धर्मेंद्र ने सोशल मीडिया पर एक फोटो शेयर की है, जिसमें वह और अमिताभ 'शोले' के गाने ये दोस्ती हम नहीं छोड़ेंगे.... की प्रैक्टिस कर रहे हैं. जानें क्या है पूरा मामला.
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नई दिल्ली: बॉलीवुड एक्टर धर्मेंद्र (Dharmendra) सोशल मीडिया पर खूब एक्टिव रहते हैं. अक्सर वह अपनी तस्वीरें और वीडियोज शेयर करते रहते हैं. अब उन्होंने फिल्म 'शोले' की एक तस्वीर शेयर की है, जिसमें वह बॉलीवुड महानायक अमिताभ बच्चन के साथ नजर आ रहे हैं. ये तस्वीर 'शोले' (Sholay) के गाने ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे...की है. इस तस्वीर को शेयर करते हुए धर्मेंद्र ने लिखा कि यादें सुनाती तस्वीर. तस्वीर. इक तस्वीर की याद जिसकी याद में ए दुनिया हो गई. लव यू फ्रेंड्स.
इस तस्वीर में दिख रहा है कि 'शोले' के जय-वीरू तैयार हो रहे हैं. ये दोस्ती आज तक दोनों निभा रहे हैं. जब भी दोस्ती का नाम आता है तो लोग अक्सर ये बोलते नजर आ जाते हैं कि दोस्ती हो तो जय-वीरू जैसी.
Yaadeyn sunaati ....Tasveer........ikk tasveer ki yaad jis ki ......yaad e duniyan ho gaie ........ Love you friends. pic.twitter.com/dhq2JWKcjU
— Dharmendra Deol (@aapkadharam) February 28, 2020
शोले के बारे में दिलचस्प बातें- 3 करोड़ में बनी थी शोले
शोले की बात करें तो रमेश सिप्पी ने 1975 में आई इस फिल्म पर 3 करोड़ रुपये खर्च कर दिए थे. इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर ऐसा जादू दिखाया कि सभी हैरान हो गए. अब तक यह फिल्म कई करोड़ कमा चुकी है. इससे कमाई अब भी जारी है. एक इंटरव्यू में रमेश सिप्पी ने बताया था कि शोले बनाने के लिए उनके पास बजट नहीं था. उन्होंने अपने पिता जीपी सिप्पी से मदद ली. उस समय यह फिल्म 3 करोड़ में बनी. स्टारकास्ट पर 20 लाख रुपये खर्च हुए थे.
डैनी बनने वाले थे गब्बर
फिल्म में सबसे मशहूर रोल गब्बर सिंह का किरदार सबसे पहले डैनी डेन्जोंगपा को मिला था, लेकिन तारीख नहीं मिल पाने की वजह से अमजद खान को कास्ट किया गया. यह फिल्म 15 अगस्त 1975 को रिलीज की गई. यह उस समय ऐसी पहली फिल्म थी जो 100 दिनों तक सिल्वर स्क्रीन पर बनी रही.
फिल्म का नाम 'मेजर साहब' रखने की थी बात
फिल्म का नाम पहले 'मेजर साहब' या 'एक दो तीन' रखने की बात हुई थी, लेकिन जब फिल्म बनी तो इसका नाम 'शोले' रखा गया.
शत्रुघ्न बनने वाले थे जय
रमेश सिप्पी चाहते थे कि जय का किरदार शत्रुघ्न सिन्हा निभाएं, लेकिन बड़ी स्टारकास्ट के चलते शत्रुघ्न ने मना कर दिया. उस समय अमिताभ बच्चन इतने चर्चित स्टार नहीं थे, हालांकि सलीम-जावेद 'जंजीर'' में उनके काम से संतुष्ट हो गए थे तो उन्होंने रमेश सिप्पी से अमिताभ के नाम की सिफारिश कर दी थी.
समीक्षकों ने 'शोले' को नकार दिया था
फिल्म क्रिटिक्स की निगेटिव प्रतिक्रियाएं मिली थीं, लेकिन इससे अलग ये फिल्म सबसे बड़ी हिट साबित हुई.