Varun Gandhi Latest News: वरुण गांधी के राजनीतिक भविष्य पर आज की तारीख में प्रश्नचिन्ह लगा हुआ है. पीलीभीत से भाजपा ने लोकसभा चुनाव में टिकट नहीं दिया तो क्या वह अब निर्दलीय लड़ेंगे? क्या भाजपा छोड़कर कांग्रेस में जाएंगे? इस तरह की अटकलबाजी सोशल मीडिया पर चल रही है. इस बीच राहुल गांधी के साथ उनकी एक पुरानी तस्वीर शेयर होने लगी है.
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Varun Gandhi Lok Sabha Chunav: जब से पीलीभीत के सांसद वरुण गांधी का टिकट भाजपा ने काटा है, सोशल मीडिया पर कई तरह की बातें हो रही हैं. आज सुबह यूपी कांग्रेस की नेता और पीसीसी सदस्य अर्चना चौबे ने एक तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की. उन्होंने लिखा, 'राहुल गांधी जी वरुण गांधी जी! प्रियंका गांधी जी भी हैं. इस तस्वीर पर आपके दो शब्द.' फिर क्या था. कई तरह की बातें होने लगीं. कुछ लोग परिवारवाद पर घेरने लगे तो कुछ लोगों ने विकल्प गिनाने शुरू कर दिए. अमेठी से वरुण गांधी... वरुण गांधी बनारस से लड़ें और समूचा विपक्ष वरुण के पीछे खड़ा हो... रायबरेली या अमेठी से उतारा जाना चाहिए. तस्वीर पुरानी है लेकिन मैसेज साफ समझ में आ रहा है.
राहुल गांधी जी वरुण गांधी जी !
प्रियंका गांधी जी भी हैंइस तस्वीर पर आपके दो शब्द .. pic.twitter.com/3EAdvQkhV4
— Archana Chaubey (@archanarchaubey) March 25, 2024
इस फोटो में कौन है?
यह तस्वीर इस समय के लिए काफी मैसेज लिए हुए हैं. हालांकि यह दशकों पहले की है जब राहुल गांधी और वरुण गांधी बच्चे थे. इस फोटो में दिखाई देता है कि राहुल दोनों हाथों से वरुण को उठा रहे हैं. ऐसे समय में वरुण गांधी का राजनीतिक भविष्य अंधकार में दिख रहा है तो क्या बड़े भाई उनकी मदद करेंगे, जैसा फोटो में दिखाई दे रहा है. तस्वीर में दोनों भाइयों का प्रेम झलक रहा है. हालांकि सभी जानते हैं कि कैसे इंदिरा गांधी के समय ही परिवार में झगड़ा हो गया था और मेनका गांधी अपने बच्चे वरुण के साथ घर छोड़कर चली गई थीं. काफी समय बाद वह बीजेपी में चली गईं.
भाई को संभालेंगे राहुल?
मौजूदा संदर्भ में लोग कह रहे हैं कि वरुण गांधी कांग्रेस के साथ जा सकते हैं या कांग्रेस को उनसे संपर्क करना चाहिए और यूपी की किसी मजबूत सीट से चुनाव लड़ाना चाहिए. तस्वीर से लोग मैसेज निकाल रहे हैं कि राहुल अपने साथ वरुण को ले सकते हैं. राहुल गांधी अपने चचेरे भाई वरुण से करीब 10 साल बड़े हैं.
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फिलहाल वरुण की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. इतना जरूर है कि वह चुनाव लड़ने की काफी समय से तैयारी कर रहे थे. सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि उनकी मां मेनका गांधी बेटे को टिकट न मिलने से नाराज हैं. वह पार्टी नेतृत्व से बात कर सकती हैं और संभव है कि वह सुल्तानपुर सीट से टिकट मिलने के बाद भी कोई बड़ा फैसला ले लें. ध्यान रहे कि आज की तारीख में यह सब अटकलें हैं.
इन चर्चाओं के बीच एक शख्स ने लिखा कि कांग्रेस का इकोसिस्टम वरुण गांधी को हजम नहीं कर पाएगा. हां, संभव हो तो उन्हें अमेठी या रायबरेली से चुनाव लड़वाना चाहिए. अगर ऐसा न हो सके तो वरुण गांधी निर्दलीय खड़े हों और कांग्रेस- सपा उन्हें सपोर्ट करे.
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दूसरे शख्स ने कहा कि बहुत सही मौका मिला है कांग्रेस को. इसे छोड़ना नहीं चाहिए. कांग्रेस को यूपी में कोई जिंदा कर सकता है तो वह वरुण गांधी हैं. इस तरह की बातें सोशल मीडिया पर पिछले 24 घंटे से हो रही हैं. इस कारण 'varun gandhi' ट्रेंड कर रहे हैं.