सीरीज में प्रसाद जावड़े, नेहा जोशी और जगन्नाथ निवंगुणे जैसे मशहूर मराठी कलाकार होंगे. बाल कलाकार आयुध भानुशाली सीरीज में आंबेडकर के बचपन की भूमिका को निभाते नजर आएंगे जबकि कहानी के आगे बढ़ने के साथ-साथ जावड़े मुख्य भूमिका में नजर आएंगे.
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मुंबई : डॉ.भीमराव आंबेडकर (Dr Bhim Rao Ambedkar) की जीवनी को एक हिंदी टेलीविजन सीरीज के माध्यम से बताने की तैयारी की जा रही है. भारतीय संविधान के निर्माता के रूप में पहजाने जाने वाले आंबेडकर पर आधारित इस का कार्यक्रम का शीर्षक 'एक महानायक : डॉ.बीआर आंबेडकर' है. इस शो के शोधकर्ता प्रोफेसर हरि नारके ने मीडिया को बताया कि कैसे ये कहानी, जो कि आंबेडकर पर भालचंद्र फड़के की पुस्तक पर काफी हद तक आधारित है, उनकी भूमिका को महिला सशक्तिकरण, किसान आंदोलनों और श्रम अधिकारों के एक सक्रिय प्रस्तावक का पता लगाएगी.
इस नई पेशकश के बारे में बात करते हुए एंड टीवी के बिजनेस हेड विष्णु शंकर ने कहा कि डॉ बीआर आंबेडकर ने लाखों भारतीयों को एक राष्ट्र और एक संविधान के दायरे में लाकर एकीकृत भारत की नींव रखी. उनकी शिक्षाएं और दर्शन आज भी गूंजते हैं. भारतीय धरती के लिए लोकतंत्र को फिर से परिभाषित करने वाली क्रांति को चुनौती देने और जुटाने की उनकी क्षमता ने उन्हें हमारे समय का सबसे बड़ा नेता बना दिया. हमें डॉ. बीआर आंबेडकर पर एक शो पेश करने पर गर्व है, जो वास्तव में हिन्दी जीईसी स्पेस के लिए पहला है. मुझे यकीन है कि उनकी कहानी भारतीयों के दिलों को दूर-दूर तक प्रेरित और स्पर्श करेंगी.
सीरीज में प्रसाद जावड़े, नेहा जोशी और जगन्नाथ निवंगुणे जैसे मशहूर मराठी कलाकार होंगे. बाल कलाकार आयुध भानुशाली सीरीज में आंबेडकर के बचपन की भूमिका को निभाते नजर आएंगे जबकि कहानी के आगे बढ़ने के साथ-साथ जावड़े मुख्य भूमिका में नजर आएंगे. प्रसाद ने कहा कि उन्होंने (भीमराव आंबेडकर) एक भारत के लिए लड़ाई लड़ी. आपको उनकी जिंदगी का सफर पांच साल की उम्र से लेकर जीवन के अंतिम क्षणों तक देखने को मिलेगी.
नेहा जोशी जो इस शो में मां का किरदार निभा रही हैं. नेहा जोशी ने कहा कि यह न केवल हिंदी टेलीविजन पर बल्कि एक मां की भूमिका में भी उनका पहला कदम है. मेरे लिए इससे बड़े गर्व की और कोई बात नहीं हो सकती थी कि मुझे एक ऐसे महान व्यक्ति की मां का किरदार निभाने का मौका मिला है, जो अपने पूरे जीवन काल में समाज से भेदभाव, अपमान और अभाव के उन्मूलन के लिए लड़ते रहे और भारतीय संविधान के जनक बने. भीमा बाई (आंबेडकर की मां) सीधी-साधी महिला थीं, जो गंभीरता के साथ अपने पति के काम में मदद करती थीं और अपने बच्चों को बेहतर करने के लिए प्रोत्साहित करती थीं. उन्होंने बच्चों को बेहतर जीवन देने की इच्छा के साथ उनकी भलाई के लिए कठिन परिश्रम किया.
अपने किरदार और हिंदी टेलीविजन पर पहली बार आने वाले अभिनेता जगन्नाथ निवंगुणे ने कहा कि मेरे लिए अंबेडकर के पिता राम जी की भूमिका के लिए चुना जाना सचमुच बेहद खुशी की बात थी. अनुशासन के मामले में सप्त राम जी ने हमेशा अपने बच्चों के कल्याण की दिशा में काम किया. स्मृति शिंदे के सोबो फिल्म्स द्वारा निर्मित इस कार्यक्रम का प्रसारण 17 दिसंबर से एंड टीवी पर होगा.
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