भारत मे प्रधानमंत्री की सुरक्षा का जिम्मा स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) के हाथों में होता है. पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद गृहमंत्रालय को लगा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए एक विशेष बल होना चाहिए.
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नई दिल्ली. भारत में प्रधानमंत्री का सुरक्षा घेरा सबसे मजबूत होता है. क्योंकि प्रधानमंत्री देश के सबसे बड़े पद पर आसीन हैं. प्रधानमंत्री की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों को काफी मेहनत और कठिन परीक्षाओं से गुजरना होता है. आप भी अक्सर देखते होंगे कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा में जो विशेष बल तैनात होते हैं. उनकी नजर इतनी चौकन्नी होती है कि वे पल भर में किसी भी खतरे को टाल सकते हैं. लेकिन अधिकतर लोगों को यह नहीं पता होता है कि इन जवानों की ट्रेनिंग और चयन कैसे होता है? तो आइए हम आपको बताते हैं यहां...
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SPG के रूप में होती है जवानों की पहचान
भारत मे प्रधानमंत्री की सुरक्षा का जिम्मा स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) के हाथों में होता है. पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद गृहमंत्रालय को लगा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए एक विशेष बल होना चाहिए. इसके बाद 1988 में SPG का गठन किया गया. तभी से देश के प्रधानमंत्री और उनके परिवार की सुरक्षा में SPG तैनात रहती है.
इन जवानों को किया जाता है SPG में शामिल
SPG में किसी भी अधिकारी या जवान की नियुक्ति के सीधी भर्ती नहीं निकाली जाती है. बल्कि इसमें भारतीय पुलिस सेवा (IPS), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF), सीमा सुरक्षा बल (BSF) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) में कार्यरत जवानों और अफसरों से बेस्ट को चुना जाता है. इनकी नियुक्ति सिर्फ 6 महीनों के लिए होती है. इसके बाद उन्हें फिर उनकी मूल यूनिट में वापस भेज दिया जाता है.
ऐसे होता है चयन
SPG में भर्ती के लिए गृह मंत्रालय द्वारा (IPS), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF), सीमा सुरक्षा बल (BSF) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) में रिक्त पदों की लिस्ट भेजी जाती है और फिर संबंधित विभाग के जवान आवेदन करते हैं. इन पदों के लिए चयन प्रक्रिया बेहद ही कठिन होती है. अभ्यर्थियों को सबसे पहले पर्सनल इंटरव्यू , फिर साइको टेस्ट और आखिर में फिजिकल टेस्ट से गुजरना होता है. पर्सनल इंटरव्यू भी IPS अधिकारी के साथ होता है.
ऐसे दी जाती है ट्रेनिंग
विभिन्न सुरक्षाबलों में से जवानों के चुने जाने के बाद उनकी ट्रेनिंग अमेरिकी राष्ट्रपति की सुरक्षा करने वाले यूनाइटेड स्टेट सीक्रेट सर्विस एजेंट्स के जैसी ही होती है. SPG में शामिल होने वाले जवानों को इस तरह से तैयार किया जाता है कि वो किसी भी परिस्थिति में देश के प्रधानमंत्री की सुरक्षा कर सकें. इन जवानों की ट्रेनिंग 30 दिन की होती है.
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आप भी ऐसे हो सकते हैं शामिल
आप भी इस स्पेशल फ़ोर्स में शामिल होना चाहते हैं, तो आप SSC GD कॉन्स्टेबल्स के पदों पर भर्ती के लिए आवेदन कर सकते हैं. इस भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जल्द जारी किया जाएगा. यहां पर चयन होने पर आपको SPG में शामिल होने का मौका मिलेगा. क्योंकि SPG में चयन के लिए इन्हीं विभागों से आवेदन मांगे जाते हैं.
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