रांची कोर्ट के वकील मनोज झा की जमीन पर कब्जे को लेकर हुई थी हत्या, 5 आरोपी गिरफ्तार
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रांची कोर्ट के वकील मनोज झा की जमीन पर कब्जे को लेकर हुई थी हत्या, 5 आरोपी गिरफ्तार

रांची सिविल कोर्ट के अधिवक्ता मनोज कुमार झा हत्याकांड का रांची पुलिस ने खुलासा कर लिया है. पुलिस के मुताबिक हत्या जमीन पर कब्जे के लिए हुई थी. 

रांची: वकील मनोज झा हत्याकांड में 5 आरोपी गिरफ्तार

Ranchi: रांची सिविल कोर्ट के अधिवक्ता मनोज कुमार झा हत्याकांड का रांची पुलिस ने खुलासा कर लिया है. पुलिस के मुताबिक हत्या जमीन पर कब्जे के लिए हुई थी. पुलिस ने इस मामले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर हत्याकांड से पर्दा उठा दिया है.   

हत्या में इस्तेमाल पिस्टल बरामद
इस मामले में बनी SIT की टीम ने बंगाल ओडिशा सहित अन्य कई स्थानों पर छापेमारी की और 5 आरोपियों को धर दबोचा.पुलिस ने जिन्हें गिरफ्तार किया है, उनमें पुरुलिया से शकील अंसारी, सरायकेला के नोयाडीह से संजीत मांझी, तमाड़ का रड़गांव से सोनू अंसारी और रिजवान अंसारी शामिल है. इनके पास से हत्या में इस्तेमाल पिस्टल, 3 गोली, कार, मोटरसाइकिल और 6 मोबाइल फोन पुलिस ने बरामद किया है.

जमीन पर कब्जे को लेकर हत्या
पुलिस के मुताबिक अधिवक्ता मनोज कुमार झा सेंट जेवियर कॉलेज प्रबंधन की ओर से रड़गांव के जमीन संबंधित काम की देखभाल करते थे. सेंट जेवियर्स संस्था की रड़गांव में जहां 14 एकड़ जमीन है, उसी के पास जमीन माफिया अफसर आलम छोटू उर्फ लंगड़ा की भी जमीन है. इस प्लॉट पर लंगड़ा का ईंट भट्ठा है. वह भट्ठे के कारोबार को और बढ़ाना चाहता है. इसके लिए वह सेंट जेवियर्स संस्था की 9 एकड़ जमीन पर कब्जा करने की फिराक में था. विवाद को लेकर कोर्ट ने सेंट जेवियर कॉलेज के पक्ष में फैसला सुनाया था. चूंकि, मनोज कुमार झा संस्था के लीगल एडवाइजर थे, इसलिए कानूनी लड़ाई हारने के बाद लंगड़ा ने योजना बनाकर अधिवक्ता मनोज झा की हत्या कर दी. 

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26 जुलाई को गोली मारकर हुई थी हत्या
बता दें की 26 जुलाई को रांची के तमाड़ थाना क्षेत्र में अधिवक्ता मनोज झा की गोली मारकर उस वक्त हत्या कर दी गयी थी, जब वो तमाड़ में एक निर्माणाधीन कालेज परिसर में बाउंडरी खड़ा कराने का काम करवा रहे थे. उसी दौरान बाइक सवार पांच अपराधकर्मी वहां पहुंचे और कार में बैठे अधिवक्ता के सीने में चार गोली दागकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया और मौके से निकल भागे थे.

वकीलों ने किया था प्रदर्शन
इस मामले को लेकर राज्य भर के वकील सड़कों पर उतर आए थे और वकीलों की सुरक्षा के लिए अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग की थी.

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