Natagarh Forest gang rape: देशभर में आधी आबादी से दरिंदगी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. ओडिशा में बीती रात नयागढ़ के जंगल में एक महिला को उसके मंगेतर के सामने कुछ दरिदों ने हवस का शिकार बना लिया. आरोपियों ने उसके शरीर के साथ-साथ मन पर भी ऐसे घाव किए हैं, जो कभी भर नहीं पाएंगे.
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Woman gang-raped in front of fiance: देशभर में आधी आबादी यानी महिलाओं से दरिंदगी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. ओडिशा में बीती रात नयागढ़ के जंगल में एक महिला को उसके मंगेतर के सामने कुछ दरिदों ने हवस का शिकार बना लिया. आरोपियों ने उसके शरीर के साथ-साथ मन पर भी ऐसे घाव किए हैं, जो कभी भर नहीं पाएंगे. इस बीच पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि ओडिशा के नयागढ़ जिले के एक जंगल में 21 वर्षीय एक महिला के साथ उसके मंगेतर के सामने तीन युवकों ने कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया है.
20 को नोचा शरीर... 21 को वीडियो अपलोड कर दिया
यह वारदात 20 अक्टूबर को हुई थी लेकिन आज सामने आई जब पीड़िता ने फतेगढ़ थाने में शिकायत दर्ज कराई. यह वाकया तब हुआ जब वो अपने घर जा रहे थे. खंडापाड़ा के SDPO बिमल कुमार बारिक ने पत्रकारों को बताया कि तीन अज्ञात लोगों ने महिला और उसके मंगेतर को पीथाखाई जंगल के पास रोका जब वे फतेगढ़ राम मंदिर के दर्शन के बाद लौट रहे थे. आरोपी उन्हें हथियारों की नोक पर जबरदस्ती जंगल में ले गए. उन्होंने मंगेतर के सामने चाकू से धमकाते हुए महिला से सामूहिक बलात्कार किया. पुलिस ने युवती की शिकायत पर तीन संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस को पता चला है कि दरिदों ने गैंग रेप का जो वीडियो बनाया था उसे सोशल मीडिया पर अपलोड किया गया था.
सीसीटीवी से जुटाए जा रहे सबूत
पुलिस ने बताया कि पीड़िता के बयान दर्ज हो चुके हैं. अब मेडिकल कराया जाएगा. पुलिस की टीम सीसीटीवी फुटेज खंगालकर मामले की कड़ी से कड़ी जोड़ रही है. ओडिशा में एक महीने के भीतर ये दूसरा ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें ओडिशा पुलिस की कार्यप्रणाली और उसकी गश्त पर सवाल उठ रहे हैं. इससे पहले सितंबर के महीने में सेना के मेजर और उनकी मंगेतर के साथ बेहद शमर्नाक वाकया सामने आया था.
तब पीड़िता ने आरोप लगाया कि पुलिस स्टेशन के अंदर मौजूद अधिकारी, जिसमें थाना प्रभारी (IIC) भी शामिल थे ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया और उन्हें यौन उत्पीड़न का शिकार बनाया. पीड़िता के मुताबिक पुलिसकर्मियों ने उन्हें कपड़े उतारने पर मजबूर किया और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया. उन्होंने यह भी दावा किया कि थाना प्रभारी ने उन्हें बलात्कार की धमकी दी. उस केस के बाद मुख्यमंत्री ने खुद जांच की निगरानी करते हुए महिलाओं के लिए सेफ्टी मैकेनिज्म बनाने की बात कही थी.