पोलिंग बूथ कब्जाने वाले मामूली कार्यकर्ता से हार गए..', स्मृति ईरानी का गांधी परिवार पर तीखा हमला
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पोलिंग बूथ कब्जाने वाले मामूली कार्यकर्ता से हार गए..', स्मृति ईरानी का गांधी परिवार पर तीखा हमला

Smriti Irani : केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने गांधी परिवार पर हमला करते हुए आरोप लगाया कि पार्टी ने चुनावों के दौरान मतदान केंद्रों पर कब्जा कर लिया है. साथ ही उन्होंने कहा कि न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट देख सकते हैं, जिसमें कहा गया है कि जब महात्मा गांधी के पोते राजमोहन गांधी ने राजीव गांधी के खिलाफ अमेठी से चुनाव लड़ा, तो कांग्रेस पार्टी ने 97 बूथों पर कब्जा कर लिया था.

 

Smriti Irani

Congress Party : केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का एक बड़ा बयान सामने आया है. एक इंटरव्यू के दौरान कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार पर तीखा हमला करते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने आरोप लगाया कि पार्टी ने चुनावों के दौरान अमेठी सीट सहित कई मतदान केंद्रों पर कब्जा कर लिया है.  
इंटरव्यू के दौरान स्मृति ईरानी ने कहा, कि अमेठी से उन्हें इतना दुख क्यों होता है, वे क्यों कहते हैं कि स्मृति ईरानी की कोई ओकात नहीं है. जो लोग बूथ लुटते थे वे एक साधारण पार्टी कार्यकर्ता से हार गए. साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि "गांधी भाई-बहनों में से एक" ने 1990 के दशक के अंत में एक वरिष्ठ पत्रकार से कहा था कि ये पार्टी कार्यकर्ता हमारे लिए बूथों पर कब्जा करते हैं. 

97 बूथों पर कांग्रेस का कब्जा 

ईरानी ने आगे आरोप लगाया कि आप न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट देख सकते हैं, जिसमें कहा गया है कि जब महात्मा गांधी के पोते राजमोहन गांधी ने राजीव गांधी के खिलाफ अमेठी से चुनाव लड़ा, तो कांग्रेस पार्टी ने 97 बूथों पर कब्जा कर लिया था.

स्मृति ईरानी ने आगे कहा, कि बहुत से लोग इस अमेठी के वास्तविक महत्व को नहीं समझते हैं. वे गढ़ के बारे में बात करते हैं, जिस गढ़ पर गांधी परिवार ने अपनी ही बहू का अपमान किया, तो क्या वे दूसरे लोगों की बेटी और बहू को छोड़ देंगे. साथ ही उन्होंने वायनाड से चुनाव लड़ने पर रायबरेली से अपनी उम्मीदवारी की घोषणा नहीं करने के लिए गांधी परिवार और राहुल गांधी पर भी हमला किया.

क्या राहुल रायबरेली से जीत सकते हैं

स्मृति ईरानी से पूछे जाने पर कि क्या राहुल गांधी रायबरेली से जीत सकते हैं, तो उन्होंने कहा, कि अगर उनके पास केवल रायबरेली जीतने का अवसर होता, तो क्या वे वायनाड से चुनाव लड़ते? वायनाड से मौजूदा सांसद राहुल गांधी ने अपने दूसरे कार्यकाल के लिए इस सीट से चुनाव लड़ा था. इस सीट पर 26 अप्रैल को दूसरे चरण में मतदान हुआ था. वह रायबरेली से भी चुनाव लड़ेंगे, जो उनकी मां सोनिया गांधी का पूर्ववर्ती निर्वाचन क्षेत्र था, जहां उन्होंने राज्यसभा जाने से पहले 2004 से लगातार चार बार इस सीट पर कब्जा किया था.

जब स्मृति से पूछा गया कि आपको क्यों लगता है कि प्रियंका गांधी ने अमेठी से चुनाव नहीं लड़ा, तो उन्होंने जवाब में कहा, "क्योंकि, वह हार जाएंगी और वह अपने करियर की शुरुआत हार के साथ नहीं करना चाहती थीं. 

20 मई को पांचवा चरण
लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में 20 मई को अमेठी और रायबरेली दोनों सीटों पर चुनाव होंगे, उत्तर प्रदेश की 80 सीटों पर सात चरणों में मतदान हो रहा है. लोकसभा चुनाव की मतगणना 4 जून को होनी है. 

भाजपा नेता ने क्या कहा

इसी बीच भारतीय जनता पार्टी के एक नेता ने कहा कि पार्टी को यह पच नहीं रहा कि एक साधारण पार्टी कार्यकर्ता ने उन्हें हरा दिया और अमेठी में उनका लंबा कार्यकाल खत्म हो गया. भाजपा नेता ने आगे जोर देकर कहा कि यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने 2014 के चुनावों में राहुल गांधी के पक्ष में 1,00,000 वोट ट्रांसफर करने का दावा किया था, उन्होंने आरोप लगाया, कि मुलायम सिंह यादव ने ऑन रिकॉर्ड एक इंटरव्यू में कहा था कि 2014 में सोनिया गांधी ने उनसे 1,00,000 बोट ट्रांसफर करके अमेठी में राहुल गांधी की मदद करने का अनुरोध किया था.

 

 

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