महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 93 साल की महिला क्यों हो गईं फेमस? 1 महीने जेल में रहने की क्या है कहानी
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महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 93 साल की महिला क्यों हो गईं फेमस? 1 महीने जेल में रहने की क्या है कहानी

Maharashtra Election 2024: महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर वोटिंग है. महायुति और महाविकास अघाड़ी के बीच महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मुख्य मुकाबला है, इस रोचक मुकाबले के बीच एक 93 साल की महिला की खूब चर्चा हो रही है. जानते हैं कौन हैं वह.

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 93 साल की महिला क्यों हो गईं फेमस? 1 महीने जेल में रहने की क्या है कहानी

93-Year-Old Woman Voters In Nagpur: महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों के लिए 4,140 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. साल 2019 के राज्य विधानसभा चुनावों की तुलना में इस बार उम्मीदवारों की संख्या में 28 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. इस साल 4,136 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि 2019 में यह संख्या 3,239 थी। इन उम्मीदवारों में 2,086 निर्दलीय हैं. 150 से अधिक निर्वाचन क्षेत्रों में बागी उम्मीदवार मैदान में हैं. इन सभी की किस्मत आज शाम सात बजे के बाद मतपेटी में बंद हो जाएगी. महाराष्ट्र चुनाव में इस बार एक 93 साल की महिला हैं, जिनकी खूब चर्चा है. आइए जानते हैं.

आपातकाल के दौरान एक महीने जेल में रह चुकीं हैं अरुणा चितले
आपातकाल के दौरान एक महीने जेल में रह चुकीं नागपुर की 93 वर्षीय अरुणा चितले ने बुधवार सुबह अपने मताधिकार का प्रयोग किया. महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीट के लिए सुबह सात बजे से मतदान जारी है. चितले ने कहा कि वह बुजूर्ग हो सकती हैं, लेकिन बुढ़ापा उनके लिए लोकतांत्रिक अधिकार का उपयोग करने में कोई रुकावट नहीं है. नागपुर शहर के टाउन हॉल इलाके में एक मतदान केंद्र पर अपनी बहू के साथ पहुंचीं 93 वर्षीय अरुणा ने वोट डाला.

मैं वोट देना चाहती थी, लोगों को वरिष्ठ नागरिकों को वोट डालने में मदद करनी चाहिए
यह पूछे जाने पर कि इस उम्र में वोट डालने के लिए उन्हें किस बात ने प्रेरित किया, चितले ने बताया 'हालांकि मैं बुजूर्ग हूं, लेकिन मैं मतदान करना चाहती थी और मेरे परिवार ने इसमें मेरी मदद की.; चितले ने कहा कि लोगों को वरिष्ठ नागरिकों को वोट डालने में मदद करनी चाहिए और युवाओं को भी अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए प्रेरित करना चाहिए. चितले ने कहा कि 1975 में लगाए गए आपातकाल के दौरान वह एक महीने के लिए जेल में रही थीं.

पहले महाराष्ट्र में किसने दिया वोट?
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत राज्य विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को हो रहे मतदान में सबसे पहले अपने मताधिकार का प्रयोग करने वालों में शामिल थे. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता अजित पवार और उनकी पत्नी सुनेत्रा पवार ने पुणे जिले के बारामती क्षेत्र के काटेवाडी में अपना वोट डाला. उपमुख्यमंत्री का मुकाबला बारामती विधानसभा सीट पर उनके भतीजे और राकांपा (शरदचंद्र पवार) उम्मीदवार युगेंद्र पवार से है. अजित पवार ने कहा, ‘‘मुझे पूरा भरोसा है कि बारामती के लोग मेरे साथ खड़े होंगे और मैं बड़ी बढ़त के साथ सीट जीतूंगा.’’
(इनपुट भाषा से भी)

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