दिल्ली दंगों (Delhi Riots) पर अब तक का बड़ा खुलासा करते हुए दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद (Umar Khalid) को 'दंगों का सबसे बड़ा मास्टरमाइंड' बताया है. स्पेशल सेल ने अपनी चार्जशीट में इसका जिक्र करते हुए बताया कि उमर खालिद दिल्ली दंगों को रिमोट कंट्रोल की तरह ऑपरेट कर रहा था.
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नई दिल्ली: दिल्ली दंगों (Delhi Riots) पर अब तक का बड़ा खुलासा करते हुए दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद (Umar Khalid) को 'दंगों का सबसे बड़ा मास्टरमाइंड' बताया है. स्पेशल सेल ने अपनी चार्जशीट में इसका जिक्र करते हुए बताया कि उमर खालिद दिल्ली दंगों को रिमोट कंट्रोल की तरह ऑपरेट कर रहा था.
चार्जशीट में स्पेशल सेल ने लिखा है, 'देशद्रोह के आरोपी खालिद ने साल 2016 में जेएनयू में नारा लगाया था 'भारत तेरे टुकड़े होंगे इंशाह अल्लाह-इंशा अल्लाह'. लेकिन 2020 आते-आते नारे लगाने वाला उमर खालिद उन नारों से काफी आगे बढ़ चुका है और उसने एक बड़ी आपराधिक साजिश रची और टेररिस्ट एक्ट किया'. इतना ही नहीं 2020 में उसने नया नारा भी दिया 'तेरा मेरा रिश्ता क्या है ला इलाहा इलल्लाह'.
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रिमोट कंट्रोल की तरह दंगों को ऑपरेट कर रहा था उमर खालिद
2016 में जहां उमर खालिद की सोच 'भारत के टुकड़े' करने की थी तो वहीं 2020 में UMMAH का रास्ता तैयार किया, जो सेकुलर किसी तरह नहीं है. स्पेशल सेल ने चार्जशीट में उमर खालिद के खिलाफ कई सबूत दिए हैं, जैसे सीलमपुर में मीटिंग करने की फोटो, वाट्सऐप चेट, कॉल डिटेल्स. चार्जशीट में ये भी बताया गया है कि पूरे एपिसोड को उमर खालिद रिमोट कंट्रोल की तरह पीछे से ऑपरेटर कर रहा था.
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720 सेकंड की कॉल रिकॉर्डिंग उमर के खिलाफ बड़ा सबूत
स्पेशल सेल के मुताबिक दंगों के ठीक एक दिन पहले उमर खालिद 23 फरवरी को इंडिगो की फ्लाइट से समस्तीपुर गया था. 24 फरवरी की एक बातचीत का जिक्र चार्जशीट में किया गया है. 24 फरवरी को शाम के 7 बजे दंगों में गिरफ्तार हो चुकी पिंजड़ा तोड़ की सदस्य नताशा ने बिहार में उस वक्त मौजूद उमर खालिद के साथ 720 सेकंड तक बात की थी. जिस कॉल का जिक्र चार्जशीट में किया गया है, इसमें नताशा उमर खालिद को पूरा अपडेट दे रही है. दरअसल उमर खालिद जिस DPSG के वाट्सऐप ग्रुप में था उसी में एक सदस्य ने लिख दिया था कि मैं सब जान चुका हूं तुम लोगों का मकसद क्या है. मैं तुम लोगों को एक्सपोज कर दूंगा, जिसके बाद सभी ग्रुप मेंबर्स में हड़कंप मच गया था. जिसके बाद नताशा और उमर खालिद के बीच बात हुई थी.
तबरेज और जाह्नवी के बीच कॉल रिकॉर्डिंग भी महत्वपूर्ण
इसके अलावा पुलिस ने चार्जशीट में एक और महत्वपूर्ण फोन कॉल का जिक्र किया है. ये कॉल तबरेज नाम के शख्स और जाह्नवी मित्तल नाम की महिला के बीच थी. (तबरेज वो शख्स है जिसने 300 बंगाली बोलने वाली बुर्के वाली महिलाओं को जहांगीरपुरी से सीलमपुर, जफराबाद भेजा था. इन महिलाओं ने दंगों में पथराव किया था). जान्हवी ने तबरेज को कॉल करके हिदायत दी थी कि वो किसी को भी ये नहीं बताएगा की उसने बस में भरकर इन 300 महिलाओं को जहांगीरपुरी से जफराबाद और सीलमपुर भेजा था. तबरेज को कहा गया था कि वो अपनी जुबान बंद रखे.