World Cup: बिग हिटर्स की उम्मीदों पर पानी फेर रहे पेसर, बाउंसर साबित हो रहे सबसे घातक हथियार
Advertisement
trendingNow1538486

World Cup: बिग हिटर्स की उम्मीदों पर पानी फेर रहे पेसर, बाउंसर साबित हो रहे सबसे घातक हथियार

इंग्लैंड में खेले जा रहे आईसीसी वर्ल्ड कप (ICC World Cup) में सबसे अधिक विकेट शॉर्टपिच गेंदों पर गिरी हैं. 

ऑस्ट्रेलिया के डेविड वॉर्नर रविवार को भारत के खिलाफ बाउंसर पर यूं उछलते नजर आए. (फोटो: PTI)

नई दिल्ली: आईसीसी वर्ल्ड कप (ICC World Cup) में सोमवार (10 जून) को 15वां मैच खेला जा रहा है. अब तक खेले गए मैचों में आठ बार 300 से बड़ा स्कोर बन चुका है. साथ ही, चार बार ऐसा हुआ कि कोई टीम 200 रन का आंकड़ा भी नहीं छू पाई. अगर इस आंकड़े को आधार बनाएं तो ऐसा लग सकता है कि वर्ल्ड कप (World Cup 2019) में बड़े स्कोर बन रहे हैं और बल्लेबाजों का दबदबा है. लेकिन ऐसा बिलकुल नहीं है. हकीकत यह है कि इस वर्ल्ड कप में अब तक गेंदबाजों की दबदबा देखने को मिला है. अगर हम पिछले वर्ल्ड कप से ही तुलना करें तो तेज गेंदबाज करीब 8% ज्यादा बाउंसर फेंक  रहे हैं. 

इंग्लैंड की वेबसाइट ‘द टेलीग्राफ’ ने इस बारे में रिपोर्ट प्रकाशित की है. इसमें पिछले चार विश्व कप की गेंदबाजी की तुलना की गई है. इसमें कहा गया है कि पिछले चार साल में क्रिकेट में दो वजहों से बड़ा बदलाव हुआ है. पहला टी20 क्रिकेट का बढ़ता प्रभाव और दूसरा बल्लेबाजों को सपोर्ट करने वाली पिचें. इन दो कारणों से ही उम्मीद थी कि इंग्लैंड में होने वाले विश्व कप में बड़े स्कोर बनेंगे. इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच खेली गई सीरीज में हर बार 300 पार का स्कोर बना था. रनों के लिहाज से इसे वर्ल्ड कप का ट्रायल माना जा रहा था. 

यह भी देखें: युवराज के संन्यास पर BCCI को याद आई नेटवेस्ट ट्रॉफी, शेयर की दादा के साथ खास VIDEO

45% गेंदें शॉर्टपिच फेंकी गईं
द टेलीग्राफ की रिपोर्ट कहती है कि इस बार बल्लेबाजों का दबदबा तो नहीं बढ़ा है. हां, गेंदबाज जरूर बल्लेबाजों पर ज्यादा दहशत बनाने में कामयाब हुए हैं. चार साल पहले ऑस्ट्रेलिया में खेले गए वर्ल्ड कप में 37% गेंदें शॉर्टपिच फेंकी गई थीं. जो इस बार बढ़कर 44.8% पहुंच गई हैं. यानी, शॉर्टपिच गेंदों में करीब आठ फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. 2011 वर्ल्ड कप में 37.3% और 2011 वर्ल्ड कप में 31.9% फीसदी गेंदें शॉर्टपिच फेंकी गई थीं. 

32 विकेट शॉर्टपिच पर गिरीं 
रिपोर्ट के मुताबिक मौजूदा वर्ल्ड कप में 65 यानी, करीब 32% विकेट शॉर्टपिच गेंदों पर गिरी हैं. जो सबसे अधिक हैं. फुललेंथ गेंदों पर करीब 24% विकेट गिरे. बाकी 29% विकेट गुडलेंथ या फुलटॉस गेंदों पर गिरे. अभी तक के मैचों में शॉर्टपिच गेंदों का सबसे बेहतरीन मुजाहिरा वेस्टइंडीज ने पाकिस्तान के खिलाफ किया था. इसमें पाकिस्तान महज 105 रन पर ढेर हो गया था. टेलीग्राफ की इस रिपोर्ट में क्रिकविज की रिपोर्ट का हवाला भी दिया गया है. 

वाइड गेंदों की संख्या भी बढ़ी 
शॉर्टपिच गेंदों की कामयाबी के कारण सभी टीमों की स्ट्रेटजी में ये गेंदें शामिल हो गई हैं. हालांकि, इसका एक असर यह भी देखने को मिला है कि ऐसे बाउंसरों की संख्या बढ़ गई है, जिन्हें वाइड करार दिया गया. वेस्टइंडीज के गेंदबाज ऐसी 24 वाइड गेंदें फेंक चुके हैं. 

विंडीज ने 52% गेंदें शॉर्टपिच कीं
10 जून तक हुए मुकाबलों की बात करें तो सबसे अधिक शॉर्टपिच गेंदें वेस्टइंडीज ने की हैं. उसके गेंदबाजों ने 52%शॉर्ट गेंदें फेंकी हैं. इंग्लैंड 48.7% शॉर्ट पिच गेंदों के साथ दूसरे नंबर पर हैं. पाकिस्तान (47.7%) तीसरे, भारत (47.2%) चौथे और ऑस्ट्रेलिया (47.2%) पांचवें नंबर पर है. 

Trending news