बॉलीवुड के कुछ पुराने सितारे अपने फिल्मी डायलॉग्स के चलते आज भी बहुत याद किए जाते हैं. आज उनके पुण्यतिथि पर याद कीजिए उनके करियर के सर्वश्रेष्ठ डायलॉग्स.
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नई दिल्ली: बॉलीवुड के कुछ पुराने सितारे अपने फिल्मी डायलॉग्स के चलते आज भी बहुत याद किए जाते हैं. कहना गलत नहीं होगा कि डायलॉग्स की बदौलत सितारे भी अमर हो जाते हैं. 42 साल के फिल्मी करियर में अभिनेता राज कुमार (Raaj Kumar) ने भी एक से बढ़कर एक डायलॉग सुनाकर फैंस के दिलों पर राज किया है. 8 अक्टूबर 1926 को जन्मे और 3 जुलाई 1996 को गले के कैंसर के कारण जान गंवाने वाले राज कुमार की पुण्यतिथि पर याद कीजिए उनके करियर के सर्वश्रेष्ठ डायलॉग्स.
1. सौदागर - 'जानी, हम तुम्हें मारेंगे और जरूर मारेंगे, पर बंदूक भी हमारी होगी, गोली भी हमारी होगी और वह वक्त भी हमारा होगा.'
2. बेताज बादशाह - 'जिसके दालान में चंदन का ताड़ होगा, वहां तो सांपों का आना-जाना लगा ही रहेगा.'
3. सौदागर - 'जब राजेश्वर दोस्ती करता है तो अफसाने लिखे जाते हैं, और जब दुश्मनी करता है तो तारीख बन जाती है.'
4. तिरंगा - 'हमारी जुबान भी हमारी गोली की तरह है, दुश्मन से सीधे बात करती है'
5. वक्त - 'चिनॉय सेठ, जिनके अपने घर शीशे के हों, वो दूसरों पर पत्थर नहीं फेंका करते'
6. पाकीजा - 'बेशक मुझसे गलती हुई. मैं भूल ही गया था, इस घर के इंसानों को हर सांस के बाद दूसरी सांस के लिए भी आपसे इजाजत लेनी पड़ती है और आपकी औलाद खुदा की बनाई हुई जमीन पर नहीं चलती, आपकी हथेली पर रेंगती है'
7. सौदागर - 'काश कि तुमने हमें आवाज दी होती तो हम मौत की नींद से भी उठकर चले आते'
8. तिरंगा - 'हम आंखों से सूरमा नहीं चुराते, हम आंखें ही चुरा लेते हैं'
9. मरते दम तक - 'दादा तो इस दुनिया में दो ही हैं, एक ऊपर वाला और दूसरा मैं'
10. बेताज बादशाह - 'आजकल का इश्क जन्मों का रोग नहीं है, वक्ती नशा है, शाम को होता है, सुबह उतर जाता है'
11. पाकीजा - आपके पांव देखे, बहुत हसीन हैं, इन्हें जमीन पर मत उतारिएगा, मैले हो जाएंगे'
12. राजतिलक - 'आपके लिए मैं जहर को दूध की तरह पी सकता हूं, लेकिन अपने खून में आपके लिए दुश्मनी के कीड़े नहीं पाल सकता'
13. मरते दम तक - 'ये तो शेर की गुफा है, यहां पर अगर तुमने करवट भी ली तो समझो मौत को बुलावा है'
14. बेताज बादशाह - 'जब हम मुस्कुराते हैं तो दुश्मनों के दिल दहल जाते हैं'
15. वक्त - 'ये बच्चों के खेलने की चीज नहीं, हाथ कट जाए तो खून निकलने लगता है'
16. तिरंगा - हम तुम्हें वह मौत देंगे, जो न किसी कानून की किताब में लिखी होगी और न ही किसी मुजरिम ने सोची होगी'
17. मरते दम तक - 'हम कुत्तों से बात नहीं करते'
18. इंसानियत का देवता - जब खून टपकता है तो जम जाता है, अपना निशान छोड़ जाता है और चीख-चीखकर पुकारता है कि मेरा इंतकाम लो, मेरा इंतकाम लो'
19. बुलंदी - 'बिल्ली के दांत गिरे नहीं और चला शेर के मुंह में हाथ डालने. ये बद्तमीज हरकतें अपने बाप के सामने घर के आंगन में करना, सड़कों पर नहीं'
20. मरते दम तक - 'जिंदगी एक नाटक ही तो है लेकिन जिंदगी और नाटक में फर्क है, नाटक को जहां चाहो, जब चाहो मोड़ दो लेकिन जिंदगी के नाटक की डोर तो ऊपर वाले के हाथ होती है'
21. बेताज बादशाह - 'हम अपने कदमों की आहट से हवा का रुख बदल देते हैं'
22. पुलिस पब्लिक - 'महा सिंह, शायद तुम अंजाम पढ़ना भूल गए हो, लेकिन यह याद रहे कि इंसाफ के जिन सौदागरों के भ्रम पर तुम फर्ज का सौदा कर रहे हो, उनकी गर्दनें भी हमारे हाथों से दूर नहीं'
23. गॉड एंड गन - 'याद रखो, जब विचार का दीप बुझ जाता है तो आचार अंधा हो जाता है और हम अंधेरा फैलाने नहीं, अंधेरा मिटाने आए हैं'
24. मरते दम तक - 'बाजार के किसी सड़क छाप दर्जी को बुलाकर उसे अपने कफन का नाप दे दो'
25. बेताज बादशाह - 'अगर सांप काटते ही पलट जाए तो उसके जहर का असर होता है वर्ना नहीं, हम सांप को काटने की इजाजत तो दे सकते हैं लेकिन पलटने की इजाजत नहीं देते परशुराम'
26. वक्त - 'राजा के गम को किराए के रोने वालों की जरूरत नहीं पड़ेगी चिनॉय साहब'
27. सौदागर - 'शेर को सांप और बिच्छू काटा नहीं करते, दूर ही दूर से रेंगते हुए निकल जाते हैं'
28. बुलंदी - 'और फिर तुमने सुना होगा तेजा कि जब सिर पर बुरे दिन मंडराते हैं तो जुबान लंबी हो जाती है'
29. मरते दम तक - 'इस दुनिया में तुम पहले और आखिरी बदनसीब कमीने होगे, जिसकी न तो अर्थी उठेगी और न किसी कंधे का सहारा, सीधे चिता जलेगी'
30. तिरंगा - 'अपना तो उसूल है, पहले मुलाकात, फिर बात और फिर जरूरत पड़े तो लात'