ब्लड प्रेशर खुद कर सकते हैं कंट्रोल, अपनाने होंगे ये आयुर्वेदिक तरीके
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ब्लड प्रेशर खुद कर सकते हैं कंट्रोल, अपनाने होंगे ये आयुर्वेदिक तरीके

हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन एक महामारी है जो तेजी से वर्तमान समय में दुनिया भर में फैलती जा रही हैं. इस दौड़ती-भागती जिन्‍दगी,में धीरे-धीरे यह अपने पांव पसार रही है, इससे दिल की बीमारी, स्‍ट्रोक आदि बीमारी होने का भी खतरा रहता हैं.

 

आयुर्वेदिक उपचारों से करें ब्लड प्रेशर कंट्रोल.

नई दिल्ली: आजकल हाई ब्लड प्रेशर अर्थात हाइपरटेंशन से हर व्यक्ति जूझ रहा हैं. अगर यह एक बार हो जाए तो लोगों को उम्र भर बीपी को कंट्रोल करने के लिए गोलियां खानी पड़ती हैं, पर क्या आप जानते हैं किु आप आयुर्वेदिक तरीकों से भी हाई बल्ड प्रेशर से छुटकारा पा सकते हैं. आपको बता दें कि आयुर्वेद में हाई बल्ड प्रेशर को पिटा और वात जैसे दो दोषों का असंतुलन का परिणाम बताया गया हैं, जिसमें आयुर्वेदिक उपचार हाई बीपी के इन दोनों दोषों को संतुलित करता हैं. आइए जानते हैं बीपी के आयुर्वेदिक उपचारों के बारें में.

  1. ब्लड वैसल में लचीलापन और कोमलता आती हैं
  2. चुकंदर में नाइट्रेट अधिक मात्रा में पाया जाता हैं
  3. आंवले में फाइबर और विटामिन सी होता हैं

1. एंटीऑक्‍सीडेंट की मात्रा बढ़ाएं
आयुर्वेद में हाई बीपी को कंट्रोल करने के लिए सबसे अच्छी दवा हैं दालचीनी, इसका प्रयोग मसाले के रूप में भी किया जाता हैं. दालचीनी केवल इंसान को दिल की बीमारियों से ही नहीं बल्कि डायबटीज से भी बचाता हैं. इसके प्रयोग से शरीर में एंटीऑक्‍सीडेंट की मात्रा बढ़ जाती हैं और ब्‍लड शुगर की कम. आपको रोज सुबह खाली पेट आधा चम्मच दालचीनी के पाउडर के साथ शहद मिलाकर लेना हैं और फिर ऊपर से गर्म पानी पी लें.   

2. हाइपरटेंशन करें दूर 
हृदय की कमज़ोरी को दूर करने के लिए निम्बू में भी विशेष गुण होते हैं. इसके निरंतर प्रयोग से ब्लड वैसल में लचीलापन और कोमलता आ जाती हैं और इनकी कठोरता दूर हो जाती हैं. इसलिए हाई ब्लड प्रेशर अर्थात हाइपरटेंशन जैसे रोग को दूर करने में निम्बू काफी कारगर साबित होता हैं. इससे बुढ़ापे तक दिल शक्तिशाली बना रहता हैं और हार्ट अटैक का डर भी नहीं रहता. ब्लड प्रेशर के हाई हो जाने पर आपको पानी में निम्बू निचोड़कर दिन में दो-तीन बार पीने से लाभ होगा, आप रोज सुबह एक निम्बू का रस चाय गर्म पानी में मिलाकर भी पा सकते हैं.

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3. ब्लड वैसल खुल जाती हैं
चुकंदर में नाइट्रेट बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है, इसलिए इससे भी आप हाई बीपी को कंट्रोल कर सकते हैं. क्योंकि नाइट्रेट शरीर में जाने पर नाइट्रिक ऑक्साइड में परिवर्तित हो जाता है, जिससे नाइट्रिक ऑक्साइड संकुचित हुई ब्लड वैसल खुल जाती हैं. आप रोजाना चुकंदर खा भी सकते हैं या इसका जूस निकालकर भी पी सकते हैं.

4. बॉडी सोडियम करें कंट्रोल
आंवला एक ऐसा घटक हैं जो हमारे पूरे शरीर को संतुलित रख सकता हैं इसमें बॉडी का एक्स्ट्रा सोडियम कम करने की क्षमता होती है, इसलिए हाई बीपी के रोगी के लिए आंवले का उपयोग लाभदायक हैं. इसमें विटामिन सी होता हैं यह खून को बढ़ाने और साफ़ करने में सहायक होता हैं साथ ही इससे शरीर को आवश्यक फाइबर भी मिलता हैं. आंवले का मुरब्बा हाई ब्लड प्रेशर ठीक हो जाता हैं.

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5. खून को जमने से रोकें
हमारी बॉडी में एंटी ऑक्सीडेंट और प्रो ऑक्सीडेंट दोनों पाए जाते हैं, जब प्रो ऑक्सीडेंट ज़्यादा हो जाते हैं तो हृदय रोग, कैंसर व् अन्य घातक बिमारियों के जल्दी होने की सम्भावना बढ़ जाती हैं. हाई बीपी में अंगूर का रस बहुत उपयोगी सिद्ध होता हैं. लाल और काले अंगूरों में एंटी ऑक्सीडेंट की संख्या अधिक होती हैं, यह खून को जमने या उसके थक्के बनने से रोकता है. इसलिए अंगूरों को खाने से कैंसर, हृदय रोग और हाई बीपी कंट्रोल होता हैं.

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