही चुनाव आयोग से कहा कि वह संबंधित नेता को चुनाव प्रक्रिया में भाग लेने से रोके.
टीएमसी नेता पांडा ने कहा क्या था?
सुवेंदु ने जो वीडियो शेयर किया है, अंग्रेजी में लिखे गए उसके अनुवाद के अनुसार, पांडा ने कहा'...उन्होंने (पीएम मोदी) एक अधूरे राम मंदिर का उद्घाटन किया. 4 शंकराचार्यों ने कहा कि हिंदू धर्म में ऐसा नहीं हो सकता. नरेंद्र मोदी अभिमानी हैं. वह एक तेली के बेटे हैं. वह राम मंदिर का उद्घाटन और पूजा कैसे करते हैं...'
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लोकसभा चुनाव में ओबीसी समाज के अपमान का यह मुद्दा टीएमसी के लिए मुसीबत खड़ी कर सकता है. ओबीसी समाज से जुड़े ऐसे मुद्दों को बीजेपी पहले भी उठाती रही है. देशभर में ओबीसी वोटरों को गेमचेंजर माना जाता है.