पश्चिम बंगाल: TMC नेता ने महिला टीचर को रस्सी में बांधकर घसीटा, फिर की बुरी तरह पिटाई
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पश्चिम बंगाल: TMC नेता ने महिला टीचर को रस्सी में बांधकर घसीटा, फिर की बुरी तरह पिटाई

तृणमूल कांग्रेस नेता के नेतृत्व में भीड़ ने दो महिलाओं को रस्सी से बांधकर घसीटा और जमकर पीटा.

पश्चिम बंगाल में तृणमूल नेता ने महिलाओं को बांधकर पीटा.

दक्षिण दिनजापुर (पश्चिम बंगाल): पश्चिम बंगाल के गंगरामपुर में तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेता सहित की अगुवाई में भीड़ ने दो महिलाओं को रस्सी से बांधकर घसीटा और जमकर पीटा. प्राइमरी स्कूल की महिला शिक्षक सड़क निर्माण के लिए अपनी जमीन का अधिग्रहण किए जाने का विरोध किया था. इस मामले में पीड़िता महिलाओं ने 5 लोगों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है.

दरअसल, तृणमूल पंचायत के सदस्यों ने इस महिला के घर के बाहर की जगह पर ज़बरदस्ती कब्ज़ा कर लिया है और वहां पर सड़क बना दी गई है, जिसका विरोध महिलाएं कर रही थीं. इसी के चलते महिला के पैरो में रस्सी बांधकर उसे सड़क के ऊपर खिंचकर ले जाया गया. इसघटना में स्थानीय तृणमूल कांग्रेस का नेता अमल सरकार मुख्य आरोपी है. इस घटना में दो महिलाएं घायल हुई हैं. दोनों पीड़ित महिलाएं बीजेपी की कार्यकर्ता हैं. बीजेपी सांसद सुकांता मजूमदार ने ऐसा दावा किया है.

छेड़छाड़ भी की गई है
आरोप है कि इन दोनों घायल महिलाओं को उनके घर के बाहर सड़क निर्माण करने के चलते विरोध के बाद सड़क पर घसीटा गया. साथ ही यह आरोप भी लगाया कि इनमें से एक महिला के साथ छेड़छाड़ भी की गई है और उसे जान से मारने की धमकी दी गई है.

ग्रामीणों की आपसी लड़ाई
इलाके के तृणमूल नेता मज़ीरूद्दीन मंडल ने बताया कि इस घटना के पीछे तृणमूल का कोई हाथ नहीं है. ग्रामीणों की आपसी लड़ाई के चलते यह सब हुआ है. यह सड़क तृणमूल कांग्रेस की नहीं है. सड़क आम आदमी की है और जो आरोप लगाया जारहा है वह बेबुनियाद है. यह गांव के लोगों ने ही किया है. मज़ीरूद्दीन ने कहा कि महिलाओं के साथ ऐसा क्यों करेंगे? यह ज़रूर जब ग्रामीण इन लोगों से परेशान हो गए, तभी इन्होंने ऐसा किया होगा. जानबूझकर तो कोई नहीं करता है.

सड़क बनाने को लेकर विवाद
आरोपी अमल सरकार ने कहा, ''पिछले एक साल से सड़क बनाने को लेकर विवाद चल रहा है. उन्हें इस सड़क को बनाने के लिए पंचायत में बुलाया जा रहा था और एक फुट की जगह छोड़ने के लिए इन सेकहा जाता था और उसके बाद से ही जब भी यहां काम करने के लिए पहुंच जाते थे, तो यह महिलाएं बाधा डालती थीं. यह बीजेपी की चाल है.''

अमल सरकार पार्टी से निष्काषित
इस घटना के बाद उन महिलाओं को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. इस घटना के मुख्य आरोपी अमल सरकार को तृणमूल पार्टी से निष्काषित कर दिया गया है, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ़्तारी नहीं हुई है.

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