सर्वसमाज के लोगों को उमीदवार बनाया है. इसके बाद मायावती (Mayawati) ने कहा, 'धर्म परिवर्तन के मामले में मेरे बारे मे भी आप लोग जरूर सोचते होंगे की बहनजी बाबासाहेब के धरमपरिवर्तन रास्ते पर चलकर कब बौद्ध धर्म की दीक्षा लेंगी. मैं बौद्ध धर्म की दीक्षा जरूर लूंगी, लेकिन यह फैसला उचित समय पर करूंगी.'
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नागपुर: बहुजन समाज पार्टी (BSP) की प्रमुख मायावती (Mayawati) ने बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर (Baba Saheb Bhimrao Ambedkar) की तरह बौद्ध धर्म अपनाने की बात कही है. मायावती (Mayawati) ने यह बात महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान कही है. राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (RSS) के मुख्यालय वाले शहर नागपूर में BSP प्रत्याशी के लिए वोट मांगने पहुंची मायावती (Mayawati) ने कहा कि वह बाबा साहेब के रास्ते पर चलते हुए बौद्ध धर्म अपना लेंगी. रैली में BSP सुप्रीमो ने कहा, 'RSS प्रमुख ने कुछ दिन पहले कहा कि भारत हिन्दू राष्ट्र है, इसलिए मुस्लिम यहां सुखी हैं. हम आरएसएस के इन तर्कों से सहमत नहीं हैं. भारत हिन्दू राष्ट्र नहीं बल्कि यह एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है.'
उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार ने जब जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का फैसला लिया तो हमने उसका समर्थन किया, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि इस सरकार की गलत नीतियों का समर्थन करेंगे. केंद्र सरकार की गलत आर्थिक नीति की वजह से देश की आर्थिक स्थिती बिगड़ गई है. बिना तयारी के नोटबंदी, जीएसटी और पूंंजीवादी समर्थक नीतियां लागू की गईं. BSP सुप्रीमो ने कहा कि BSP महाराष्ट्र चुनाव में चुनावी घोषणापत्र जारी नहीं करेगी, क्योंकि लोगों का विश्वास चुनावी घोषणा पत्र पर से उठ चुका है.
मायावती (Mayawati) ने कहा, 'हमारी पार्टी महाराष्ट्र की 90 प्रतिशत सीटों पर अपनी ताकत पर लड़ रही है. सर्वसमाज के लोगों को उमीदवार बनाया है. इसके बाद मायावती (Mayawati) ने कहा, 'धर्म परिवर्तन के मामले में मेरे बारे मे भी आप लोग जरूर सोचते होंगे की बहनजी बाबासाहेब के धरमपरिवर्तन रास्ते पर चलकर कब बौद्ध धर्म की दीक्षा लेंगी. मैं बौद्ध धर्म की दीक्षा जरूर लूंगी, लेकिन यह फैसला उचित समय पर करूंगी. मैं दुखी हूं क्योंकि महाराष्ट्र में आप लोग आगे नहीं बढ़ पाए हैं. चुनावो में नहीं जीत पाए हैं. आपकी इस स्थिती का फायदा पूंजीवादी ताकतें उठा रही हैं.'
मालूम हो कि महाराष्ट्र में 21 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे. 24 अक्टूबर को वोटों की गिनती होगी और इसी दिन नतीजे आएंगे. बीजेपी समर्थित एनडीए में केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले अनुसूचित जाति का सबसे बड़ा चेहरा हैं.