कोविशील्‍ड और कोवैक्सिन में कौन सी कोरोना वैक्‍सीन बेहतर? पहली बार सामने आई रिसर्च
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कोविशील्‍ड और कोवैक्सिन में कौन सी कोरोना वैक्‍सीन बेहतर? पहली बार सामने आई रिसर्च

कोरोना काल में कोविशील्‍ड और कोवैक्सिन को लेकर अक्सर तुलना की जाती थी, लेकिन अब तक ये पता नहीं लग पाया था कि दोनों में से बेहतर वैक्सीन कौन सी है, अब इसको लेकर नई स्टडी सामने आई है.

कोविशील्‍ड और कोवैक्सिन में कौन सी कोरोना वैक्‍सीन बेहतर? पहली बार सामने आई रिसर्च

Covishield vs Covaxin: जब कोरोना वायरस का संक्रमण पीक पर था तब भारत में 'कोविशील्ड' और 'कोवैक्सीन' सबसे ज्यादा लगाई गई, तब ये बात अक्सर की जाती थी कि दोनों में से कौन सा टीका बेहतर है. लोग कंफ्यूज रहते थे कि इनमें से किसे चुना जाए, तब कई लोग डॉक्टर से भी सलाह लेते थे, लेकिन यकीन से कुछ नहीं कहा जा सकता था, लेकिन अब पहली बार एक कम्प्रीहेंसिव स्टडी की गई है जिसमें ये बताया गया है.

कोविशील्ड और कोवैक्सीन में क्या है बेहतर?

'लैंसेट रिजनल हेल्थ साउथ ईस्ट एशिया' के जर्नल में ये स्टडी 6 मार्च को पब्लिश हुई, जिसका नाम “Immunogenicity of SARS-CoV-2 vaccines BBV152 (COVAXIN) and ChAdOx1 nCoV-19 (COVISHIELD) in seronegative and seropositive individuals in India: a multicentre, non-randomized observational study” रखा गया. ये अध्ययन 11 ग्रुप ऑफ इस्टीट्यूट्स पर किया गया जिसमें नेशनल सेंटर फॉर बायोलॉजिकल रिसर्च (NCBS) के साइंटिस्ट्स शामिल थे

कोविशील्ड ने मारी बाजी

इस कम्प्रीहेंसिव स्टडी में ये नतीजे सामने आए हैं कि'कोविशील्ड' ने 'कोवैक्सीन' को मात दे दी है. इस अध्ययन से न सिर्फ दोनों वैक्सीन के तुलनात्मक डेटा सामने आए हैं बल्कि भविष्य में होने वाले ऐसे रिर्सच के लिए नई राह दिखी है. ये अध्यन जून 2021 से लेकर जनवरी 2022 के बीच की गई है जिसमें 691 पार्टिसिपेंट्स शामिल थे जिनकी उम्र 18 साल से 45 साल के बीच थी, सब्जेक्ट्स पुणे और बैंगलोर के थे. इसमें लोगों के इम्यून रिस्पॉन्स को टीकाकरण से पहले और बाद में मॉनिटर किया गया.

कोविशील्ड क्यों है बेहतर?

1. कोरोनावायरस के स्पाइक प्रोटीन देने के लिए वायरस वेक्टर का फायदा उठाते हुए कोविशील्ड ने इनएक्टिवेटेड वायरस वैक्सीन कोवैक्सिन की तुलना में लगातार अधिक मजबूत इम्यून रिसपॉन्स का प्रदर्शन किया. खास तौर से कोविशील्ड ने ज्यादातर पार्टिसिपेंट्स में नीयर कम्पलीट इम्यून रिपॉन्स का प्रदर्शन किया, जबकि कोवैक्सिन का रिस्पॉन्स वेरियबल था, खास तौर से उन लोगों में जिन्हें ओमाइक्रोन वेरिएंट के उभरने से पहले टीका लगाया गया था.

2. कोविशील्ड ने सेरोनेगेटिव और सेरोपोसिटिव दोनों तरह के लोगों में हाई एंटीबॉडी के लेवल को दिखाया, जो एक अधिक शक्तिशाली और इम्यून रिस्पॉन्स को बताता है.

3. कोवैक्सिन की तुलना में कोविशील्ड ने अधिक संख्या में टी कोशिकाएं हासिल कीं, जो एक स्ट्रॉन्ग इम्यून रिस्पॉन्स को दर्शाता है.

4. कोविशील्ड ने कोवैक्सिन की तुलना में कई वायरस स्ट्रेंस के खिलाफ लगातार एंटीबॉडी के उच्च स्तर का प्रदर्शन किया, जो ओमिक्रॉन जैसे वेरिएंट के खिलाफ इसकी संभावित बेहतर सुरक्षा को बताता है.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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