Anemia: एनीमिया एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर के टिशू में ऑक्सीजन ले जाने के लिए शरीर में पर्याप्त हेल्दी रेड ब्लड सेल्स की कमी होती है. यह विभिन्न फैक्टर के कारण हो सकता है.
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Anemia: एनीमिया एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर के टिशू में ऑक्सीजन ले जाने के लिए शरीर में पर्याप्त हेल्दी रेड ब्लड सेल्स की कमी होती है. यह विभिन्न फैक्टर के कारण हो सकता है, जिसमें खराब डाइट, पुरानी बीमारी और खून की कमी शामिल है. एनीमिया किसी को भी प्रभावित कर सकता है, लेकिन यह महिलाओं में विशेष रूप से आम है, खासकर जो गर्भवती हैं या प्रसव उम्र की हैं. एनीमिया के महिला के स्वास्थ्य पर कई नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं, जिसमें प्रजनन क्षमता (fertility) पर संभावित प्रभाव भी शामिल है.
एनीमिया और फर्टिलिटी के बीच संबंध का बड़े पैमाने पर अध्ययन किया गया है. शोधकर्ताओं ने पाया है कि एनीमिया एक महिला की गर्भ धारण करने की क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है. ऐसा इसलिए है क्योंकि एनीमिया नाजुक हार्मोनल बैलेंस को बाधित कर सकता है जो ओव्यूलेशन होने के लिए जरूरी है. एनीमिया प्रजनन अंगों में खून के फ्लो को भी कम कर सकता है, जो फर्टिलिटी को और कम कर सकता है.
कैसे सुधारे फर्टिलिटी
सौभाग्य से, ऐसी कई चीजें हैं जो महिलाएं एनीमिक होने पर अपनी फर्टिलिटी में सुधार करने के लिए कर सकती हैं. पहला कदम एनीमिया के अंतर्निहित कारण को कंट्रोल करना है. अधिक आयरन रिच फूड (जैसे पत्तेदार हरी सब्जियां), मांस और फलियां शामिल करके डाइट में सुधार कर सकते हैं. महिलाओं को आयरन के स्तर को बढ़ाने के लिए आयरन सप्लीमेंट लेने की भी आवश्यकता हो सकती है. कुछ मामलों में, कम रेड ब्लड सेल्स को फिर से भरने के लिए ब्लड ट्रांसफ्यूजन की आवश्यक हो सकती है.
डॉक्टर की मदद लें
एनीमिया के प्रबंधन और फर्टिलिटी पर इसके प्रभाव को कम करने के लिए एक और महत्वपूर्ण कदम डॉक्टर के साथ मिलकर काम करना है. जिन महिलाओं को एनीमिया का सामना करना पड़ रहा है उन्हें उपचार और प्रबंधन के विकल्पों के बारे में अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए. इसमें आयरन के स्तर और अन्य ब्लड टेस्ट की नियमित निगरानी शामिल हो सकती है, साथ ही गर्भधारण की संभावनाओं को बेहतर बनाने के लिए फर्टिलिटी विशेषज्ञ के साथ काम करना शामिल हो सकता है.
उठाएं ये जरूरी कदम
महिलाओं के लिए यह भी महत्वपूर्ण है कि वे अपने पूरे स्वास्थ्य और कल्याण के प्रबंधन के लिए कदम उठाएं. इसमें नियमित व्यायाम करना, हेल्दी खाना खाना और पर्याप्त नींद लेना शामिल हो सकता है. जो महिलाएं गर्भ धारण करने की कोशिश कर रही हैं उन्हें भी धूम्रपान और अत्यधिक शराब के सेवन से बचना चाहिए, ये दोनों प्रजनन क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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