रॉयल वैडिंग नहीं, यह थी प्रियंका चोपड़ा और निक जोन्स की जोधपुर विजिट की वजह
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रॉयल वैडिंग नहीं, यह थी प्रियंका चोपड़ा और निक जोन्स की जोधपुर विजिट की वजह

खबर थी कि प्रियंका चोपड़ा अपनी शादी की तैयारियों के चलते राजस्थान में हैं, जबकि वजह कुछ और ही थी

फोटो साभार: इंस्टाग्राम @priyankachopra

नई दिल्ली. पिछले दो दिन से प्रियंका चोपड़ा और निक जोन्स की शादी को लेकर सुगबुगाहट चल रही थी. बात दरअसल यह है कि प्रियंका अपने मंगेतर के साथ जोधपुर एयरपोर्ट पर स्पॉट हुईं फिर उन्हें वहां घूमते भी देखा गया. ऐसे में अपने मन से ही कयास लगाते हुए सबने प्रियंका की रॉयल वैडिंग की बात कह डाली. लेकिन अब पता लग रहा है प्रियंका शादी की तैयारियों के लिए नहीं बल्कि एक बर्थडे पार्टी में शामिल होने के लिए जोधपुर पहुंची थी.

 अब आप भी जानना चाह रहे होंगे कि आखिर वह है कौन जिसका जन्मदिन मनाने के लिए यह सेलिब्रेटीज जोधपुर तक पहुंच गई. तो आपको बता दें कि निक जोनास, प्रियंका चोपड़ा और उनके भाई सिद्धार्थ चोपड़ा ने अपनी बेस्ट फ्रेंड तमन्ना दत्त के पति सुदीप दत्त के जन्मदिन का जश्न मनाने के लिए जोधपुर का दौरा किया था.प्रियंका चोपड़ा और मंगेतर निक जोनास ने मंगलवार को जोधपुर का दौरा किया. मेहरानगढ़ किले का दौरा करने वाले जोड़े की तस्वीरें वायरल हो गईं. खैर, सारी सुगबुगाहटों पर विराम लगाते प्रियंका ने खुद अपने प्रशंसकों का जवाब दिया.

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फोटो साभार: इंस्टाग्राम @sudeepdutt

प्रियंका चोपड़ा ने इस यात्रा से एक तस्वीर साझा की और लिखा, 'जन्मदिन मुबारक महाराजा सुदीप दत्त'. सुदीप दत्त ने एक तस्वीर भी साझा की जहां प्रियंका उसे केक खिला रही थी और साथ ही लिखा, 'जब आप तलवार से केक काटते हैं ..., तो आपको इस तरह खाना पड़ेगा ... '. गौरतलब है कि प्रियंका इस बर्थडे सेलीब्रेशन को एंजॉय करके वापस मुंबई आ चुकी हैं. 

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फोटो साभार: इंस्टाग्राम @sudeepdutt

बता दें कि जल्द ही प्रियंका 'द स्काई इज पिंक' में मां के किरदार में नजर आने वाली हैं. वह स्क्रीन पर जायरा वसीम द्वारा निभाई जाने वाली भूमिका आयशा चौधरी की मां के रूप में नजर आएंगी. बता दें कि आयशा एक मोटिवेशनल स्पीकर और राइटर थी, आयशा की बीमारी के चलते उनकी मां अदिति चौधरी ने भी बहुत मुश्किल से अपनी बेटी को चुनौतियों से लड़ना सिखाया था. यह असली जिंदगी से प्रेरित कहानी होने के कारण यह भूमिका भी उतनी ही चुनौतीपूर्ण है. बता दें कि 13 साल की उम्र में फाइब्रोसिस डायग्नोज होने के बाद आयशा ने मोटिवेशनल स्पीकर बनने की ठान ली थी और 21 साल की उम्र में ही उनका निधन हो गया था. इसके बाद उनकी मां अदिति ने ही उनकी किताबों को बातों को आगे फैलाने का जिम्मा उठाया है. आयशा की किताब 'माई लिटिल एपिफनीज' नाम से प्रकाशित है.

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