Fatty Liver Remedies: लिवर में जमी चर्बी जमा होना एक गंभीर समस्या है. आज के समय में यह दुनियाभर में लगातार बढ़ने वाला एक क्रोनिक डिजीज बन गया है. ऐसे में यदि आप भी फैटी लिवर के मरीज बन चुके हैं तो इसे ठीक करने के लिए यहां बताए गए ये आयुर्वेदिक उपाय बहुत फायदेमंद साबित हो सकते हैं.
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फैटी लिवर डिजीज का मतलब है कि आपके लिवर में एक्स्ट्रा फैट जमा हो गया है. डॉक्टर इसे हेपेटिक स्टीटोसिस कहते हैं. अधिकांश समय इसके कोई लक्षण नहीं दिखाई देते हैं. वैसे तो ज्यादातर लिवर की समस्याएं ज्यादा शराब पीने के कारण शुरू होती है, लेकिन शराब नहीं पीने वाले लोगों में भी खराब लाइफस्टाइल और मोटापे के कारण यह परेशानी हो सकती है. फैटी लिवर को दो तरह के होते हैं- एल्कोहॉलिक और नॉन एल्कोहॉलिक.
मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर के आंकड़ों के अनुसार, देश में नॉन एल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिजीज के मामले 9-32 प्रतिशत के लगभग हैं. वहीं, कुछ स्टडी यह बताते हैं कि शराब का ज्यादा सेवन करने वाले 90 प्रतिशत लोग एल्कोहॉलिक फैटी लिवर से ग्रस्त होते हैं. ऐसे में यदि आप भी लिवर में फैट जमा होने की बीमारी की चपेट में आ चुके हैं तो आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉ दीक्षा भावसार सावलिया के बताए ये तीन जड़ी-बूटियां आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकती है. जिसका असर आपको 12 हफ्ते में दिखने लगेगा.
पुनर्नवा
यह एक बेहतरीन एंटी-इंफ्लेमेटरी और मूत्रवर्धक जड़ी बूटी है. पुनर्नवा लिवर सेल्स से टॉक्सिन को हटाकर लिवर के कार्य को सही करने में मदद करता है. यह अपने ऐपेटाइजर गुण के कारण पाचन अग्नि में सुधार करने में भी मदद करता है.
ऐसे करें सेवन
एक्सपर्ट बताती हैं कि यह आमतौर पर काढ़े के रूप में उपयोग किया जाता है. ऐसे में जड़ी बूटी के मोटे पाउडर के 1 चम्मच (10 ग्राम) को 2 कप पानी के साथ तब तक उबालें जब तक कि यह आधा न हो जाए, फिर इसे फिल्टर करके इसका सेवन करें.
भूमि-अमाल्की
भुम्यामलाकी शरीर में होने वाले सूजन और तनाव से बचाव के लिए इम्यूनिटी को बूस्ट करने का काम करती है लिवर हेल्थ के लिए बहुत फायदेमंद होता है. इसके अलावा, यह लिवर को नेचुरल टॉक्सिन बाहर निकालने के लिए प्रमोट करती है.
ऐसे करें सेवन
एक्सपर्ट बताती हैं कि आधा चम्मच भूमि-अमाल्की पाउडर का सेवन खाली पेट या भोजन के 2 घंटे बाद गर्म पानी के साथ किया जा सकता है.
भृंगराज
भृंगराज लिवर के लिए एक बेहतरीन आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है. इसके सेवन से लिवर जुड़ी बीमारियों को कंट्रोल करने और उसके उपचार में बहुत मदद मिलती है. यह पित्त को संतुलित करके और पित्त प्रवाह को बढ़ावा देता है जिससे लीवर जल्दी रिकवर कर पाता है.
ऐसे करें सेवन
एक्सपर्ट के अनुसार इसे दिन में एक बार 1/4 th से 1/2 चम्मच खाना से पहले या बाद में गर्म पानी के साथ ले सकते हैं.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.