Ramchandra Choudhary: क्या अजमेर में चलेगी रामचंद्र चौधरी की 'चौधराहट'? कितना है उनका सोशल स्कोर
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Ramchandra Choudhary: क्या अजमेर में चलेगी रामचंद्र चौधरी की 'चौधराहट'? कितना है उनका सोशल स्कोर

Ramchandra Choudhary Ajmer: कांग्रेस ने अजमेर से रामचंद्र चौधरी को चुनाव के मैदान में उतारा है. आइए जानते हैं कि रामचंद्र चौधरी का सोशल स्कोर क्या है.

Ramchandra Choudhary: क्या अजमेर में चलेगी रामचंद्र चौधरी की 'चौधराहट'? कितना है उनका सोशल स्कोर

Lok Sabha Chunav: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए राजस्थान में सियासी सरगर्मी तेज है. यहां कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधा मुकाबला है. कांग्रेस ने राजस्थान की अजमेर लोकसभा सीट से रामचंद्र चौधरी को टिकट दिया है. लोकसभा सीट का क्षेत्र काफी बड़ा होता है. उसमें कई विधानसभाएं होती हैं. ऐसे में कैंडिडेट सोशल मीडिया का इस्तेमाल भी लोगों तक पहुंचने के लिए कर रहे हैं. इस बीच, 'ज़ी न्यूज़' ने चुनाव लड़ रहे नेताओं का सोशल स्कोर निकाला है. इसे लीडर सोशल स्कोर (LSS) कहते हैं. इस खबर में अजमेर लोकसभा सीट (राजस्थान) से कांग्रेस उम्मीदवार रामचंद्र चौधरी का लीडर सोशल स्कोर जानते हैं.

जान लें कि कांग्रेस ने अजमेर सीट से नए चेहरे रामचंद्र चौधरी पर दांव लगाया है. रामचंद्र चौधरी अजमेर में पिछले 30 साल से सरस डेयरी के अध्यक्ष हैं. रामचंद्र चौधरी इससे पहले विधानसभा चुनाव में कई बार अपनी किस्मत आजमा चुके हैं. हालांकि, उन्हें कभी सफलता नहीं मिल पाई.

रामचंद्र चौधरी की इमेज एक किसान नेता के तौर पर रही है. रामचंद्र चौधरी एक जाट हैं और कांग्रेस ने उन्हें टिकट देते हुए इस समीकरण का भी ध्यान रखा है. अजमेर में जाट वोटर अच्छी खासी संख्या में हैं. कांग्रेस की तरफ से रामचंद्र चौधरी के होने से जाट मतों का विभाजन के कयास लगाए जा रहे हैं. इससे कांग्रेस को फायदा हो सकता है.

रामचंद्र चौधरी वैसे तो लोकसभा चुनाव पहली बार लड़ रहे हैं लेकिन विधानसभा चुनाव वह चार बार लड़ चुके हैं. अजमेर के रूरल एरिया में उनकी पकड़ अच्छी मानी जाती है. कांग्रेस में वह कई साल से एक्टिव हैं. रामचंद्र चौधरी ने साल 1990 में पहला विधानसभा चुनाव मसूदा सीट से लड़ा था. 1998 में रामचंद्र चौधरी ने भिनाय सीट से किस्मत आजमाई. फिर साल 2008 में रामचंद्र चौधरी मसूदा से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े. इसके बाद 2013 में कांग्रेस ने रामचंद्र चौधरी को टिकट नहीं दिया तो वह निर्दलीय ही चुनावी मैदान में उतर गए.

डिस्क्लेमर: लीडर्स सोशल स्कोर (LSS) मशीन लर्निंग पर आधारित है. फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स और यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से जुड़े 55 से ज्यादा पैरामीटर्स के आधार पर इसे निकाला गया है.

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