Exclusive: 'जब काम नोटिस होता है तो अच्छा फील होता है...' 'फौजा' के लिए नेशनल अवॉर्ड मिलने पर बोले पवन मल्होत्रा
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Exclusive: 'जब काम नोटिस होता है तो अच्छा फील होता है...' 'फौजा' के लिए नेशनल अवॉर्ड मिलने पर बोले पवन मल्होत्रा

Fouja Film: 'फौजा' फिल्म को हाल में 3 नेशनल अवॉर्ड मिले. फिल्म के एक्टर पवन मल्होत्रा से ज़ी न्यूज ने एक्सक्लूसिव बात की. इस दौरान एक्टर ने हरियाणवी इंडस्ट्री, नेशनल अवॉर्ड से आए डिफरेंस पर खुलकर बोले. पढ़िए इस स्पेशल बातचीत में एक्टर ने क्या कहा.

 

फौजा फिल्म पवन मल्होत्रा

Pavan Malhotra Fouja Film: बहुत ही कम एक्टर्स होते हैं जो हर रोल में अपने आप को आसानी से ढाल लेते हैं. लेकिन ऐसे ही एक एक्टर बॉलीवुड में करीबन 20 साल से अपनी मजबूत पकड़ बनाए हुए हैं और हर जॉनर की फिल्म फैंस के लिए लेकर आते हैं. यहां तक कि इन्हें हरियाणवी फिल्म 'फौजा' (Fouja) के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर के अवॉर्ड से भी नवाजा गया. ये एक्टर कोई और नहीं पवन मल्होत्रा है. हाल में ज़ी न्यूज ने नेशनल अवॉर्ड विनर पवन मल्होत्रा (Pavan Malhotra) से बात की. इस बातचीत में एक्टर ने हरियाणवी इंडस्ट्री की ग्रोथ और नेशनल अवॉर्ड मिलने पर क्या कहा पढ़िए.

आपको दूसरा नेशनल अवॉर्ड मिला, कैसा लग रहा है?
'मुझे बहुत अच्छा फील हो रहा है. जैसे पहली बार जब डायरेक्टर ने फोन करके बोला था. ये भी मुझे किसी और का फोन आया तब पता चला. उस वक्त मैं स्क्रिप्ट पढ़ने के लिए जा रहा था. उन्होंने पहले बधाई दी तो मैंने पूछा किस बात की. तो उन्होंने कहा कि नेशनल अवॉर्ड की. उस वक्त मैं यही सोच रहा था कि 24-25 साल मिले पहले अवॉर्ड की बधाई अब. फिर उन्होंने कहा कि लगता है कि आपको पता नहीं है. फिर उन्होंने बताया कि आपको 'फौजा' में बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर के लिए अवॉर्ड मिला है. इतने में तो लगातार फोन आने लगे. मैं बहुत खुश हूं. ये बहुत अच्छा एहसास है.'

 

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नेशनल अवॉर्ड मिलने के बाद क्या चेंज आया?
ज़ी न्यूज ने पवन मल्होत्रा से पूछा कि आपको पहला अवॉर्ड 1998 में 'फकीर' के लिए मिला था और अब 26 साल बाद 'फौजा' के लिए. तो कितना चेंज आया? इस पर एक्टर ने कहा- 'अगर आप काम वाइज बोलेंगे तो बहुत फर्क नहीं पड़ता है. लेकिन ये जरूर है कि आप काम कर रहे हैं और आपके काम को कोई नोटिस कर रहा है और उसे एप्रीशिएट भी किया जा रहा है तो बहुत अच्छा फील होता है.'  

 

 
 
 
 

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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पहनते हैं 1100 की घड़ी
पवन मल्होत्रा ने फिल्मों, टीवी और ओटीटी सभी में भर-भरकर काम किया है. इनके पास आज भी काम की कोई कमी नहीं है और बेहद डाउन टू अर्थ है. ज़ी न्यूज से बातचीत में एक्टर ने बताया कि 'वो हाल ही में दिल्ली आए थे और वॉर मेमोरियल देखने गए. वहां सुवेनियर शॉप पर गए. वहां एक घड़ी देखी. लेकिन वो सालों से घड़ियां नहीं पहन रहे हैं. एक्टर ने कहा कि अब तो लोग घड़ियां काफी मंहगी पहनते हैं. आप अगर कीमत की बात करें तो वो 1100 रुपये की थी. मैनें वो घड़ी चुनी क्योंकि लोंगेवाला, जिसपर फिल्म 'बॉर्डर' बनी थी उसपर वो बना हुआ है. मैं उस घड़ी को बहुत गर्व से पहनता हूं और बच्चों को भी दिखाता हूं.'

 

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नेशनल अवॉर्ड के बाद क्या और ग्रो करेगी हरियाणवी इंडस्ट्री?
'होमफुली, जब ये फिल्म मिली थी तो मैं चाहता था कि ये स्कूल और कॉलेज के बच्चों को दिखाई जाए. ऐसा नहीं कह रहा कि हमने बहुत झकास फिल्म ब्रेकिंग करके बनाई है. लेकिन इस फिल्म की जो सोल है, वो सारे यंगस्टर्स जरूर देंखे. हो सकता है कि नेशनल अवॉर्ड मिला है तो हरियाणा के कुछ बड़े शहरों में लगे.' आपको बता दें, 'फौजा' फिल्म साल 2023 में रिलीज हुई थी. इस फिल्म को तीन नेशनल अवॉर्ड मिले है. जिसमें पवन मल्होत्रा को बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का, डायरेक्टर प्रमोद कुमार को बेस्ट डेब्यू डायरेक्टर और 'सलामी' के लिए नौशाद सदर खान को बेस्ट लिरिक्स का नेशनल अवॉर्ड मिला है.

 

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