रॉबर्ट वाड्रा की बढ़ी मुश्किलें, NRI कारोबारी सीसी थंपी खोलेगा कालेधन का राज!
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रॉबर्ट वाड्रा की बढ़ी मुश्किलें, NRI कारोबारी सीसी थंपी खोलेगा कालेधन का राज!

कोर्ट ने सीसी थंपी को 3 दिन की ईडी की रिमांड पर भेजा. 24 तारीख को 2 बजे कोर्ट में पेश करना होगा.

सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा की मुश्किलें बढ़ती दिख रही है. उनके करीबी सीसी थम्पी को ED ने गिरफ्तार किया है.

नई दिल्ली: एनआरआइ बिजनेसमैन सीसी थंपी की गिरफ्तारी के चलते कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा की मुश्किलें बढ़ती दिख रही है. दरअसल, सीसी थंपी को लेकर कहा जा रहा है कि वह संजय भंडारी और रॉबर्ट वाड्रा के बीच कड़ी का काम करता था. इस पूरे मामले की जांच रॉबर्ट वाड्रा के विदेश में छुपाए गए काले धन को लेकर है. 

आरोप है कि लंदन में 12, Ellerton House, Bryanston Square को 2009 में आर्म्‍स डीलर संजय भंडारी ने खरीदा था, लेकिन जून 2010 में ही थंपी को बेच दिया, लेकिन ED की जांच के मुताबिक असल में ये घर रॉबर्ट वाड्रा का है और बेनामी संपति और जांच से बचने के लिये थंपी को ये फ्लैट काग़जों में बेचा गया.

अब ED इसी बात की जांच कर रही है कि ये घर थंपी ने किसके कहने पर और क्यों खरीदा. ED ने सी सी थंपी को शुक्रवार रात गिरफ्तार कर शनिवार को अदालत में पेश किया था, जहां से तीन दिन का रिमांड लिया गया. आज रिमांड खत्म होने के बाद ED ने उसको कोर्ट में पेश किया. ED ने कहा कि इन्हें कुछ गवाहों के सामने बिठाकर पूछताछ करनी है और वह जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं. जो दस्तावेज मिले हैं उनके आधार पर पूछताछ करनी है. गवाहों को प्रभावित कर रहे हैं.

थंपी के वकील ने कहा कि हम 30 हज़ार दस्तावेज दे चुके हैं. जांच में पूरा सहयोग कर रहे हैं. थंपी को प्रोटेस्ट कैंसर है. कोई फ्लाइट रिस्क नहीं है. हमने किसी सबूत से छेड़छाड़ नहीं की और न ही गवाहों को प्रभावित किया. हमसे कस्टडी में 3 दिन पूछताछ की है. अब पूछताछ की जरूरत नहीं है. थंपी के वकील ने ये भी कहा कि हम 16 बार ईडी के सामने पेश हो चुके हैं,100 घंटे से ज्यादा पूछताछ हो चुकी है. हमने कानून का सम्मान करते हुए अग्रिम ज़मानत की याचिका नहीं लगाई. इसमें दूसरे आरोपी को अग्रिम ज़मानत मिल चुकी है. इस पर कोर्ट ने सीसी थंपी को 3 दिन की ईडी की रिमांड पर भेजा. 24 तारीख को 2 बजे कोर्ट में पेश करना होगा.

इस बीच ED सूत्रों के मुताबिक थंपी से आमने-सामने पूछताछ के लिये एजेंसी राबर्ट वाड्रा को भी बुला सकती है, इससे पहले जितनी भी बार वाड्रा को पुछताछ के लिये बुलाया गया था, गवाह के तौर पर बुलाया गया लेकिन इस बार हो सकता है कि आरोपी के तौर पर बुलाया जाये. यही वजह है कि इस बार राबर्ट वाड्रा की मुश्किलें बढ़ सकती है. ED का तो ये भी कहना कि अब तक की जांच में एजेंसी राबर्ट वाड्रा के लंडन वाले फ्लैट के साथ कनेक्‍शन की सारी जानकारी जुटा चुकी है.

ED ने जब रॉबर्ट वाड्रा से थंपी से रिश्ते के बारे में पूछताछ की थी तो वाड्रा ने बताया था कि वो थंपी से प्लेन में यात्रा के दौरान मिला था, जबकि थंपी ने पूछताछ में इसके ठीक उलट बयान दिया. थंपी ने बताया कि वाड्रा से सोनिया गांधी के PA पीपी माधवन ने मिलवाया था.

दरअसल, इस पूरे जांच की कड़ी अप्रैल 2016 में संजय भंडारी के घर हुई इन्कम टैक्स की जांच से जुड़ी है, इस छापेमारी में एजेंसी को जानकारी मिली कि संजय भंडारी की देश और विदेश में बेनामी संपति है और इस बात की जानकारी फरवरी 2017 में ED को दी गई. इसी के बाद पता चला कि लंदन में संजय भंडारी के नाम जो फ्लैट वह दरअसल राबर्ट वाड्रा की बेनामी संपति है. इनकम टैक्स की इस छापेमारी के बाद संजय भंडारी ने अपनी कंपनी को दुबई में किसी और के नाम पर ट्रासंफर कर दिय़ा था. संजय भंडारी फिलहाल लंदन में छिपा हुआ है और ED ने लंदन में फ्लैट को अटैच करने के लिये LR (Letter Rogatory) भेजा हुआ है.

(इनपुट: राजू राज के साथ)

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