टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी ने सेना में अपनी बटालियन के साथ रहने का ओवदन दिया है ऐसे में उन्हें कश्मीर में तैनात किया जा सकता है.
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नई दिल्ली: विश्व कप में सेमीफाइनल की हार से उबर कर अब टीम इंडिया ( Team India) अपना ध्यान आगामी 3 अगस्त से शुरू होने जा रहे वेस्टइंडीज दौरे पर लगा रही है. विश्व कप के बाद टीम के प्रमुख खिलाड़ी एमएस धोनी ( MS Dhoni) के संन्यास की अटकलें लगाई जा रही थीं, लेकिन उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया. इसी बीच खबरों का बाजार कुछ इस तरह से गर्म हुआ कि लगने लगा कि अब टीम इंडिया के चयनकर्ता ही धोनी की जगह टीम में युवाओं को तरजीह देने का मन बना चुके हैं. ऐसे में सभी की निगाहें रविवार को होने वाले विंडीज दौरे कि लिए होने वाली टीम इंडिया के ऐलान पर टिकी हैं. इसी बीच धोनी ने भी साफ कर दिया है कि वे विंडीज दौरे के लिए उपलब्ध नहीं हैं.
तो क्या करेंगे धोनी इस दौरान
अब धोनी के फैंस धोनी को जल्द ही क्रिकेट के मैदान के बजाए असली मैदाने जंग में देखेंगे. धोनी ने सेना मुख्यालय से टेरीटोरियल आर्मी की अपनी यूनिट के साथ कुछ दिन तैनात करने की अनुमति मांगी है. धोनी के प्रस्ताव पर सेनाध्यक्ष विचार कर रहे हैं. धोनी को टेरीटोरियल आर्मी में 2011 में लेफ्टिनेंट कर्नल का मानद रैंक दिया गया था. बताया जा रहा है कि धोनी यह फैसला काफी पहले कर चुके हैं जबकि हाल ही में उनके संन्यास, विंडीज दौरे पर चुने जाने जैसी खबरें जम कर सुर्खियों में थी.
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क्या आवेदन दिया है धोनी ने
धोनी टेरीटोरियल आर्मी की पेराशूट रेजीमेंट में लेफ्टिनेंट कर्नल हैं. उन्होंने 2 महीने के लिए अपनी यूनिट में रहने का आवेदन दिया है. इससे पहले भी धोनी अपनी यूनिट के साथ थोड़ा वक्त गुज़ार चुके हैं लेकिन इस बार उन्होंने लंबे समय के लिए तैनाती की अनुमति मांगी है. टेरीटोरियल आर्मी की चयन प्रक्रिया से गुज़रकर सैनिक अफसर बनने वाले को साल में दो महीने तक सेना में नौकरी करना अनिवार्य होता है. साथ ही वो अगर चाहे तो अपनी मौजूदा नौकरी छोड़कर इससे भी ज्यादा लंबे समय के लिए सेना में काम कर सकता है. राजनीति से हाल ही में अनुराग ठाकुर और सचिन पायलट ने चयन प्रक्रिया के ज़रिए टेरीटोरियल आर्मी में कमीशन पाया है.
तो फिर कश्मीर में हो सकती है उनकी तैनाती
धोनी को खेल में उनकी उपलब्धियों को देखते हुए टेरीटोरियल आर्मी में मानद रैंक दिया गया है. इसलिए अगर वो अपनी बटालियन के साथ काम करना चाहते हैं तो उन्हें सेनाध्य़क्ष की अनुमति लेनी होगी. सेनाध्य़क्ष की मंज़ूरी मिलने के बाद धोनी अपनी बटालियन के साथ रह सकेंगे. फिलहाल धोनी की बटालियन कश्मीर में तैनात है. विश्वकप के दौरान धोनी ने अपने विकेट कीपिंग दस्तानों पर भारतीय सेना की पैराशूट रेजीमेंट का चिन्ह लगाया था जिसपर विवाद खड़ा हो गया था. अब जल्द ही आप धोनी को न केवल उस चिन्ह बल्कि पूरी वर्दी के साथ देखेंगे.