सूरज पर मंगल भारी लॉकडाउन के बाद एक रिलीफ देने वाली फिल्म है. कई महीनों से थिएटर को मिस कर रहे फिल्म प्रेमियों के लिए यह फिल्म दिवाली का गिफ्ट बनकर ही आई है.
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रेटिंगः 3.5/5 रेटिंग
डायरेक्टरः अभिषेक शर्मा
कलाकारः मनोज बाजपेयी, दिलजीत दोसांज, फातिमा सना शेख, सुप्रिया पिलगांवकर, मनोज पाहवा, अनु कपूर
सूरज पर मंगल भारी की कहानी एक ऐसे वेडिंग डिटेक्टिव (wedding detective) की है, जोकि दूल्हा दुल्हन के रिश्तो के बीच एक बहुत-बहुत अहम भूमिका निभाता है. लड़की के परिवार वालों को दूल्हे का character certificate देने की जिम्मेदारी लेते हुए अलग-अलग रूप लेकर प्रूफ के साथ सर्टिफिकेट देता है. कहानी के मुख्य सूत्रधार मनोज बाजपेयी ही रहते हैं. फिल्म की कहानी पंजाब और महाराष्ट्र के अनोखे तालमेल को दर्शाती है. वेडिंग डिटेक्टिव के किरदार को निभाते हुए किस तरह से मनोज बाजपेयी दिलजीत दोसांझ की शादी तोड़वा देते हैं और फिर फातिमा सना शेख से दिलजीत की अनबन के साथ शादी तोड़ने -जोड़ने सिलसिला शुरू होचा है. अंत में जैसे-तैसे हैप्पी एंडिंग होती है. पूरी की पूरी फिल्म को बड़ी ही खूबसूरती से पिरोया गया है. कॉमेडी ड्रामा फिल्म को शुरू से लेकर अंत तक एंटरटेनिंग बनाकर रखा गया है. 1995 के नॉस्टैल्जिया के दौर में ले जाती है फिल्म.
सभी एक्टर्स ने जबरदस्त रोल निभाए हैं. स्क्रिप्ट और डायलॉग में दलजीत दोसांज का मोनोलॉग जो कि मनोज बाजपेयी के लिए कहा जाता है उस पर लोगों की तालियां ही बजती हैं. फिल्म में मराठी पंजाबी तड़के के साथ जो डायलॉग पन्च मारे गए हैं, वह बेहद काबिले तारीफ है. मनोज बाजपेयी को इतने अलग-अलग रूपों में पहले कभी नहीं देखा गया है. मराठी भाषा का उच्चारण जिस तरह से मनोज फिल्में कर रहे हैं वह बड़ा ही क्यूट नजर आता है. ट्रेडिशनल मराठी महिला के कॉस्ट्यूम में मनोज नजर आते हैं. उनके अलग-अलग रूपों से ऑडियंस आकर्षित होती है और अंत तक बंधी रहती है.
दिलजीत दोसांज की कॉमेडी टाइमिंग और उनके पंच जबरदस्त हैं लोगों को काफी एंटरटेनिंग लगते हैं. उनके और मनोज वाजपेई के बीच के सीन भी दर्शकों को काफी लुभाते हैं. फातिमा के साथ उनके इमोशनल सीन हैं. उसमें भी ने बढ़िया नजर आते हैं. दिलजीत फिल्म में लोगों के चेहरे पर हंसी लाने का पूरा काम करते हैं. फिल्म के पहले सीन से लेकर आखिरी तक दिलजीत दर्शकों को हंसाते रहते हैं.
फातिमा बहुत ही उम्दा अदाकारा हैं और फिल्म में उनके किरदार के दो अलग-अलग रूप दर्शकों के सामने आते हैं. वह दोनों ही रूपों में काफी अच्छी लगती हैं. महाराष्ट्रीयन परिधानों में बहुत खूबसूरत लग रही है. फिल्मी अनु कपूर और सुप्रिया पिलगांवकर, भी उम्दा अभिनय करते हुए नजर आते हैं. फिल्म का संगीत ठीक है. पैपी नंबर गाने के अलावा पंजाबी सॉफ्ट सॉन्ग भी काफी बढ़िया है. लावणी की झलक कुछ गानों और बैकग्राउंड म्यूजिक में काफी जचती है.
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