बता दें कि सूजी (Semolina) गेहूं से बनती है. सूजी बहुत पौष्टिक होती है. इससे डोसा, इडली, उपमा, उत्तपम, ढोकला, केक, गुलाब जामुन, गोलगप्पे, वड़ा, कटलेट, पकौड़े, पापड़, रोल्स और लड्डू आदि बहुत सारी डिश बनाई जाती हैं. (प्रतीकात्मक फोटो/Pexels)
सूजी (Semolina) बनाने के लिए सबसे पहले गेहूं को अच्छी तरह साफ किया जाता है. इसके बाद गेहूं को सुखाया जाता है. फिर गेहूं की ऊपरी परत को निकाल दिया जाता है. इसके बाद उसे मिल में पीसा जाता है. पिसाई में गेहूं छोटे-छोटे टुकड़ों में टूट जाता है. इन्हीं टुकड़ों को सूजी कहते हैं. (प्रतीकात्मक फोटो/Pexels)
बता दें कि सूजी (Semolina) का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (Glycemic index) काफी कम होता है, इसलिए यह डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद होती है. अगर आप अपना वजन कंट्रोल करना चाहते हैं तो सूजी को अपनी डाइट में शामिल करें. सूजी में कोलेस्ट्रॉल और फैट थोड़ा भी नहीं होता है, इसलिए यह काफी लाभदायक है. (प्रतीकात्मक फोटो/Pexels)
गौरतलब है कि दुरूम गेहूं से बनी सूजी (Semolina) सबसे अच्छी होती है. यह सूजी पीले रंग की होती है. जान लें कि कुछ जगहों पर सूजी को रवा भी कहा जाता है. सूजी से ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर सभी तरह का खाना बनाया जाता है. आप इससे मीठा, नमकीन दोनों तरह की चीजें खाने के लिए बना सकते हैं. (प्रतीकात्मक फोटो/Pexels)
सूजी (Semolina) को लंबे वक्त तक घर में रखने के लिए इसे हल्का भून लें और एयरटाइट जार में रख दें. ऐसा करने से गर्मी और बरसात के मौसम में सूजी में कीड़े नहीं लगेंगे. इसके अलावा आप चाहें तो सूजी को फ्रिज में भी रख सकते हैं. (प्रतीकात्मक फोटो/Pexels)
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