पौड़ी गढ़वाल सीट की खास बात यह है कि ठाकुरों के दबदबे के बावजूद यहां से ब्राह्मण चेहरे जीतते रहे हैं. 1991 के बाद से गढ़वाल सीट से सात बार ब्राह्मण उम्मीदवार जीता है. भौगोलिक लिहाज से यह प्रदेश की सबसे बड़ी सीट है. उत्तराखंड की बाकी लोकसभा सीटों की तरह पौड़ी गढ़वाल में भी 19 अप्रैल को मतदान हुआ. बीजेपी ने यहां पिछले सात संसदीय चुनावों में से छह में जीत दर्ज की है. 2019 आम चुनाव में पौड़ी गढ़वाल में बीजेपी को 68% से ज्यादा वोट मिले थे. पौड़ी गढ़वाल लोकसभा सीट के तहत विधानसभा की 14 सीटें आती हैं. ये 14 सीटें उत्तराखंड के पांच जिलों चमोली, गढ़वाल, नैनीताल, रुद्रप्रयाग और टिहरी गढ़वाल में फैली हुई हैं. इस लोकसभा सीट के तहत आने वाली विधानसभा सीटों में बदरीनाथ, कर्णप्रयाग, थराली, राम नगर, चौबट्टाखाल, कोटद्वार, लैंस डाउन, पौड़ी, श्रीनगर, यमकेश्वर, केदारनाथ, रुद्रप्रयाग, देव प्रयाग और नरेंद्रनगर शामिल है.
और पढ़ें